हरनभटा में खेत की नरवाई जलाने से किसानों को नुकसान, नरवाई जलाने वाले व्यक्ति पर प्रकरण दर्ज
किसानों से नरवाई नहीं जलाने की अपील
छिन्दवाड़ा/ जिले के विकासखंड चौरई के ग्राम बिंझावाड़ा निवासी कृषक श्री गिरजानंद सनोडिया ने ग्राम हरनभटा में अपने खेत में हुई आगजनी की घटना को लेकर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता की मां के नाम पर स्थित तीन एकड़ खेत में कृषि उपकरण, पाइप और बोरिंग की व्यवस्था रखी गई थी। 5 अप्रैल 2025 को दोपहर लगभग 2 बजे डालचंद सनोडिया नामक व्यक्ति द्वारा अपने खेत की नरवाई में लापरवाही पूर्वक आग लगा दी गई। गर्मी के चलते आग तेजी से फैल गई और आसपास के खेतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना में शिकायतकर्ता के खेत में लगी 40 नग 2 इंची पाइप एवं लगभग 1200 फीट बोरिंग पाइप जलकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही, पड़ोसियों के खेतों में भी आग से पाइपलाइन एवं अन्य कृषि सामग्री जलकर नष्ट हो गई।

कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह द्वारा नरवाई जलाने पर पूर्व में ही प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया जा चुका है। इसके बावजूद नियमों की अनदेखी करते हुए खेत में आगजनी की गई, जिससे आसपास के किसानों को नुकसान हुआ। क्षेत्र में लगातार कृषि एवं राजस्व विभाग के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा रहा है कि वे नरवाई में आग न लगाएं। इसके बावजूद कुछ किसानों द्वारा की जा रही ऐसी लापरवाही पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
उप संचालक कृषि ने बताया कि जिला प्रशासन व विकासखंड स्तर पर कृषि विभाग द्वारा सुपर सीडर मशीन अनुदान पर उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे बिना नरवाई जलाए अगली फसल की बोनी की जा सके। चांद और चौरई क्षेत्र के लगभग 800 कृषकों ने इस वर्ष ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल नरवाई जलाए बिना बोई है, जिससे उन्हें न केवल बेहतर उत्पादन मिला है बल्कि पर्यावरण भी सुरक्षित बना हुआ है। प्रशासन ने पुनः अपील की है कि किसान नरवाई न जलाएं और वैज्ञानिक कृषि विधियों को अपनाकर पर्यावरण और समाज हित में सहयोग करें।