Home DHARMA भाई बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन..

भाई बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन..

भाई बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन..

By admin
19 August 2024
पंचायत दिशा समाचार

आज पूरे भारत देश में रक्षाबंधन का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है । हिंदू धर्म में रक्षाबंधन के त्योहार का विशेष महत्व होता है। वैदिक पंचांग के अनुसार हर वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस बर्ष रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा। ज्योतिषियों की ऐसी मान्यता है जब भी भद्रा होती है तो इस दौरान राखी बांधना शुभ नहीं होता है। राखी हमेशा भद्राकाल के बीत जाने के बाद ही बांधी जाती है।

रक्षाबंधन कब से मनाई जाती है….

क्या आप जानते हो रक्षा बंधन कब से मनाया जाता है? रक्षा बंधन मनाने की शुरूआत सतयुग से आरंभ हुई,जब राजा बलि ने तीनों लोकों में अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया था , सभी तरफ आहाकार मचा हुआ था, राक्षसों का आतंक चरम सीमा पर था ,उसी समय भगवान विष्णु एवं अन्य देवताओं ने इस विषय को गंभीरता से लिया और एक युक्ति सोचे, भगवान विष्णु ने वामन ( छोटे बच्चे का रूप) अवतार रखकर राजा बलि के द्वार पर भिक्षा मांगने के लिए गए, और भिक्षा में राजा बलि से तीन पग ( तीन कदम) भूमि दान के रूप में मांगी, राजा बलि ने उपहास करते हुए कहा बच्चे बस इतना ही और मांगो जो चाहिए, वामन रूपी भगवान विष्णु ने कहा बस तीन पग भूमि ही चाहिए, और भगवान विष्णु ने तीन पग भूमि मापना शुरू किया तो पहले पग में पुरी पृथ्वी लोक आ गई, दुसरे पग में आकाश लोक,तब भगवान विष्णु ने राजा बलि से कहा अब तीसरा पग भूमि कहां से लूं तब राजा बलि ने अपने सिर को आगे बढ़ाया और कहा की आप तीसरे पग मेरे सीर पर रख दिजीए, और भगवान विष्णु ने ऐसा ही किया राजा बलि पाताल में चला गया, तब उसने भगवान विष्णु से निवेदन किया कि आप भी पाताल लोक में ही रहिए, बहुत समय बीत जाने के बाद भगवान विष्णु जब स्वर्ग लोक नहीं गए तो माता लक्ष्मी को चिंता हुई, तब नारद जी ने माता लक्ष्मी को एक युक्ति सुझाया आप पाताल लोक जाओ और वहां का राजा, राजा बलि को रक्षा सुत्र, रक्षाबंधन बांधकर , भगवान विष्णु को मांग लो और उन्होंने ऐसा ही किया, राजा बलि ने भगवान विष्णु को इस बंधन से आजाद कर दिया, तब से रक्षाबंधन मनाया जाता है।