पंचायत दिशा समाचार
छिंदवाड़ा के इमली खेड़ा स्थित हवाई पट्टी में रविवार की शाम कार में सवार कुछ युवक और युवतियाँ अनाधिकृत व्यक्ति निषेध क्षेत्र के रनवे पर अपनी गाड़ी लेकर जाते हैं और तेज रफ्तार कार चलाने के बाद उतर कर रील शूट करते हैं
इसमें दो वीडियो निकाल कर सामने आए हैं जिसमें एक वीडियो में तेज रफ्तार कार रनवे पर दौड़ रही है और आकर हेलीपैड उतारने के लिए बनाए गए H पर आकर रूकती है
वही दूसरा एक अलग वीडियो है जिसमें कर के सामने खड़े होकर युवतियाँ रील बनाती नजर आ रही है इसमें कुल 7 लोग नजर आते है जिनमें 3 युवती तो 4 लड़के है
जिसका वीडियो पड़ोस में स्थित कॉलोनी के फ्लैट से किसी जागरुक व्यक्ति के द्वारा बनाया जाता है और इसकी जानकारी पुलिस को दी जाती है PWD विभाग के अंतर्गत आने वाले इस हवाई पट्टी पर समय-समय पर सभी VVIP का आगमन होता है जिसके चलते इसे भारी चूक के तौर पर देखा जा रहा है पर इस मामले में PWD विभाग के जिम्मेदारों का रवैया गैर जिम्मेदाराना है
जब इस मामले में सब इंजीनियर शैलेन्द्र शर्मा, जो कि हवाई पट्टी के इंचार्ज भी हैं, से बात की गई तो उन्होंने बताया कि “हवाई पट्टी एक निजी कंपनी को 10 वर्षों के लिए लीज पर दी गई है, लेकिन वह कंपनी अब तक आई नहीं है। फिलहाल पीडब्ल्यूडी (PWD) की ओर से एक चौकीदार तैनात है जो रखवाली करता है।” उन्होंने बताया कि चौकीदार की ड्यूटी सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक की है, जबकि यह घटना ड्यूटी के बाद की है। विभाग की ओर से सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगाए गए हैं। ऐसे में घटना के जिम्मेदार की पहचान करना मुश्किल हो रहा है।
इस मामले में जब इस विभाग के प्रमुख आकाश खरे, कार्यपालन यंत्री से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब खुद विभाग के अधिकारी यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि हवाई पट्टी की देखरेख की जिम्मेदारी किसकी है, तो इस पूरे मामले में कार्रवाई किससे अपेक्षित की जाए?
गेट नंबर 2 का ताला तोड़कर घुसा वाहन
इस मामले में ज़ब हवाई पट्टी पर तैनात चौकीदार कमल से बात की, तो उन्होंने बताया कि घटना के समय वह ड्यूटी समाप्त कर घर जा चुके थे। इसके बाद किसी ने गेट नंबर 2 का ताला तोड़ा और वाहन हवाई पट्टी के अंदर ले गया। पूरे मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है और उनके निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस जांच में जुटी, विभाग की ओर से शिकायत नहीं
कोतवाली निरीक्षक आशीष कुमार ने बताया कि उन्हें वीडियो की जानकारी मिली है और वे हवाई पट्टी से जुड़े आवाजाही मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रहे हैं, जिससे गाड़ी मालिक का पता लगाया जा सके। हालांकि अब तक विभाग की ओर से पुलिस को कोई औपचारिक शिकायत नहीं दी गई है।
सवाल कई, जवाब कोई नहीं
इस मामले ने एक बार फिर सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना निगरानी, बिना जिम्मेदारी तय किए, करोड़ों की संपत्ति को यूं ही छोड़े रखा गया है। विभाग की चुप्पी और लापरवाही भविष्य में किसी बड़ी घटना को न्यौता दे सकती है।