Home CITY NEWS भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पर अतिथि शिक्षकों ने पैसे मांगने का...

भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पर अतिथि शिक्षकों ने पैसे मांगने का लगाया आरोप…

भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पर पैसे मांगने का आरोप…
आखिर कैसे होगा भारिया/ आदिवासी क्षेत्रों का विकास…..

छिंदवाड़ा/ जिलें के आदिवासी अंचल हर्रई विकासखंड में संचालित खिरकीधाट में पढाने वाले अतिथि शिक्षकों ने भारिया विकास प्रधिकारण के अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगया है उन्हें दिनेश अंगरिया भारिया प्रधिकारण के अध्यक्ष पर आरोप लगाते हूए आज कलेक्टर महोदय को आवेदन दिया है कि में वर्ष 2021-22 से माध्यमिक शाला खिरकीधाट में पदस्थ हुं और में जुलाई माह में स्कूल पढाने के लिए गया था, वहां प्राधिकरण के अध्यक्ष दिनेश अंगारिया भी गये थे और कहने लगे कि तुम यंहा काम नहीं करोगे, तुम अब चलें जाओ तुम्हारा यंहा कोई काम नहीं है.

गुलशन डेहरिया अतिथि शिक्षक खिरकीधाट

भारिया प्रधिकारण के अध्यक्ष पर परेशान करने का आरोप….


अतिथि शिक्षक गुलशन डेहरिया का कहना है कि पिछले सत्र में भी ऐसे ही अध्यक्ष जी ने परेशान किया था और मेरा द्वारा पैसे देने पर ही मुझे नौकरी करने दिया गया था लेकिन इस सत्र के शुरू होने के बाद फिर परेशान कर रहे है ऐसा शिक्षक का कहना है…

शिवकुमार डेहरिया अतिथि प्राथमिक शाला शिक्षक खिरकी घाट

प्राथमिक शाला खिरकी धाट के अतिथि शिक्षक शिवकुमार डेहरिया ने भी ऐसा ही लगाया आरोप लगाते हुए बताया की मेरे साथ भी ऐसा ही मुझे भी
इसी प्रकार अध्यक्ष महोदय के द्वारा परेशान किया जा रहा है और बोल दिया गया कि तुमको खिरकी धाट प्राथमिक शाला से हटा दिया गया है और हम लोग अब दुसरे शिक्षकों की नियुक्त कर रहे है आपको निकल दिया गया है और अब आप स्कूल नहीं आना….

अतिथि शिक्षकों ने दिनेश अंगारिया पर बेज्जती करने का लगाया…

पूर्व अतिथि शिक्षक गुलशन डेहरिया द्वारा दिया गया वीडियो कि हम पुष्टि नहीं करते वीडियो में कोई आपत्ति आती तो इसके जिम्मेदारी अतिथि शिक्षक गुलशन डेहरिया की होगी..

दोनों शिक्षकों का यही कहना है कि प्रधिकारण के अध्यक्ष महोदय हमें काफी दिनों से परेशान कर रहे हैं…

भारिया विकास प्रधिकारण के अध्यक्ष दिनेश अंगारिया ने बताया..


वही जब इस विषय में भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दिनेश अंगरिया से बात की तो उनका कहना है कि ये दोनों शिक्षक स्कूल आने में लापरवाही कर रहे थे इसलिए इन्हे हटाया गया है, दोनों शिक्षक कभी समय पर स्कूल नहीं आते थे क्योंकि ये मेरा ही गांव है और इस स्कूल में मेरी बेटी भी यंहा पढाई करती है जब सरकार ने मुझे इसी काम के लिए नियुक्त किया है यदि में शिक्षा के क्षेत्र में आपने ही गांव की व्यवस्था ही ठीक नहीं कर कर पाता हूं तो फिर मैं दूसरी जगह की व्यवस्थाएं कैसे ठीक कर पाऊंगा और शिक्षकों ने जो आरोप लगाये है सब निराधार है यदि उनके पास कोई भी सबूत है तो दिखा सकते है कि उन लोगों से मेरे द्वारा कब पैसा लिया गया है, ऐसे लापरवाह शिक्षक ऐसे ही आरोप लगातें है

सरकार की मंशा भारिया जनजाति का हो उत्थान…

क्योंकि मध्यप्रदेश सरकार ने मुझे भारिया जनजाति का उत्थान के उदेश्य मध्यप्रदेश में भारिया जनजाति विकास प्राधिकरण का गठन किया है, ताकि आदिवासी भारिया जाति का उत्थान हो साकें…..

आदिवासी भारिया समाज का ऐसे लापरवाह शिक्षकों
के कारण भारिया /आदिवासी समाज के बच्चों को अच्छी शिक्षा नही मिल पाती है….