सीडब्ल्यूएसएम छात्रावास मे अमानवीयता की हदें पार – मासूम दिव्यांग बच्ची के साथ हुई हैवानियत!
परिजनों ओर ग्रामीणों ने सी डब्लू एस एम हॉस्टलl में दिया मोनधरना
छिंदवाड़ा (पंचायत दिशा)/ मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में एक और मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है जिला मुख्यालय में संचालित समग्र शिक्षा अभियान जिला शिक्षा केन्द्र द्वारा संचालित दिव्यांग बालिका छात्रावास में महिला कर्मचारी के द्वारा एक 10 साल की बालिका के साथ गरम बस्तु से महिला कर्मचारी ने बच्ची के दोनों हाथ में दाग दिया…
पूरा मामला छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय में संचालित सीडब्ल्यूएसएम छात्रावास में रहने वाली एक 10 वर्षीय दिव्यांग बच्ची ने हॉस्टल की एक महिला कर्मचारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बच्ची का कहना है कि एक धार्मिक धागा हाथ में बंधा होने के कारण जब उसने उसे काटने से इनकार किया, तो हॉस्टल की मैडम पाटिल ने गरम वस्तु से उसके दोनों हाथों को दाग दिया। बच्ची का कहना है कि यह धागा उसके माता-पिता ने किसी बीमारी के इलाज हेतु बंधवाया था और उन्हें इसे काटने से मना किया गया था। जब उसने मैडम को यह बताया, तो वे क्रोधित हो गईं और उसकी बात न मानते हुए अत्याचार किया।
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन बच्ची को हॉस्टल से अपने गांव, चौरई ब्लॉक के लिखड़ी ले गए, जहां बच्ची ने आप बीती सुनाई। परिजनों ने बताया कि बच्ची के हाथों पर जलने के निशान हैं और उसका मानसिक संतुलन भी इस घटना से प्रभावित हुआ है।

हालांकि जब इस विषय में मैडम पाटिल से पूछा गया तो उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि बच्ची जानबूझकर गलत कहानी गढ़ रही है।

प्रशासन पर उठे सवाल…
मध्यप्रदेश सरकार एंव जिला प्रशासन पर सवाल यह उठता है कि क्या छात्रावासों में बच्चों की देखरेख के नाम पर उनके साथ अत्याचार किया जा रहा है दिव्यांग छात्रावास पर रहने बालिकाओं की सुरक्षा पर अब सवाल उठ रहे हैं आखिर जिला प्रशासन के अधिकारी ऐसे घटना होने के बाद भी मुंक दर्शक बने क्यों बैठे हैं ? क्या मध्यप्रदेश शासन एवं जिले में बैठे अधिकारी दिव्यांग बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई निगरानी दल है जो छात्रावास होने वाली धटनाओं पर अंकुश लगा सके। इस मामले ने जिला प्रशासन और समाज कल्याण विभाग की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर से प्रश्नचिह्न लगा दिया है।..







