तबादले के बाद भी सहायक आयुक्त क्यों नहीं कर रहें अपने चहेते क्षेत्र संयोजक को रिलीफ?
क्षेत्र संयोजक रवि कनौजिया से क्या मोह है सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग को?
पंचायत दिशा समाचार
छिंदवाड़ा – मध्य प्रदेश शासन द्वारा विभागीय स्थानांतरण किए गए मगर तबादला होने के बाद भी सहायक आयुक्त ने 17 तारीख को ट्रांसफर होने के बाद भी रवि कनौजिया को आखिर रिलीव क्यों नही किया ये बडा सवाल है, सूत्रो का कहना है कि क्षेत्र संयोजक आपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए भोपाल, के चक्कर कट रहे है, सहायक आयुक्त आखिर दस सालों से एक ही जगह पदस्थ क्षेत्र संयोजक को रिलीव क्यों नहीं कर रहे है, क्षेत्र संयोजक अपना ट्रांसफर रुकवाने में तुले हुए नजर आ रहें है, मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के प्रति कितनी सजग है यह सब देखने के लिए कहीं दूर जाने की आवश्यकता नहीं आपको छिंदवाड़ा जिला ही काफी है जहां एक तरफ भ्रष्टाचार में जेल की हवा खाने वाले अमर सिंह उईके को पुनः उसी पद में पदस्थ किया जाता है वही जनजातीय विभाग में ट्रांसफर एवं अटैचमेंट कमाई का जरिया बन चुका है, जनजातीय विभागों में हुए स्थानांतरण के बाद भी कई कर्मचारी अपनी पुरानी सीट पर चिपके हुए हैं और अधिकारी उनको रिलीफ नहीं कर रहे हैं, जानकारों के आनुसार जनजातीय विभाग के लोग ट्रांसफर हुए अधीक्षक / अधीक्षिकाओं को कोर्ट से स्टो लाने की सलाह देते नजर आ रहे हैं, जबकि यह सारे वह कर्मचारी वो हैं जिन्होंने जनता को परेशान करने के आदि रहें और हमेशा अखबारों की सुर्खियां बनते रहे हैं।

छिंदवाड़ा जिले के जनजातीय विभाग में तबादले के विषय में छिंदवाड़ा जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त के करना में किसी से छुपी नहीं है, ऐसा ही देखने को मिल रहा है क्योंकि रवि कनौजिया को आज दिनांक तक सहायक आयुक्त ने अपने चाहते क्षेत्र संयोजक को आज दिनांक तक रिलीव क्यों नहीं किया गया इस क्षेत्र संयोजक को क्या मोह माया है यह समझ से परे है पूरे जिलें में जनजातीय विभाग में हुए शिक्षकों एंव अधीक्षक /अधीक्षिका के ट्रांसफर के चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर सहायक आयुक्त महोदय ने ऐसे शिक्षकों को अधीक्षक बना दिया जो योग्य भी नहीं थे जिनकी कई शिकायत पहले भी थी ऐसे ही क्षेत्र संयोजक रवि कनौजिया को क्यों नहीं हटा रहे है
छिंदवाड़ा जिले में बस यही देखने को मिलता है दागी कर्मचारी और अधिकारी यहां पर सुकून से नौकरी करता रहता है और नेता अपने नेतागिरी चमकाने में लगे रहते हैं।