छात्रावास में खराब भोजन देने को लेकर आदिवासी समाज ने किया चक्का जाम… आदिवासी समाज का फूटा आक्रोश…
बिछुआ में हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने किया चक्का जाम….निकली रैली
राजनीति का अखाड़ा बनते जा रहे हैं आदिवासी छात्रावास…
नेतागिरी की आड़ में अधिकारियों ने प्राइवेट हाथों में दे दिया भोजन का टेंडर….
पंचायत दिशा समाचार
छिदंवाडा/ जिले के बिछुआ विकासखंड में आज आदिवासी समाज ने विभिन्न मांगों को लेकर रैली एवं चक्का जाम किया आदिवासी समाज के लोगों का कहना है कि आदिवासी समाज के साथ इन दिनों अत्याचार किया जा रहा है, कही आदिवासी समाज के युवक को बेरहमी से पिटाई के मामले हो या फिर छात्रावास एवं आश्रम शालाओं में बच्चों को भोजन संबंधित समस्या को लेकर आज आदिवासी समाज ने हजारों की संख्या में बिछुआ विकासखंड में रैली एवं चक्का जाम कर कलेक्टर के नाम पर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा..

आदिवासी समाज के लोगों की विभिन्न मांग
आदिवासी छात्रावास में गैर आदिवासी अधीक्षक हटाए जाएं…
आदिवासी समाज के लोगों ने आज विछुआ मुख्यालय में हजारों की संख्या में आये आदिवासी समाज के महिला पुरुष ने रैली निकलकर बिछुआ में चक्का जाम कर दिया उनकी मांग है कि आदिवासी छात्रावासों में जो गैर आदिवासी अधीक्षक छात्रावास में बने बैठे हैं उन्हें तत्काल हटाया जाए और आदिवासी शिक्षक को छात्रावास का अधीक्षक बनाने की मांग किया है

छात्रावास आश्रम शाला आवासीय कन्या परिसर एकलव्य विद्यालय में भोजन व्यवस्था को लेकर आदिवासी समाज का आक्रोश…
आदिवासी समाज के लोगों ने रैली एंव धरना प्रदर्शन करके जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला उनका कहना है कि जब से जनजातीय विभाग छिंदवाड़ा में सहायक आयुक्त सतेंद्र सिंह मरकाम जब से जिलें में आयें है आदिवासी समाज के बच्चों को मूलभूत सुविधा नहीं मिल पा रही है आज पूरे जिले के छात्रावास में राजनीति करने वाले कुछ लोगों ने भोजन व्यवस्था का टेंडर लिया है तब से बच्चों को घटिया प्रकार का भोजन खिलाया जा रहा है जिसमें गुणवत्ता का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है, छात्रावास आश्रम शालाओं में हमारे बच्चों को ऐसा भोजन दिया जा रहा है जिसें जानवर भी नहीं कहेंगे,, भोजन में कहीं इल्ली निकल रही है तो कहीं कंकर निकल रहे हैं दाल और सब्जी तो ऐसी दे रही है जिसमें सिर्फ पानी ही पानी देख रहा है इस प्रकार का भोजन हमारे बच्चों को दिया जा रहा है ऐसी विभिन्न मांगों को लेकर आज आदिवासी समाज ने बिछुआ में उग्र प्रदर्शन देखने को मिला..

शिव इंटरप्राइजेज का भोजन सप्लाई का टेंडर निरस्त करने की मांग…
आदिवासी समाज के लोगों का कहना है कि जब तक, कन्या शिक्षा परिसर बिछुआ, एकलव्य आवासीय विद्यालय सिंगरद्वीप में शिव इंटरप्राइजेज का भोजन सप्लाई का टेंडर निरस्त नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगी यदि आज शाम तक शिव इंटरप्राइजेज का भोजन टेंडर निरस्त नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी जिले के कलेक्टर एंव जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त की होगी….
आदिवासी छात्रावास एवं आश्रम शालाओं से गैर आदिवासी अधीक्षक को हटाया जाए…
आज बिछुआ में आदिवासी समाज के लोगों का उग्र प्रदर्शन देखने को मिला उनका कहना है कि जिले में संचालित आदिवासी छात्रावास एवं आश्रम शालाओं से शीघ्र ही गैर आदिवासी अधीक्षक को हटाया जाए और आदिवासी अधीक्षक की नियुक्ति की जानी चाहिए नहीं तो पूरे आदिवासी समाज जिले में उग्र आंदोलन करेगा…
जिले में जनजाति कार्य विभाग द्वारा संचालित छात्रावास एवं आश्रम शाला में इन दिनों आदिवासी छात्र-छात्राओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं एवं उनको मूल सुविधाओं से वंचित कर रहे हैं बच्चों को छात्रावास से मिलने वाला भोजन भी घटिया प्रकार का दिया जा रहा है नेतागिरी की आड़ में अधिकारियों ने प्राइवेट हाथों में भोजन का टेंडर दे दिया,इसके खिलाफ आज हजारों आदिवासी सड़क पर उतर आए है और उनका आक्रोश देखने को मिला, उनका कहना है कि हमारे बच्चों के साथ छात्रावास में जानवरों की तरह व्यवहार किया जा रहा है भोजन भी गुणवत्ताहीन दिया जा रहा है जिसके कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं, जिले में बैठे जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त ने इन दिनों छात्रावास आश्रम शालाओं को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है यहां पैसे के बलबूते पर एक तो छात्रावास में गैर समाज के अधीक्षक की नियुक्ति कर रहे हैं वहीं जो भोजन हमारे बच्चों को मिल रहा था उसमें भी अब राजनीति करने वाले लोगों को भोजन का टेंडर दे दिया है, जिससे हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार में ,

विगत दिनों पहले बिछुआ में एक आदिवासी युवक के साथ वनरक्षक ने बेरहमी से पिटाई के मामले को लेकर आज आदिवासी समाज का उग्र प्रदर्शन को देखने को मिला उनका कहना है कि वनरक्षक को पहले गिरफ्तार कर उसे सजा मिलनी चाहिए उसके बाद विभाग जांच करें
जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त सतेंद्र सिंह मरकाम की कार्य प्रणाली पर आदिवासी समाज के लोग ने लगाया सवालिया निशान..लगा रहे है
पुलिस प्रशासन ने की ही तगड़ी व्यवस्था

आदिवासी समाज के द्वारा ज्ञापन एवं रैली को लेकर पुलिस प्रशासन बिछुआ में अलर्ट बोर्ड पर दिखा पुलिस प्रशासन की तगड़ी व्यवस्था के कारण माहौल शांत रहा आदिवासी समाज के लोगों ने शांति से कलेक्टर महोदय के नाम ज्ञापन सोपा
 
            
