साहब हमें अधीक्षक से बचा लो…?अधीक्षक ने छात्रों के साथ बेरहमी से किया पीटा..?
छात्र एंव पालकों ने सहायक आयुक्त
कार्यालय में आकर बताया आप बीती ..
अधीक्षक सुनील सोनी ने छात्रों के साथ किया मारपीट.. छात्रावास से निकला..?
छिंदवाड़ा (चौथा स्तंभ ) मध्यप्रदेश में एक छात्रावास अधीक्षक की दरिंदगी सामने आई है। उसने अपने हॉस्टल के लडकों के साथ मारपीट किया है, छात्रावास के अधीक्षक की पिटाई से 3 छात्र घायल हो गईं है
साहब हमें बचलो अत्याचारी अधीक्षक से..छात्रों ने लगाए गंभीर आरोप…?

जिला मुख्यालय में संचालित सीनियर संयुक्त छात्रावास में आज अधीक्षक सुनील सोनी की दरिंदगी देखने को मिली, यंहा पर रहकर पढाई करने वाले आदिवासी समाज के गरीब बच्चों सहायक आयुक्त कार्यालय में कहते नजर कि साहब हम गरीब आदिवासी परिवार के बच्चों है और हम छात्रावास में रहकर पढाई करते है लेकिन अधीक्षक ने बिना गलती के हमारे साथ बाल पड़कर खूब मारपीट किया एवं जाति सूचक शब्द से गाली देते हुए हमें हॉस्टल से बाहर निकाल दिया..यदि साहब हम सक्षम रहते तो क्यों हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते..

अधीक्षक कहता है कि तुम गवार जाति के हो हो कभी नहीं सुधरोगे…?
जिला मुख्यालय में संचालित आदिवासी सीनियर संयुक्त बालक छात्रावास में आज ऐसा मामला देखने को मिला जंहा अधीक्षक से प्रताड़ित होकर छात्र सहायक आयुक्त कार्यालय में अधीक्षक की शिकायत लेकर पहुंचे और बताया कि अधीक्षक हमारे साथ मारपीट करता है और जाति सूचक शब्दों से गाली देता है और कहते है कि तुम गवार हो कभी नहीं सुधरोगे..!

छात्रावास परिसर का कैमरा तोड़ने के बहाने अधीक्षक ने किया छात्रों की पिटाई …
जिला मुख्यालय में स्थित सीनियर संयुक्त बालक छात्रावास अधीक्षक ने छात्रों को छात्रावास में लगे कैमरे को तोड़ने की बात पर तीन छात्र के साथ बेरहमी से पिटाई किया जबकि छात्र बोलते रहे कि सर हमने नहीं तोड़े हैं कैमरा, छात्रों के इंकार करने के बावजूद अधीक्षक ने बांस की लकडी से पीटा, पिटाई में छात्रों को हाथ, पीठ और शरीर पर चोटें आई है….
छात्रों को जेल भेजनें की दे रहा था धमकी…
आदिवासी समाज के बच्चों के साथ अधीक्षक इन दिनों अत्याचार करने से भी नहीं डर रहे हैं और तो और छात्रावास में रहने वाले छात्रों के साथ बेरहमी से पिटाई के बाद उन्हें जेल भेजने की धमकी दे रहे है,,
अधीक्षक सुनील सोनी ने बुलाया पुलिस को…
जिला मुख्यालय में संचालित सीनियर संयुक्त बालक छात्रावास में आज एक बड़ी घटना सामने आई है जंहा एक अधीक्षक ने बच्चों को जेल भेजनें के लिए 100 डायल पुलिस को भी बुला और छात्रों को जेल भेजनें की बात कही, लेकिन पुलिस ने आपसी सुलह का सुझाव दिया,
अधीक्षक ने छात्रों को बारिश में बिना खाना दिए छात्रावास से बाहर निकाल…?
इन दिनों जिलें में जनजातीय विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में अधीक्षक की दबंगई देखने को मिल रही है, अधीक्षक के द्वारा मारपीट करने के बाद, छात्रों को पुलिस से डराया धमकाया जा रहा है और उन्हें जेल भेजने की धमकी दी जा रही है और अधीक्षक ने छात्रावास में रहने वाले गरीब आदिवासी बच्चों को विभाग के उच्च अधिकारी को सूचना दिए बगैर छात्रावास से बारिश में बिना खाना दिए छात्रावास से बाहर निकाल दिया..
छात्रों ने लगया गंभीर आरोप…
छात्रों ने बताया कि अधीक्षक सुनील सोनी कहता है कि जाओ जंहा मरना है मरो” जंहा जाना है जाओ, जंहा मरना है मरो, मुझे कोई मतलब नहीं है, ऐसे कई छात्र मर गयें मेरा कुछ नही होगा..!
छात्रों का कहना साहब माता पिता नहीं है…?
छात्रावास में रहने वाला एक छात्र ने बताया कि उसके माता- पिता नहीं है और वह परीक्षा के दौरान कहा जाएगा, लेकिन फिर भी अधीक्षक ने उसकी एक नहीं सुनी, और कहा तो कहीं भी मार मुझे कोई मतलब नहीं…
छात्रों का आरोप, बिना परिवार को सूचना दिए, छात्रावास से कर दिया बेदखल…
छात्रों का आरोप है कि हमारे परिवार वालों को बिना सूचना दिए ही छात्रावास से बेदखल कर दिया गया है और हमें दो दिनों से बिना भोजन पानी के हम भटक रहे है..
पीडित छात्रों ने सहायक आयुक्त से किया मांग..
जिला मुख्यालय के आदिवासी सीनियर संयुक्त छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने आज जिला जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त से गुहार लगाई है कि उन्हें तुरंत छात्रावास में प्रवेश दिया जाए,ताकि हमारी परीक्षा प्रभावित न हो और हमारा भविष्य खराब ना हो, और अधीक्षक को तत्काल हटाया जायें और उन पर एफआईआर दर्ज की जाए…
सहायक आयुक्त से दूरभाष पर हुई चर्चा…
जब इस पूरे मामलों में जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त सतेंद्र सिंह मरकाम से बात हुई तो उनका कहना है कि में अभी दिल्ली में विभागीय काम में आया हुँ में इसकी तत्काल क्षेत्र संयोजक से इस मामलों की जाँच करता हुँ, और में कल वापस आकर खुद इस विषय की जांच करुंगा, और ऐसे छात्रों को प्रताड़ित करने वालें अधीक्षक पर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी,..





