Home STATE पांढुर्णा/ सौसर के सत्ताधारी नेताओं के संरक्षण में चल रहा सौसर में...

पांढुर्णा/ सौसर के सत्ताधारी नेताओं के संरक्षण में चल रहा सौसर में अबैध रेत कारोबार..?

सत्ताधारी नेताओं के संरक्षण में चल रहा सौसर में अबैध रेत कारोबार..?

पांढुर्णा माइनिंग अधिकारी मनीष नागपुरे रेत माफियाओं के आगे नतमस्तक…?

पंचायत दिशा समाचार

छिंदवाड़ा/ पांढुरना- माइनिंग अधिकारी रविंद्र परमार, माइनिंग इंस्पेक्टर स्नेह लता ठवरे,मनीष नागपुरे के द्वारा कभी-कभी अवैध रेत उत्खनन करने वालों पर छोटी मोटी कार्रवाई की जाती है, बाकी समय अबैध रेत माफिया खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन करते हैं, इन दिनों पांढुर्णा जिले में रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है, लगता है जिले में पदस्थ खनिज विभाग के अधिकारी रेत मुरम अवैध उत्खनन माफियाओं पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे है, पांडुरना जिले में रेत की प्रमुख खदानें मुख्य रूप से सौसर, रामाकोना और उसके आस-पास के क्षेत्र में है। अधिकृत ठेकेदार के अलावा इस क्षेत्र में कुछ लोग गुंडागर्दी कर रेत का अवैध खनन और परिवहन प्रशासन की आड़ लेकर करते हैं। जरूरत के हिसाब से प्रशासनिक अधिकारियों का भी सहयोग लिया जा रहा है। सौंसर की खदानों से रेत निकालकर लोधीखेड़ा और पांडुर्ना होते हुए वाहन नागपुर पहुंच रहे हैं। अधिकृत ठेकेदार और रॉयल्टी चुकाने वाले वाहन छिंदवाड़ा नागपुर नेशनल हाइवे से होकर निकलते थे, लेकिन वर्तमान में रेमंड चौक के पीछे वाली नवनिर्मित सड़क का उपयोग किया जा रहा है, इसी सड़क से होकर बड़ी संख्या में रेत से भरे ट्रक गुजर रहे हैं। सबसे खास बात यह है कि इनमें अधिकांश वाहन ऐसे होते हैं जिनके पास रायल्टी नहीं होती यानि चोरी की रेत का परिवहन करते हैं। रेत को लेकर सौंसर और लोधीखेड़ा क्षेत्र में विवाद होना भी आम बात है, क्योंकि यहां अधिकृत ठेकेदार से अधिक सत्तापक्ष के एक सफेद पोश का दखल है और वह अबैध तरीके से रेत निकाल रहा है जिसके चलते पिछले महीने विवाद की स्थिति निर्मित हुई थी। वाहनों पर पत्थराव किया गया था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद विवाद की स्थिति तो नहीं बनी, लेकिन रेत की चोरी करने का तरीका बदल लिया गया है। अब टूकों पर त्रिपाल बांधकर रेत का परिवहन किया जा रहा है। क्षमता से अधिक रेत लेकर डंपर दौड़ रहे है, लेकिन मैं रोकने वाला कोई नहीं, परिवहन विभाग एवं खनिज विभाग इन पर कभी कोई कार्रवाई नहीं करता है, परिवहन विभाग की जांच चौकियों पर वाहन रोके नहीं जाते। इससे साफ है कि सत्ता और प्रशासन की मौन स्वीकृति के साथ ही रेत का अवैध खनन से

कार्यालय कलेक्टर (खनि शाखा) से लेकर परिवहन तक सब कुछ वे रोक टोक जारी है..?

खनिज और परिवहन विभाग ढुलमुल रवैया

रेत की ओवरलोडिंग रोकने में नाकामयाब साबित हो रहा है खनिज विभाग इस रास्ते से निकल रही ट्रक रेत से भरे

वाहन रेमंड के पीछे बाली सड़क से तिनखेड़ा,साई खेड़ा होते हुए..

पांढुर्णा जिले के सौसर कन्हान नदी से रेत का परिवहन किया जा रहा है रेत की चोरी के लिए 12 चक्का 14 चक्का हाइवा से लगातार परिवहन हो रहा है,10 चक्का ट्रक में ओवरलोड 300 से400 वर्ग फिट रेट परिवहन किया जाता है जिसका वजन लगभग 25 से 30 टन होता है सड़क से गुजर रहे ट्रैकों में क्षमता अधिक रेत भरकर परिवहन किया जा रहा है जिसके कारण क्षेत्र की सड़क भी खराब हो रही है, भजन सहन करने की एक क्षमता होती है ओवरलोडिंग से सड़क खराब होगी लेकिन ओवरलोडिंग को रोकने के लिए संबंधित विभाग कार्रवाई के नाम पर कर रहा है सिर्फ खानापूर्ति


सौसर/ पांढुरना खनिज इंस्पेक्टर की देखरेख में इन दिनों चल रहा पूरा खेल..?

सौसर /पांढुर्ना में अवैध रेत माफिया से मिली भगत के कारण खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर है लेकिन पांढुर्णा कलेक्टर / जिला खनिज अधिकारी अवैध रेत उत्खनन को रोकने में लगता है ना काम साबित हो रहे हैं इसलिए इन दिनों सौसर पांढुर्ना में रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है, कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है

जिला खनिज अधिकारी का क्या कहना…

खनिज विभाग के द्वारा जिले में लगातार निरीक्षण किया जाता है और जो भी वाहन बगैर रॉयल्टी के मिलता है तो खनिज विभाग द्वारा उसे वहां पर कार्यवाही की जाती है