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खरीदी केंद्रों पर तौली जा रही नॉन एफएक्यू धान, हर्रई सेवा सहकारी समिति के बसुरिया कला धान खरीदी केंद्र पर नहीं हो रहा हडम्बा..?

खरीदी केंद्रों पर तौली जा रही नॉन एफएक्यू धान, कई केंद्र पर नहीं हो रहा हडम्बा

कहीं कचरा मिली तो कहीं पत्थर तक मिलाकर हो रहा तौल, सर्वेयर नहीं दे रहे ध्यान….

छिंदवाड़ा /जिले में बारिश के बाद एक बार फिर धान की खरीदी शुरू हो गई हैं, लेकिन धान की गुणवत्ता का बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे ही मामला आज हर्रई के सेवा सहकारी समिति के बसुरिया कला धान खरीदी केंद्र में देखा गया इस केंद्र पर हडम्बा (धान साफ करने का यंत्र) का उपयोग नहीं किया जा रहा है। ऐसे में नॉन एफएक्यू धान की खरीदी की जा रही है । खास बात यह है कि सेवा सहकारी समिति हर्रई खरीदी केंद्र में विभागीय अधिकारी कभी भी निरीक्षण नहीं कर रहे हैं निरीक्षण के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति कर रहे है ।
बता दें कि धान खरीदी के लिए जिले में कई केंद्र बनाए गए हैं। जहां सर्वेयर भी रखे गए हैं। जिनकी जिम्मेदारी है कि किसान की धान की क्वालिटी को चेक करें। उसका सर्वे करें और एफएक्यू होने के बाद ही धान को तौल के लिए पास करें, लेकिन यहां किसानों और किसान के नाम पर पहुंचने वाले व्यापारियों की धान को सीधे की तौल पर लगाया जा रहा है। इसके एवज में लेनदेन के प्रकरण भी सामने आ रहे हैं। जिससे मौके पर जांच करने पहुंचने वालों को साधने का काम किया जा रहा है।

हर्रई धान खरीदी केंद्र पर देखने मिल रही गड़बड़ी…..!

पंचायत दिशा समाचार टीम ने अलग-अलग क्षेत्र में स्थापित केंद्रों का जायजा बीते दिनों में कराया। जिले के कई खरीदी केंद्र पर नॉन एफएक्यू धान की ही खरीदी होना पाई गई। समितियों के दौरा के दौरान धान की गुणवत्ता खराब देखने मिली। कई केंद्रों पर तो ऐसी धान भी तौल ली गई, जिसमें स्पष्ट देखने मिल रहा था कि धान में निर्माण मटेरियल मिलाकर लाया गया है। इतना ही नहीं एफएक्यू का ध्यान कहीं भी नहीं दिया जा रहा है। पंचायत दिशा समाचार की टीम ने जब पड़ताल की तो पता चला कि सर्वेयर को इसके एवज में कुछ रुपए भी किसान दे रहे हैं। हालांकि, किसान खुलकर नहीं बोले, क्योंकि धान उनकी ही थी।

गोदामों में भी सर्वेयर नहीं दे रहे ध्यान…
धान की गुणवत्ता की देखने की जिम्मेदारी सर्वेयर की होती है। धान खरीदी केंद्र के अलावा गोदाम, वेयरहाउस में धान रखवाने के पहले भी सर्वेयर को धान की गुणवत्ता चेक करना होती है। इसके बाद ही वह धान को रखवा सकता है। यहां भी बिना कोई देखरेख और जांच के बाद धान का भंडारण करवाया जा रहा है। बीते दिनों बारिश में भीगी बोरियों को भी परिवहन करा दिया गया। साथ ही इसका भी भंडारण कुछ गोदामों में हो गया है।

व्यापारियों के माल की सीधे तोले….?
सेवा सहकारी समिति हर्रई के खरीदी केंद्र बसुरिया कला में देखने को मिला कि यहां पर व्यापारियों का माल ट्रक से आकर सीधे तोला जा रहा है, यहां खरीदी करने वाले से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि माल सब है जबकि मॉल में धूल मिट्टी एवं कचरा वाली धान थी लेकिन उनकी धान की सीधी तुलाई हो रही थी, यहां पर सीधे तौर पर व्यापारियों का माल ट्रैकों से आता है,,?

नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी कभी नहीं करते जांच….

नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक से जब इस विषय में बात की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया वहीं
जानकारों का कहना है नागरिक आपूर्ति अधिकारी की जिम्मेदारी होती है कि
समिति स्तर और गोदाम स्तर पर खरीदी चल रही है। तो हडम्बा करना चाहिए, लेकिन अधिकारी इसकी जांच क्यों नहीं कर रहे हैं यह एक बड़ा सवाल है । जबकि धान में कचरा रहता है तो यह जरूरी है। केंद्र प्रभारी और सर्वेयर की जिम्मेदारी धान की गुणवत्ता की होती है। गोदाम स्तर पर जमा हुई धान की और केंद्रों पर पहुंचकर धान की जांच करना होता हैं। और अधिकारी को चाहिए कि नॉन एफएक्यू धान मिलती है तो सभी सर्वेयर हटाने की कार्रवाई की जाना चाहिए

रिपोर्ट -ठा रामकुमार राजपूत
मोबाइल -8839760279