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जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त एंव दबंग क्षेत्र संयोजक ने छात्रावास अधीक्षकों पर दबाव बनाकर ठेकेदार से छात्रावासों में करा रहे सामग्री सप्लाई…

जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त एंव दबंग क्षेत्र संयोजक ने छात्रावास अधीक्षकों पर दबाव बनाकर ठेकेदार से छात्रावासों में करा रहे सामग्री सप्लाई…

जनजातीय कार्यविभाग के छात्रावास/आश्रम शाला में ठेकेदार ने द्वारा सामग्री सप्लाई कराकर अधीक्षकों पर दबाव डालकर भुगतान करा रहा क्षेत्र संयोजक..

रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
स्थान -छिदंवाडा
दिनांक-15/07/2024

छिदंवाडा (पंचायत दिशा)-जिलें के जनजातीय कार्यविभाग द्वारा संचालित छात्रावासों एंव आश्रम में हर साल लाखों रुपये की सामग्री खरीदी होती है ।जिसमें विभाग के अधिकारियों की बडी भूमिका होती है ।कारण साफ है कमीशन का खेल हर बर्ष की तरह इस बर्ष भी सरकार ने इन आदिवासी समाज के छात्र छात्राओं को मूलभूत सुविधाएं मिल इसलिए छात्रों के लिए पतंग,रजाई, गड्ढे , कंबल के लिए वर्ष 2024 में लाखों रुपए की राशि छात्रावास अधीक्षकों के खाते में जमा की गई, जिससे छात्रों के लिए सामग्री खरीदी जा साकें। लेकिन इसके बावजूद सहायक आयुक्त एंव क्षेत्र संयोजक ने अधीक्षकों पर दबाव बनाकर ठेकेदारों से सामग्री खरीदी के लिये बोल दिया गया एंव ठेकेदार द्वारा धटिया सामग्री भी सप्लाई कर दी गई । और छात्रावास अधीक्षकों से सप्लाई का भुगतान ठेकेदार से ले लिया गया। नतीजा आज भी छात्रावासों में बच्चे टूट पलंग और कुर्सी से काम चला रहे हैं। लेकिन विभाग के उच्च अधिकारी आज भी इन आदिवासी के बच्चों पर ध्यान नहीं दे रहे है ।

छात्रावासों में कम और घटिया क्वालिटी की निकली सामग्री
जनजातीय कार्यविभाग ((आदिवासी विकास)) के छात्रावास और आश्रमों में ठेकेदार द्वारा सप्लाई की गई सामग्री की गुणवत्ता संदिग्ध है। ऊपर से कई सामग्रियां छात्रावासों में नहीं पहुंची हैं। इसके अलावा इनमें भेजी गई सामग्री भी छात्रों की दर्ज संख्या के मान से कम और ज्यादा भी है।


छात्रावास में विद्यार्थियों के लिए खरीदी गई सामग्री और उसकी वितरण प्रक्रिया में लाखों रुपए की हेराफेरी होने की आशंका जाहिर है। ठेकेदार द्वारा सप्लाई कि विभाग के उच्च अधिकारियों के द्वारा पूरे मामले की जांच होने चाहिए । जबकि ये सामग्री ये तो छात्र के पालक और अधीक्षक को खरीदा होता है ।तो सामग्री क्यों ठेकेदार के द्वारा खरीदी गई । सहायक आयुक्त ने ठेकेदार को सामग्री सप्लाई का ऑर्डर क्यों दिया । कही कमीशन का खेल तो नही है।जबकि ठेकेदार द्वारा
छात्रावासों में स्तरहीन सामग्री छात्रावासों और आश्रमों में भेजी गई । विद्यार्थी जिन गद्दों को पलंग पर बिछाते हैं, वे खस्ताहाल हैं। उनकी गुणवत्ता भी संदिग्ध है। इस मामले में अधीक्षकों का कहना है कि ये सप्लाई जिला मुख्यालय से सहायक आयुक्त ने ऑर्डर पर हुई है उन्हीं के आर्डर पर हम ठेकेदारों को पेमेंट कर रहे हैं।गद्दे भी धटिया क्वालिटी के है एंव गद्दे की खोल का कपड़ा धोती के पतले कपड़े जैसा है।

अधीक्षकों का कहना है कि जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त एंव क्षेत्र संयोजक के कहने पर हुई सप्लाई.

रामकुमार राजपूत*
मोबाइल-8989115284