भोपाल/ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने बेटे कुणाल और रिद्धि के विवाह में आशीर्वाद लेने हेतु आज अपने पूर्वजों को पधारने के लिए आमंत्रित किया।
जिनके कारण आज हमारा अस्तित्व है, वे न होते तो हम भी न होते। उन्हें हमें कभी नहीं भूलना चाहिए। मांगलिक कार्यक्रम और शुभ अवसरों पर हम उन्हें सदैव याद रखें, उन्हें कृतज्ञता ज्ञापित करें। इसलिए शुभ विवाह के अवसर पर पुरखों को निमंत्रण देना हमारी सनातन एवं पारिवारिक परंपराएं हैं।

हमारे पूर्वज-पुरखें, सृष्टि में किसी न किसी रूप में उपस्थित हैं, आत्मा कभी भटकती नहीं हैं, वह अजर, अमर हैं। हमारी प्रार्थना सुनकर वे आशीर्वाद देने पधारते हैं, ये हमारी मान्यता है। इसलिए आज उन्हें सादर निमंत्रण दिया है। उनको स्वर्ग से आने के लिए प्रतीकात्मक लकड़ी की सीढ़ी भी लगाई है।
आज माय कोठी की पूजा भी संपन्न हुई है, पूर्वजों की पूजा कर उन्हें चावल डालकर नाम ले-लेकर आमंत्रित किया है। ये हमारा विश्वास है कि वे

आशीर्वाद देने अवश्य पधारेंगे। अपने पूर्वजों का स्मरण रखने हेतु उनको कृतज्ञता ज्ञापित करने की अद्भुत परंपरा है ये… इसका निर्वहन कर आज हम धन्य हुए।
इसके साथ कुणाल को हल्दी लगाकर परंपरागत रस्म को भी पूरा किया गया। विवाह की रस्में प्रारंभ हो गई है इसलिए अब कुणाल घर से बाहर जाएंगे तो साथ में छोटी सी कटार जेब में लेकर ही जाएंगे।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मैं अपने बेटे की शादी में सनातन परंपरा का पालन करते हुए वैवाहिक कार्यक्रम करा रहे हैं।