चौरई कृषि उपज मंडी में लुट रहा है किसान, 24 रुपये प्रति 100 किलो पर तुलाई के नाम पर अबैध बसूली…
मंडी बोर्ड मध्य प्रदेश के आदेशों की उड़ा रहे हैं धज्जियां
पंचायत दिशा समाचार
छिंदवाड़ा / मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में इन दिनों कृषि उपज मंडी चौरई में किसानों को टैक्स एंव तुलाई के नाम पर व्यापारी किसानों को लुट रहे है, और तो और किसानो से बजन भी ज्यादा लिया जा रहा है, बोरी में उपज तुलाई से लेकर लोडिंग तक का पैसा किसानों से लिया जा रहा है, और इस खेल में मंडी सचिव की मिलीभगत है, जबकि मंडी बोर्ड की तरफ से ऑपरेटर कंप्यूटर ऑपरेटर एवं सुरक्षा गार्ड सीसीटीवी कैमरे रखने की एवं लगाने के आदेश हैं लेकिन कृषि उपज मंडी चौरई में मंडी सचिव नीतू उईके के द्वारा ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया गया मंडी की सुरक्षा को लेकर हर समय विवाद होते रहता है, कई बार किसानों का माल चोरी हो गया है..
भाजपा सरकार में हो रहा किसानों का शोषण…
छिंदवाड़ा जिले की दूसरी सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी चौरई है जो की चौरई विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है यहां पर सिवनी जिला के अधिक किसान अपनी कृषि उपज विक्रय करने यंहा आते हैं कृषि उपज मंडी चौरई का यह हाल है कि जो किसान अपनी ट्रैक्टर ट्राली में कृषि मंडी चौरई में उपज लेकर आते हैं उनसे भी 10 रुपए गेट पर बसूला जा रहा है जो शासन की तरफ से ट्रैक्टर ट्रालियों पर संपूर्ण तरीके से छूट है, और कृषि उपज मंडी चौरई में शासन द्वारा टीन सेट पर किसानों को अपना कृषि अनाज डालने के लिए बनाए गए हैं मगर चौरई कृषि उपज मंडी का यह हाल है कि सालों से यंहा व्यापारियों का माल रखा रहा है और किसान खुलें में आपनी उपज डालते है जबकि व्यापारियों की गोदाम बने हैं लेकिन मंडी प्रशासन कभी इन व्यापारियों को यंहा से माल हटाने के लिए नहीं बोलते है
कृषि उपज मंडी सचिव के द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं…
चौरई कृषि उपज मंडी सचिव के द्वारा आज तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है,मध्य प्रदेश ई गवर्नमेंट के अंतर्गत किसानों को अपनी कृषि उपज अनाज का मंडी के माध्यम से विक्रय करने पर अनाज की रकम तुरंत नगरिय बैंक अकाउंट में देने का प्रावधान है मगर चौरई कृषि उपज मंडी में 8 से 10 दिनों में किसानों को पैसा मिलता है और किसानो को दो से तीन बार में अपने पैसा मिलता है।
किसानों को बोला जाता है कि अगर नगद पेमेंट लेना है तो ?30 कुंटल से भाव कम होकर लगेगा अब अन्य दाता भगवान होता है उसको अपने आनाज का पैसा भी टाइम से नहीं मिल रहा है ना कृषि उपज मंडी चौरई में शासन के तरफ से किसी की शिकायत के लिए कोई शिकायत निवारण कक्ष है ना कोई अधिकारी तैनात रहता है ना किसानों को पानी पीने की कोई उचित व्यवस्था है
चौरई कृषि उपज मंडी में शासन के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा यही है एवं मंडी सचिव और व्यापारी की मिलीभगत
से किसानों का शोषण किया जा रहा है एवं लाखों रुपए अंदर किया जा रहे हैं कृषि उपज मंडी सचिव चौरई में मंडी नियम के अनुसार उन्हें चौरई मुख्यालय में रहने का है मगर वह छिंदवाड़ा से फोर व्हीलर से आना-जाना करती हैं एवं दो तीन बजे दोपहर में चौरई मंडी में उपस्थित होती हैं मंडी सचिव ही चौरई में उपस्थित नहीं है तो किसानों की हर समस्या का ख्याल कौन रखेगा व्यापारियों से ऐसी क्या सांठ गांठ है
सवाल यह है कि यहां सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है, किसानों से व्यापारी और दलाल पाला के नाम पर अच्छी मोटी रकम वसूलते हैं मंडी सचिव को अवगत कराया गया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई क्योंकि कर्ताधर्ता स्वयं है इसलिए कार्रवाई कैसे हो सकती है.