Home CITY NEWS विकसित कृषि संकल्प अभियान का हुआ शुभारंभ….

विकसित कृषि संकल्प अभियान का हुआ शुभारंभ….

विकसित कृषि संकल्प अभियान का हुआ शुभारंभ….

29 मई से 12 जून 2025 तक चलेगा विकसित कृषि संकल्प अभियान

जिले की सभी ग्राम पंचायतों तक अभियान पहुँचाया जाए – सांसद श्री साहू

छिन्दवाड़ा/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की परिकल्पना के तहत कृषि क्षेत्र को मुख्य धारा में लाने के लिए “विकसित कृषि संकल्प अभियान” की शुरुआत आज से देशभर में की गई है। यह अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक चलेगा। छिंदवाड़ा जिले में भी इस अभियान का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने हेतु छिंदवाड़ा सांसद श्री विवेक बंटी साहू, अन्य जनप्रतिनिधियों और कलेक्टर श्री शीलेंद्र सिंह द्वारा कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम से अभियान की जिले में शुरुआत की गई।

जिले की सभी ग्राम पंचायतों तक अभियान पहुंचाएं – सांसद श्री साहू – जिले में अभियान के शुभारम्भ अवसर पर छिंदवाड़ा सांसद श्री साहू ने कहा कि जिले में कृषि क्षेत्र में लगातार नवाचार किये जा रहे हैं। भारत शासन की मंशा के अनुसार प्राकृतिक खेती को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाना है, ताकि रासायनिक उर्वरकों पर किसानों की निर्भरता कम होने के साथ ही पर्यावरण एवं मृदा स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके। तकनीकी दल को अभियान में प्रगतिशील कृषकों के द्वारा उनके अनुभवों को अन्य कृषकों से साझा करने के निर्देश दिये हैं।

    सांसद श्री साहू ने कहा कि जब तक भारत का कृषि क्षेत्र पूरी तरह से विकसित नहीं होगा, तब तक विकसित राष्ट्र का सपना अधूरा रहेगा। उन्होंने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में यह अभियान प्रभावी रूप से संचालित हो और ज्यादा से ज्यादा किसानों तक लाभ पहुंचे। जिले के किसान प्राकृतिक खेती में नवाचार कर रहे हैं, उन्हें मंच पर सम्मानित किया जाए ताकि अन्य किसानों को भी उनसे प्रेरणा मिले।

कलेक्टर श्री सिंह ने कृषि में जल संरक्षण को बताया अत्यंत आवश्यक- कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि यह अभियान किसानों को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। जब तक देश का किसान समृद्ध नहीं होगा, तब तक देश समृद्ध नहीं हो सकता। उन्होंने कृषि क्षेत्र में जल के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सिंचाई जल की लगातार उपेक्षा चिंता का विषय है। किसानों से अपील की कि जल संरक्षण को प्राथमिकता दें और मिट्टी की सेहत के लिए डीएपी की बजाय एनपीके जैसे संतुलित उर्वरकों का उपयोग करें। कलेक्टर श्री सिंह ने तकनीकी दलों को निर्देशित किया कि वे जल संरक्षण, संतुलित उर्वरक उपयोग, नैनो यूरिया, नैनो डीएपी, मृदा स्वास्थ्य, नरवाई प्रबंधन, एक पेड़ माँ के नाम अभियान तथा प्राकृतिक खेती से जुड़ी जानकारियां भी किसानों तक पहुँचाएं ताकि खरीफ सीजन की शुरुआत से ही किसान इन तकनीकों का लाभ ले सकें। इसके साथ ही, एफपीओ के माध्यम से किसानों को फसल प्रोसेसिंग और मार्केटिंग से जोड़ने पर विशेष जोर दिया गया।

      प्रगतिशील किसान श्री मेरसिंह द्वारा संतुलित उर्वरकों का उपयोग किसानों को करने की समझाईश दी गई। प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र देलाखारी तामिया डॉ.आर.एल. राउत द्वारा विकसित कृषि संकल्प अभियान के दौरान कार्यक्रम में किसानों को दी जाने वाली नवीन उन्नत तकनीकी के विषय में अवगत कराया गया। प्रभारी उप संचालक कृषि श्रीमती सरिता सिंह द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया गया।

    अभियान के दौरान पात्र किसानों को बीज ग्राम योजना, नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन एवं नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल-ऑयल सीड जैसी योजनाओं के अंतर्गत प्रमाणित बीजों का वितरण भी किया जाएगा। इसका उद्देश्य किसानों को समय पर गुणवत्ता युक्त बीज उपलब्ध कराना और उत्पादन की गुणवत्ता को सुधारना है।

    जिले के नवाचारी, प्रगतिशील और प्राकृतिक खेती में उत्कृष्ट कार्य कर रहे किसानों की विशेष सहभागिता इस अभियान में सुनिश्चित की गई है। ऐसे किसानों को मंच पर सम्मानित भी किया जाएगा ताकि अन्य किसान उनसे प्रेरणा लेकर आधुनिक, लाभकारी और टिकाऊ खेती की ओर अग्रसर हो सकें। यह भागीदारी न केवल किसानों के मनोबल को बढ़ाएगी, बल्कि स्थानीय कृषि नवाचारों को पहचान और प्रोत्साहन भी देगी।

    जिले में अभियान के प्रभावी संचालन हेतु कुल 6 दलों का गठन किया गया है। इन दलों में कृषि वैज्ञानिकों के साथ कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्यपालन और कृषि अभियांत्रिकी विभागों के अनुभवी अधिकारी शामिल किए गए हैं। प्रत्येक दल के लिए ग्राम पंचायतवार रूटचार्ट भी तैयार किया गया है, जो मैदानी अमले से प्राप्त कार्ययोजना के अनुसार निर्धारित किया गया है। इस सुनियोजित व्यवस्था के माध्यम से जिले के हर किसान तक वैज्ञानिक जानकारी, योजनाओं का लाभ और नवाचारों की प्रेरणा पहुँचाई जाएगी।

    अभियान की कार्ययोजना के अनुसार, प्रतिदिन प्रत्येक दल तीन ग्राम पंचायतों का भ्रमण करेगा। इस प्रकार जिले की समस्त ग्राम पंचायतों को अभियान की गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। एक मुख्य ग्राम पंचायत के कार्यक्रम में आसपास की ग्राम पंचायतों के किसानों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि संसाधनों का समुचित उपयोग हो सके और अधिक से अधिक कृषकों तक जानकारी पहुँचे। हर कार्यक्रम में औसतन 300 से 350 किसानों की सहभागिता सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे यह अभियान एक जनआंदोलन का रूप ले सके।

   शुभारंभ कार्यक्रम में सांसद श्री साहू, अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं कलेक्टर श्री सिंह के साथ प्रगतिशील कृषक श्री मेर सिंह, श्री राहुल वसूले सहित अन्य कृषक, कृषि विज्ञान केन्द्र चंदनगांव छिन्दवाड़ा, कृषि विज्ञान केन्द्र देलाखारी तामिया एवं आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक/विशेषज्ञ, उप संचालक पशुपालन विभाग श्री एस.जी.एस. पक्षवार, महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक श्री ए.के. जैन, जिला प्रबंधक एनआरएलएम श्रीमती रेखा अहिरवार, सभी अनुविभागीय कृषि अधिकारी, सभी सहायक संचालक कृषि, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं कृषि सहसंबद्ध विभागों के अधिकारी कर्मचारी, आत्मा, कृषि अभियांत्रिकी, एवं एफपीओ के किसान सदस्य उपस्थित थे।