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आदिवासी छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने वाले कलयुग शिक्षक पर कब होंगी एफआईआर…?

आदिवासी छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने वाले कलयुग शिक्षक पर कब होंगी एफआईआर…?

जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त को नहीं है मामले की कोई कन्या शिक्षा परिसर में कोई ऐसी घटना हुई.! नहीं दे पाए विभागीय मंत्री के सामने जवाब…

छिंदवाड़ा/ मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जनजाति कर विभाग द्वारा संचालित आदिवासी कन्या छात्रावासों एवं स्कूलों में नहीं है आदिवासियों की बच्ची सुरक्षित क्योंकि जनजाति कार्य विभाग द्वारा संचालित स्कूल एवं छात्रावास में पिछले एक दो सालों में छात्रों के शिक्षक द्वारा छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसके कारण जनजाति कार्य विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं , ऐसा ही मामला जिला मुख्यालय में स्थित कन्या शिक्षा परिसर में पिछले दिनों सामने आया जहां एक शिक्षक ने गुरु शिष्य की परंपरा को धूमिल कर दिया था,पूरा मामला कन्या शिक्षा परिसर का था,जहां रजनीश गोहाड़े अंग्रेजी माध्यमिक शिक्षक ने छात्रावास में रहकर अध्ययन करने वाली एक आदिवासी छात्र के अश्लील हरकत किया था, जबकि समाज में शिक्षक का पद बेहद गरिमामय और सम्माजनक होता है। लोग गुरू को ईश्वर के समतुल्य मानते है उनके दिखाए रास्ते पर चलकर सफलता की नई ऊंचाइयों को छूने का प्रयास करते है। छात्र और शिक्षक के बीच पिता पुत्र के समतुल्य रिश्ता होता है। ऐसे में अगर कोई शिक्षक किसी छात्रा के साथ अश्लील हरकत करे तो यह बेहद ही शर्मनाक हरकत है और ऐसे शिक्षक को दंडित करना बहुत जरूरी भी है। लेकिन एक सप्ताह होने को आए हैं लेकिन जनजाति कर विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं स्कूल प्रिंसिपल ने ऐसे शिक्षक पर एफआईआर नहीं कराई है

कलयुगी शिक्षक पर कब होगी एफआईआर…?

शिक्षक पर होना चाहिए पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज…

जनजाति कार्यविभाग जबलपुर के उपायुक्त ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए बैड टच करने वाले शिक्षक रजनीश गोहाड़े क़ो निलंबन कर दी,लेकिन जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा के सहायक आयुक्त एवं कन्या शिक्षा परिसर के प्रिंसिपल ने अभी तक कलयुगी शिक्षक पर एफआईआर दर्ज नहीं कराई है..?

जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त को नहीं है मामले की कोई जानकारी विभागीय मंत्री के सामने नहीं दे सके जवाब…

जनजाति कार्य विभाग के कैबिनेट मंत्री डॉ.कुंवर विजय प्रताप शाह ने दिया कार्रवाई करने का आश्वासन…

प्रदेश के जनजातीय कार्य, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ.कुँवर विजय शाह ने आज कलेक्टर कार्यालय छिंदवाड़ा के सभाकक्ष में प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान के अंतर्गत पत्रकार वार्ता में पत्रकारों के द्वारा सवाल पूछा गया कि आदिवासी विभाग द्वारा संचालित कन्या शिक्षा पर सर में एक छात्रा के साथ एक शिक्षक द्वारा असली हरकत की गई है लेकिन एक सप्ताह भी जाने के बाद भी ऐसे शिक्षक पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई है तब जनजाति कार्य विभाग के मंत्री ने कहा कि मैं इसकी जांच करता हूं और जो भी दोषी शिक्षक होगा उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई कर उसे पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी..

जनजाति कार्य विभाग जबलपुर उपायुक्त ने रजनीश गोहाड़े को किया निलंबित…

सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा द्वारा शिकायत मिलने के बाद विभाग ने तीन सदस्य की टीम गठित कर जांच कराई गई, जांच रिपोर्ट आने के बाद उसे जबलपुर उपायुक्त जनजाति कार्य विभाग ने शिक्षक को निलंबित कर दिया था, लेकिन सवाल उठता है कि इतने दिन बीत जाने के बाद भी क्यों शिक्षक पर नहीं कराई गई एफआईआर, लगता है निलंबित करके विभाग ने अपनी खानापूर्ति कर लिया,जबकि ऐसे शिक्षक के ऊपर तो एफआईआर दर्ज होना चाहिए और पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज करना चाहिए लेकिन लगता है की जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा के अधिकारी एवं कन्या शिक्षक परिसर के प्रिंसिपल ऐसे शिक्षक को बचाने मैं लगे हुए हैं जब तो एक सप्ताह होने जा रहे हैं लेकिन शिक्षक पर एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है आखिर क्यों विभाग ऐसे शिक्षक को बचते नजर आ रहा है…?