बिष्णुपुरी कोयला खदान में मजदूर की मौत…
खदान के अंदर काम करते समय बिगड़ी तबीयत ,अस्पताल ले जाते समय मजदूर ने तोड़ा दम..
By admin
6 August 2024
पंचायत दिशा समाचार
छिदंवाडा (म.प्र )- डब्लू सी एल पेंच क्षेत्र की भूमिगत खदान विष्णुपुरी नंबर दो में मंगलवार को एक हादसा हो गया। भूमिगत खदान में काम करने की पहली पाली में जब एक ठेका मजदूर खदान के अंदर गया तो वह बेहोश होकर गिर पड़ा। माइनिंग सरदार ने इस मजदूर को सही समय पर खदान के बाहर भिजवा दिया था । लेकिन इस मजदूर के ठेकेदार ने बेहोश कामगार को अपनी कार में ले जाने के जिद के चलते समय पर उसे अस्पताल नहीं पहुंचने दिया । और आखिरकार कामगार की मौत हो गई। कामगार की मौत के बाद ठेकेदार पर लापरवाही और मजदूर को जबरदस्ती अपनी कार में ले जाने की जिद करने को लेकर आरोप लगाया जा रहा है।भूमिगत खदान विष्णुपुरी नंबर दो में यह हादसा पहली पाली में हुआ। ठेका कामगार विपतलाल पिता माहुलाल डेहरिया उम्र 51 वर्ष काम करने के लिए खदान के अंदर गया था। इस दौरान अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ा मजदूर के गिरने के बाद तत्काल खदान के अंदर मौजूद माइनिंग सरदार राकेश सिंह ने स्ट्रेचर की सहायता से मजदूर को बाहर भेजा और कंपनी के एंबुलेंस की सहायता से उसे वेकोली अस्पताल बड़कुही लेकर जाया जा रहा था। लेकिन बीच में ही कामगार के ठेकेदार संजय सिंह ने एंबुलेंस रोककर बेहोश कामगार को अपनी कार से अस्पताल ले जाने की बात कही। और इसी जद्दोजहद में लगभग आधा-पौन घंटे तक मजदूर अस्पताल नहीं पहुंच पाया। और जैसे ही कामगार को एंबुलेंस से बड़कुई अस्पताल पहुंचाया गया वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। यह एक मामला भूमिगत खदान का है जिसमें ठेका मजदूर की मौत हुई है। बड़ी बात यह है कि आखिर ठेकेदार मजदूर को अपनी कार में ले जाने की जिद क्यों कर रहा था। इस बात को लेकर क्षेत्र में कई तरह की अटकलें लगने लगी है। और इस पूरे मामले में वेकोली प्रबंधन और ठेकेदार की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं।
विधायक ने लगाए गंभीर आरोप, दिया अल्टीमेटम..
विष्णुपुरी खदान नंबर दो में हुई कामगार की मौत के मामले में परासिया विधायक और कामगार संगठन इंटक के रीजनल अध्यक्ष सोहनलाल वाल्मीकि ने ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि बेहोश मजदूर को अस्पताल ले जाने से रोकने का जो काम ठेकेदार ने किया है वह एक अपराधिक कृत्य है। ठेकेदार कामगार को अस्पताल ले जाने से नहीं रोकता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी । लेकिन लगभग 1 घंटे तक अपनी कार से मजदूर को ले जाने के लिए ठेकेदार बहस करता रहा। जिससे मजदूर की मौत हो गई। इस मामले में विधायक सोहन वाल्मीकि ने वेकोली महा प्रबंधक को पत्र लिखकर ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने और आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। विधायक ने 7 दिन में करवाई न होने पर संगठन के द्वारा आंदोलन की चेतावनी भी दी है।