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शासन के नियम की अनदेखी कर रहे हैं जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त…?

कमलेश बरसिया को आखिर कैसे कर दिया गैर अनुसूचित क्षेत्र में अटैच…?

पंचायत दिशा समाचार

छिंदवाड़ा/ जिलें में इन दिनों सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग छिंदवाड़ा उपसचिव जनजातीय विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल के आदेश की खुलकर अनदेखी कर रहे है और ऐसे शिक्षक को अन्य दुसरी जगह में पदस्थ कर रहे जो स्थानांतरित होकर आयें है और उन्हें मूल शाला से हटाकर दुसरी जगह अटैचमेंट में पदस्थ कर रहे है जबकि मध्यप्रदेश शासन के आदेश में स्पष्ट निर्देश थे कि अनुसूचित क्षेत्रों से गैर अनुसूचित क्षेत्रों में स्थानांतरित शासकीय सेंवको को तब तक भारमुक्त न किया जाये, जब तक कि उनके स्थान पर दुसरा शासकीय सेंवक स्थानांतरण से पदस्थ अधिकारी/कर्मचारी द्वारा पदभार ग्रहण न कर लिया गया हो, परंतु उक्त शर्त एक अनुसूचित क्षेत्र से दूसरे अनुसूचित क्षेत्र में स्थानांतरित अधिकारियों/कर्मचारियों पर लागू नहीं होगी।


जिलें के जनजातीय विभाग में हो रही अनदेखी….


जिलें के हर्रई में भी ऐसे सेंकडो शिक्षक जिनका स्थानांतरण हुए 15दिनों से भी अधिक समय हो गया है लेकिन अभी तक एक भी शिक्षक ने नवीन शाला में आपनी जॉइनिंग नहीं दिया है तो क्या इन शिक्षकों पर सहायक आयुक्त कोई कार्रवाई करेंगे या नहीं ये तो आने वाला समय बतायेंग…!

सहायक आयुक्त ने शिक्षक कमलेश बरसिया को गैर अनुसूचित क्षेत्र में किया अटैचमेंट…?

सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग छिंदवाड़ा द्वारा शिक्षक कमलेश बरसिया को गैर अनुसूचित क्षेत्र सौसर रमाकोना के छात्रावास में अधीक्षक के पद पर कैसे अटैच कर दिया गया जबकि मध्यप्रदेश शासन के स्पष्ट निर्देश थी कि किसी भी शिक्षक या कर्मचारी को किसी भी कार्यालय में अटैचमेंट पर ना रखा जाए लेकिन शासन की अनदेखी इन दिनों सहायक आयुक्त करते नजर आ रहे है,जिसका उदाहरण बैतूल जिलें से आयें शिक्षक कमलेश बरसिया को तामिया अनुसूचित क्षेत्र के बम्हनी के शासकीय स्कूल में पदस्थ किया गया था, लेकिन सहायक आयुक्त ने दुसरे ही दिन नियम की अनदेखी करते हुए इनको अटैचमेंट में सौसर (रमाकोना ) सीनियर बालक छात्रावास में अटैचमेंट कर अधीक्षक बना दिया गया है,जो नियम विरुद्ध है..

हर्रई में शिक्षकों का तबादला रुकवाने के नाम पर शिक्षकों से 50-50 हजार रुपए की वसूली…

हर्रई विकासखंड में इन दिनों हुए सेंकडो शिक्षकों के स्थानांतरण हुए है और शिक्षकों के दुसरी जगह ना जाने पडे इसके लिए वो जुगाड़ में देखे जा रहे है या कहो चर्चा में बने हुए हैं। दरसअल हारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के आसपास इन दोनों शिक्षक चक्कर लगाते देखे जा रहे हैं सूत्रों की मानो तो इन शिक्षकों का तबादला रुकवाने के नाम पर कुछ लोग उनसे 50-50 हजार रुपए की वसूली कर रहे है । इन शिक्षकों से का दावा किया जा रहा है कि जल्द ही सप्ताह भर में उनके तबादले का संशोधन आदेश आ जाएगा। और शिक्षक अपनी मनमर्जी के मुताबिक संस्था में ही रहेंगे। खबरची की माने तो इन लोगों का क्षेत्र में कभी खौफ है जिसके कारण आज तक इन शिक्षकों के तबादला होने के बावजूद अधिकतर शिक्षकों को अब तक रिलीव भी नहीं किया गया है। इन्हें रिलीव नहीं करने के लिए अधिकारी को बोल दिया गया है जिसके चलते शिक्षक अब तक रिलीव नहीं हो पाए हैं। अब शिक्षकों के बीच यह चर्चा आम हो गई है कि अगर ट्रांसफर रुकवाना हो तो पैसे देना ही पडेगा। इसलिए शिक्षक अब विकासखंड शिक्षा कार्यालय के आसपास देखे जा सकते हैं लेकिन क्या जो शिक्षक शासन के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं उन्हें सहायक आयुक्त को निलंबित करना चाहिए..!