छिन्दवाड़ा/ 16 जुलाई 2025 / कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में यूरिया उर्वरक की कोई कमी नहीं है और इसकी आपूर्ति सतत रूप से की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मक्के की फसल के लिए कृषकों द्वारा यूरिया की पहली टॉप ड्रेसिंग की जा रही है, जिस कारण मांग में स्वाभाविक रूप से वृद्धि हुई है।
अब तक किसानों द्वारा लगभग 88 हजार मीट्रिक टन यूरिया का उठाव कर उपयोग किया जा चुका है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के समतुल्य है। वर्तमान में जिले के क्षेत्रों में सहकारी एवं निजी संस्थानों के माध्यम से लगभग 3000 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि शासन द्वारा जिले के लिए चार रैक यूरिया और स्वीकृत की गई है, जो फिलहाल ट्रांजिट में है। चंबल, इफको, आईपीएल एवं ब्रह्मपुत्र वैली कंपनियों से आवंटित यह यूरिया अगले 2 दिनों में जिले में पहुँच जाएगी, जिससे अतिरिक्त 6000 मीट्रिक टन यूरिया प्राप्त होगा। इससे किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यूरिया की आपूर्ति नियमित रूप से की जा रही है, और भविष्य में भी किसानों को आवश्यकता अनुसार उर्वरक मिलता रहेगा।
कलेक्टर श्री सिंह ने किसानों से अपील की है कि वे किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। दो दिन बाद अपने नजदीकी मार्कफेड गोदाम या सहकारी विक्रय केंद्र से यूरिया प्राप्त करें।
छिन्दवाड़ा/ 16 जुलाई 2025 / कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में यूरिया उर्वरक की कोई कमी नहीं है और इसकी आपूर्ति सतत रूप से की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मक्के की फसल के लिए कृषकों द्वारा यूरिया की पहली टॉप ड्रेसिंग की जा रही है, जिस कारण मांग में स्वाभाविक रूप से वृद्धि हुई है।
अब तक किसानों द्वारा लगभग 88 हजार मीट्रिक टन यूरिया का उठाव कर उपयोग किया जा चुका है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के समतुल्य है। वर्तमान में जिले के क्षेत्रों में सहकारी एवं निजी संस्थानों के माध्यम से लगभग 3000 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि शासन द्वारा जिले के लिए चार रैक यूरिया और स्वीकृत की गई है, जो फिलहाल ट्रांजिट में है। चंबल, इफको, आईपीएल एवं ब्रह्मपुत्र वैली कंपनियों से आवंटित यह यूरिया अगले 2 दिनों में जिले में पहुँच जाएगी, जिससे अतिरिक्त 6000 मीट्रिक टन यूरिया प्राप्त होगा। इससे किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यूरिया की आपूर्ति नियमित रूप से की जा रही है, और भविष्य में भी किसानों को आवश्यकता अनुसार उर्वरक मिलता रहेगा।
कलेक्टर श्री सिंह ने किसानों से अपील की है कि वे किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। दो दिन बाद अपने नजदीकी मार्कफेड गोदाम या सहकारी विक्रय केंद्र से यूरिया प्राप्त करें।






