
परिवीक्षा अवधि में चल रहे शिक्षक का किया अटैचमेंट
रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
दिनांक-22/07/2024
छिदंवाडा ( पंचायत दिशा)- मध्यप्रदेश के छिदंवाडा जिलें के जनजातीय कार्यविभाग में नियम कायदें भले ही सरकार बनाती हो, लेकिन इन नियम कायदों को ताक पर रखकर अपने नियम कायदें चलाने का काम सहायक आयुक्त हमेशा करते रहे हैं।
परिवीक्षा अवधि में चल रही शिक्षिका गुप्ता का चौरई कान्या छात्रावास में किया अटैचमेंट
खासकर जब अटैचमेंट की बात हो तब शासन के दिशा-निर्देशों को हमेशा ही नजरअंदाज करते हुए अपने चहेते शिक्षकों को कार्यालयीन काम के लिए अटैचमेंट करना आम बात है। हाल ही में अटैचमेंट का नया कारनामा बिल्कुल चौंका देने वाला है। जनजातीय कार्यालय में परिवीक्षा अवधि में चल रहे शिक्षिका का अटैचमेंट कर दिया है, जिससे इस शिक्षिका की मूल पदस्थापना स्थल पर बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी पड़ गई है।
नए शिक्षा सत्र में पठन-पाठन के लिए के लियें जबकि आदिवासी अंचलों की सेंकडों शाला आज शिक्षक विहीन है ।यंहा अतिथि के भरोसे आदिवासी बच्चों को पढाया जा रहा है ।यंहा पदस्य शिक्षकों ने आपना अटैचमेंट दुसरी जगह करके रखें है । जबकि विभाग ने इन शिक्षकों को काउंसलिंग के बाद विषय आधारित जरूरत वाले स्कूलों में पदस्थ किया गया हैं। इन्हीं में से हायर सेकंडरी स्कूल हडाई में पदस्थ शिक्षिका करुणा गुप्ता को … विषय पढ़ाने के लिए पदस्थी दी गई है। जनजातीय कार्यविभाग के निर्देशानुसार संविदा अवधि में काम करने वाले शिक्षिका को शाला विशेष के लिए पदस्थ किया जाता है। किसी भी परिस्थिति में उसे दूसरे स्कूल या किसी कार्यालय में अटैच नहीं किया जा सकता। 3 साल तक एक ही स्कूल में ठीक तरह से पढ़ाने पर ही उसकी परिवीक्षा अवधि पूरी मानकर नियमित करने की कार्रवाई की जाती हैं। इस नियम के विरूद्ध सहायक आयुक्त सतेंद्र सिंह मरकाम ने चौरई के कान्या छात्रावास में अधीक्षिका के पद पर अटैचमेंट रख लिया, जो उसकी परिवीक्षा अवधि नियमों के विपरीत तो है साथ ही जिस स्कूल में उसकी पदस्थी …बिषय पढ़ाने के लिए हुई थी, उससे वहां के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।
दुसरा मामला…
सिल्लेवानी बालक आश्रम शाला में पदस्थ सहायक शिक्षक सुभाष देशपांडे को बर्षों से जनजातीय कार्यविभाग मुख्यालय में अटैचमेंट..
जनजातीय कार्यविभाग छिदंवाडा के सहायक आयुक्त इन दिनों अटैचमेंट एंव शिक्षकों को अधीक्षक बनाने के मामलों में खूब सुर्खियों में है ।आज जिलें के हर व्यक्ति के मुंह में यही बात है कि जनजातीय कार्यविभाग में ये क्या चल रहा है ?आखिर आँखों मूंदकर नियम के विपरीत ये शिक्षकों को अटैचमेंट इधर से उधर कैसे कर है। ऐसा ही मामला सिल्लेवानी बालक आश्रम में पदस्थ सहायक शिक्षक सुभाष देशपांडे को बर्षों से जिला जनजातीय कार्यविभाग मुख्यालय में अटैचमेंट पर रखा गया है। जो जिला मुख्यालय में बाबू का काम करते है । इनका काम है मुख्यालय में अनुकंपा नियुक्ति , न्यायालय संबंधित मामलें , शिक्षकों की नियुक्ति ,अटैचमेंट सहित कई काम करतें है ।इन कामों में ये महाशय खुलखर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे है ?। और ये सब काम सहायक आयुक्त के निगरानी में चल रहा है ! ये महाशय रात में आफिस आकर सब उल्टे सीधे काम करता है। आखिर जिला मुख्यालय में इतने बाबू होने के बाद भी एक सहायक शिक्षक को इतनी जिम्मेदारी क्यों दी गई है । आखिर सहायक महोदय ऐसे भ्रष्टाचारी शिक्षक का अटैचमेंट समाप्त क्यों नहीं कर रहे है ।ये बडा सवाल है।
रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत की रिपोर्ट
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