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अमरवाड़ा विधायक नहीं चाहते आदिवासी से मारपीट की हो निष्पक्ष जांच- धीरन शाह..

अमरवाड़ा विधायक नहीं चाहते आदिवासी से मारपीट की हो निष्पक्ष जांच- धीरन शाह

कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक को निष्पक्ष जांच के लिए सौंपा ज्ञापन, तो अमरवाड़ा विधायक ने अलापा राजनीति का राग

भाजपा के अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह पर है अनेक जांच की आंच

अमरवाड़ा विधायक के प्रतिनिधि ने ही सम्पूर्ण मामले को तूल देकर शांति व सौहार्द्र बिगाड़ा

छिन्दवाड़ा:- “उल्टा चोर कोतवाल को डांटे” वाली कहावत को भाजपा के अमरवाड़ा विधायक कमलेश प्रताप शाह पूरी तरह चरितार्थ कर रहे हैं। तमाम तरह के गबन, घोटाले व भ्रष्टाचार में गले तक डूबे अमरवाड़ा विधायक के ही प्रतिनिधि ने हर्रई में आदिवासी युवक पर हुए जानलेवा हमले को नया तूल दिया है। जिले की शांति व सौहार्द्र को बिगाड़ने की सीमाएं लांघी है, इसीलिये विधायक कमलेश प्रताप शाह नहीं चाहते कि मामले की पुलिस निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर ठोस कार्रवाई करें। उक्त उदगार जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से अमरवाड़ा से कांग्रेस नेता धीरन शाह ने व्यक्त किए हैं।

श्री धीरन शाह ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा कि भाजपा की सरकार में प्रदेश और अमरवाड़ा विधानसभा में आदिवासियों पर सर्वाधिक हमले हो रहे हैं। दुख इस बात का है कि अमरवाड़ा विधानसभा का नेतृत्व स्वयं आदिवासी विधायक कर रहे हैं फिर भी वे आदिवासियों की सुरक्षा को लेकर संवेदनसील नहीं है। कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन प्रस्तुत कर हर्रई में 29 जून 2025 को आदिवासी युवक के साथ हुई मारपीट की निष्पक्ष जांच व दोषियों पर ठोस कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन प्रस्तुत किया था, किन्तु इस ज्ञापन में अमरवाड़ा विधायक को राजनीतिक लाभ नजर आया, उन्होंने और उनकी ही पार्टी के अन्य नेताओं ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि मामले को तूल दे रहे हैं, किन्तु सत्यता यह है कि स्वयं कमलेश प्रताप शाह के विधायक प्रतिनिधि आशुतोष चौकसे ने ही सम्पूर्ण मामले में राजनीतिक व व्यवसायिक हित साधने के लिए मामले को तूल दिया गया। यह सम्पूर्ण मामला विधायक कमलेश प्रताप शाह के संज्ञान में है इसीलिये वे नहीं चाहते कि आदिवासी युवक के साथ हुई जानलेवा मारपीट की निष्पक्ष जांच हों।

कांग्रेस नेता श्री शाह ने जारी बयान में आगे कहा कि भाजपा नेता दिनेश अंगरिया, उत्तम ठाकुर व मोनिका बट्‌टी सच्चे आदिवासी है और आदिवासियों के हितैषी है तो इन्हें भी सर्वप्रथम आदिवासी भाई के साथ हुई घटना का विरोध करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग करनी चाहिए थीं, किन्तु नहीं की, इसका सीधा अर्थ है कि अमरवाड़ा विधायक कमलेश प्रताप शाह की तरह ही अन्य नेता भी इस मामले को दबाना चाहते है, क्योंकि इस मामले में विधायक के प्रतिनिधि आशुतोष चौकसे का ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें वह स्वयं यह स्वीकार कर रहा है कि उसने ही आदिवासी को पेशाब पिलाने और गुटका खाकर मुंह पर थूकने वाली बात की और फिर राजनीतिक एवं व्यवसायिक लाभ के लिए उसे तूल दिया। भाजपा के नेता स्वयं अपने गिरेबां में झांककर देखें कि वह इस मामले को कौनसा राजनीतिक रूप दे रही है।

श्री धीरन शाह ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के अंत में कहा कि सर्वविदित है कि कांग्रेस ने कभी भी इस तरह की ओछी राजनीति नहीं की। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी एवं पूर्व सांसद माननीय नकुलनाथ जी इस तरह की राजनीति के पक्षधर नहीं है। सामाजिक व दो पक्षों के विवाद को नया रंग देने का काम हमेशा ही भाजपा करती है जिसका एक प्रत्यक्ष प्रमाण हर्रई में आदिवासी युवक के साथ हुई मारपीट का है जिसमें विधायक प्रतिनिधि के द्वारा सम्पूर्ण मामले को एक नया रंग देने का प्रयास किया गया है।


कमलनाथ व नकुलनाथ के विकास कार्यों के सार्थक परिणाम

छिन्दवाड़ा:- मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी एवं पूर्व सांसद माननीय नकुलनाथ जी के विकास कार्यों के सार्थक परिणाम है कि तेज बारिश के दौरान भी जिला मुख्यालय का सम्पर्क ब्लॉक मुख्यालयों से सतत बना हुआ है। कभी भी बाढ़ अथवा पानी भराव जैसी अप्रिय घटना नहीं होती। नाथद्वय द्वारा कराए गए विकास कार्यों के लिए कांग्रेस नेता शरद नामदेव ने हृदय से आभार माना है।

श्री शरद नामदेव ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि माननीय कमलनाथ जी एवं माननीय नकुलनाथ जी के द्वारा छिन्दवाड़ा में गुणवत्तायुक्त सड़कें व पुलों का निर्माण कराया गया है। परिणामस्वरूप तेज बारिश के दौरान