हर्रई विकासखंड के चिलक मे CHO राजेंद्र कुमार कुशराम नही आते हॉस्पिटल
ग्रामीण हो रहे परेशान सी एच ओ राजेंद्र कुमार कुशराम करते हैं चौरई से अपडाउन
हर्रई – अमरवाड़ा विधानसभा के हर्रई विकासखंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत चिलक में गरीब भरिया आदिवासियों का इलाज करने के लिए सरकार के द्वारा 56 लाख का उप स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है जिसमे CHO अधिकारी राजेंद्र कुमार कुशराम पदस्थ है पर वहां पर पदस्थ अधिकारी आते ही नहीं जबकि ग्रामीणों ने बताया कि जब से बिल्डिंग का निर्माण हुआ है तब से आज तक CHO अधिकारी राजेंद्र कुमार कुशराम ग्रामीणों का इलाज करने के लिए आए ही नहीं जब AB न्यूज़ चैनल की टीम चिलक गांव में गई तो वहां पर उप स्वास्थ्य केंद्र के हाल देखकर हक्का-बक्का रह गई उप स्वास्थ्य केंद्र बाहर से देखने में अच्छा लग रहा था पर अंदर गंदगी का अम्बाड लगा हुआ था साफ सफाई के नाम पर एकमात्र दिखावा था ऐसा लग रहा था जैसे बिल्डिंग में आज तक साफ सफाई हुई ही नहीं तो वहां पर बैठकर अधिकारी कैसे मरीजों का इलाज कर रहे हैं जब CHO अधिकारी राजेंद्र कुमार कुशराम का OPD केंद्र खोला गया तो उसमें भी ना टेबल था और ना किसी प्रकार की कोई सुविधा बल्कि गंदगी इतनी थी कि वहां पर खड़े हो पाना मुश्किल हो रहा था जब इस विषय में हर्रई BMO से बात की गई तो उन्होंने इस मामले को देख लेने की बात कही परंतु अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई BMO हर्रई रानी वर्मा के द्वारा नहीं की गई है आपको बता दें कि हर्रई BMO रानी वर्मा खुद आज तक चिलक गांव में गई ही नहीं हैं बल्कि हर्रई में हॉस्पिटल के कमरे में बैठकर कार्रवाई करने की बात करती है अब देखना है होगा कि चिलक के भरिया आदिवासियों को BMO रानी वर्मा के अधिकारियों के द्वारा इलाज मिलता है या फिर सिर्फ कागज में जांच करने का आश्वासन

हर्रई मे आज तक नहीं हुई झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही
प्रशासन के लाख दावों के बाद भी शहर और ग्रामीण अंचलों में बिना डिग्री, डिप्लोमा के डॉक्टर अपने दवाखाने चलाकर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं सालों से न तो ऐसे डॉक्टरों की धरपकड़ हुई न ही अभियान चलाकर उनके दस्तावेज चैक किए गए हैं मजबूरी में इनके पास पहुंचने वाला मरीज या तो जान गंवा देता है या केस बिगड़ने पर बड़े अस्पतालों में रैफर होता है हर्रई में बीएमओ रानी वर्मा के द्वारा आज तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही झोलाछाप डॉक्टरों पर नहीं की गई है यह झोलाछाप डॉक्टर हर्रई में ही नहीं बल्कि हर्रई के आसपास भी फैले हुए हैं और गरीब आदिवासियों से मोटी रकम वसूल करते हैं BMO रानी वर्मा के द्वारा आज तक इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं की गई है आखिरकार हर्रई BMO रानी वर्मा इन बंगाली झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करने से क्यों कतरा नहीं है यह बात संदेह पैदा करती है