आदिवासी विकासखंड तामिया क्षेत्र में हाईस्कूल के बच्चों की फीस गबन का मामला आया सामने,फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर निकाले 2 बच्चों की फीस
पंचायत दिशा समाचार
छिंदवाड़ा /आदिवासी बहुल विकासखंड तामिया के सरकारी स्कूल इन दिनों शिक्षक और अधिकारियों के लिए पैसा कमाने का बड़ा जरिया बन गए हैं सरकार गरीब बच्चों के लिए हर स्कूल के निर्धारित शासकीय खाते में पैसे देता है और वही फीस की राशि बच्चों से शिक्षक और विद्यालय प्रबंधन वसूलने के आरोप है ऐसे में गरीब बच्चे जो निम्न आर्थिक स्तर में पढ़ाई करने के लिए सरकारी स्कूल जाते हैं वह दोहरी मार झेलने मजबूर हैं गरीबी रेखा से नीचे कई आदिवासी बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं फीस के नाम पर मोटी रकम लेने के बाद शासन से राशि मिलने के बाद शिक्षक एवं संबंधित लोग इसका पूरा फायदा उठा रहे हैं बीते साल 24 दिसंबर 2024 को ₹1200 रुपए के हिसाब से घंटलिंगा हाईस्कूल के 15 बच्चों की 18000 की राशि लौटाने की भी चर्चा है

जिसमें यह देखने को मिला कि घट लिंगा हाई स्कूल में 15 आदिवासी बच्चों की फीस ₹1200 के हिसाब से माफ हुई थी जो की शैलेंद्र चौहान देलाखारी में कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा घटलिगा स्कूल के पूर्व प्राचार्य शंकरलाल भारती को 18000 रुपए वापस किया जिसमें यह देखने को मिला कि इन 15 बच्चों में दो बच्चे ऐसे भी है जिनमें आज तक जाति प्रमाण पत्र ही नहीं बने आखिर इन बच्चों का फर्जी जाति प्रमाण पत्र किसने लगाया और फीस माफ होने के बाद स्कूल प्रबंधन को इन बच्चों की फीस भी वापस कर दी गई।

तामिया विकासखंड के सरकारी स्कूलों में संबल योजना और जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से 10वीं और 12वीं के छात्राओं की सत्र 2016 से लेकर 2024 तक कितने बच्चों की फीस माफ की गई उसको लेकर के जानकारी देने में सरकारी स्कूल बच रहे हैं शिकवा शिकायत होने के बाद स्कूल प्रबंधन फीस वापस कर अपने को पाक सब बताने में जुटा हुआ है छिंदवाड़ा जिले के तामिया विकासखंड में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब बच्चों की फीस शासन स्तर पर विद्यालय को दी जाती है उसी के साथ-साथ बच्चों से भी हो रही वसूली को लेकर कोई भी देखने वाला नहीं है,बीते दिनों मध्य प्रदेश शासन के जनजातिया कार्य विभाग के मंत्री विजय शाह जी ने इस मामले को लेकर कहा कि शिकायत पर कार्रवाई होगी मध्य प्रदेश शासन गरीब बच्चों के लिए सतत कार्य कर रहा है बच्चों के फीस और अवैध वसूली को लेकर उच्च स्टारी जांच कराई जाएगी।

फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में घंटलिंगा हाईस्कूल के पूर्व प्राचार्य शंकरलाल भारती से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा इन दो बच्चों के जाती प्रमाण पत्र कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र चौहान पास जमा ही नहीं किए गए हे तो इनके फर्जी जाति प्रमाण पत्र किसने लगाया ये जानकारी शैलेंद्र चौहान को ही होगी। पूर्व प्राचार्य शंकरलाल भारती
देलाखारी संकुल प्राचार्य यादव जी का कहना हे इस मामले की जानकारी ली जा रही हे जल्द ही कार्यवाही की जाएगी। यादव सर देलाखारी संकुल प्राचार्य







