Home CITY NEWS अटैचमेंट समाप्त होने के बाद भी नहीं दे रही अधीक्षिका चार्ज…?

अटैचमेंट समाप्त होने के बाद भी नहीं दे रही अधीक्षिका चार्ज…?

अटैचमेंट समाप्त होने के बाद भी नहीं दे रही अधीक्षिका चार्ज…?

छात्रों को डरा धमकाकर नेतागिरी करते दिखाई दे रही अधीक्षिका…अटैचमेंट समाप्त होने के बाद भी नहीं दे रही अधीक्षिका चार्ज…?.

परीवीक्षा अवधि में नियम विरुद्ध तरीके से बनाई गई थी अधीक्षिका…

छिंदवाड़ा /जनजाति कार्य विभाग के माध्यम से संचालित आदिवासी कान्या छात्रावास चौरई में नियम विरुद्ध तरीके से बनाई गई अधीक्षिका कारुण गुप्ता का छात्रावास अधीक्षक पद से अटैचमेंट समाप्त करके उन्हें अपनी मूल शाला वापस कर दिया गया लेकिन 15 दिन होने के बाद भी उन्होंने अपने मूल शाला में जॉइनिंग नहीं दिए और छात्रावास का चार्ज नहीं दे रही हैं , और भोली भाली छात्रों को डरा धमकाकर नेतागिरी करती देखी जा रही है जबकि इस समय छात्रों की परीक्षाएं नजदीक होने के बाद भी उन्हें अधिकारियों के पास लेकर घूमती दिख रही हैं । और सहायक आयुक्त के आदेश की अवहेलना करती देख रही हैं, जबकि विगत कुछ माह पहले छात्रावास की बच्चियों ने उनके खिलाफ एसडीएम कार्यालय चौरई में शिकायत दर्ज की थी और इन्हें तत्काल हटाने की मांग की थी जिसके बाद कार्रवाई करते हुए सहायक आयुक्त ने तत्काल अधीक्षिका के पद से हटाकर उनकी मूल शाला हर्रई वापस कर दिया गया है, क्योंकि अधीक्षक के द्वारा छात्रों से जाति सूचक सबसे गाली देना एवं अपने पति को रात्रि में छात्रावास में बोलने की बात छात्राएं ने एसडीएम कार्यालय में बताई थी, इसके बाद कार्रवाई करते हुए इन्हें हटाया गया है,छात्रावास में आए दिन इन अधीक्षकों/अधीक्षिकाओं के द्बारा भ्रष्टाचार व मनमाने तरीके से कार्य करने का आरोप लगाया जाता है । लेकिन आज जिलें अधीक्षक/अधीक्षिका छात्रावास में छात्रों एवं छात्राओं की देख रेख करना भूलकर नेतागिरी करते नजर आ रहे हैं जबकि अनुसूचित जाति (sc)कान्या छात्रावास की यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के ने यहां पदस्थ अधीक्षिका करुणा गुप्ता को अन्यत्र भेजे जाने की मांग की है। इस संबंध में छात्राओं ने चौरई एसडीएम कार्यालय में लिखित शिकायत दिया था जिसके बाद जांच उपरांत यह कार्रवाई हुई लेकिन फिर भी अधीक्षक आदिवासी कान्या छात्रावास चौरई का चार्ज नहीं दे रही है, सूत्रो की जानकारी के अनुसार सहायक आयुक्त ने तीन दिन का कारण बताओं नोटिस जारी किया है यदि समय पर अपना जवाब नहीं दिए तो इन पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है,

छात्रों ने एसडीएम कार्यालय में विगत महिने पहले किया था शिकायत….

कान्या छात्रावास की लडकी आज चौरई एसडीएम कार्यालय पहुंचकर आदिवासी कान्या छात्रावास की अधीक्षिका पर आरोप लगाते हुए बताया कि मेडम हमें जाति सूचक शब्दों से गली गलौज करती है ।एंव हमें शौचालय तक में नहीं जानें देते है ।ना ही गर्म पानी का उपयोग करने देती। यदि धोखा से कभी गर्म पानी ले लेते हैं तो जाति सूचक शब्द से गाली गलौज करती हैं क्योंकि हमारा छात्रावास संयुक्त छात्रावास है। यहां पर अनुसूचित जाति छात्रावास एवं आदिवासी छात्रावास दोनों ही एक ही भवन में संचालित होता है।

छात्राओं ने बताया रात में आते अधीक्षिका करुण गुप्ता के पति ….

केन्द्र एंव राज्य सरकार के सरकार के निर्देशों को ठेंगा दिखा रही है है चौरई आदिवासी कान्या छात्रावास की अधीक्षिका करुण गुप्ता सरकार के निर्देश की खुलकर धज्जियां उठा रही है। क्योंकि अधीक्षिका आपने पति को रात में छात्रावास में बुलाती है ।जबकि सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं की 5 बजे के बाद कोई भी कन्या छात्रावास में प्रवेश नहीं कर सकता है।लेकिन चौरई कन्या छात्रावास में पदस्य अधीक्षिका करुण गुप्ता आपने पति के रात में छात्रावास में बोलती है। जबकि हम लडकी यंहा सोते रहती है ।और उनका पति बिना रोकटोक कमरों में धूमते रहतें है । फिर भी हम लडकियों ने विरोध किया तो हमारें साथ गाली गलौज करती है। और कहती है कि तुम मेरे पति पर आरोप लगा रही है।ऐसा बोलकर डांटती हैं।

आदिवासी कान्या छात्रावास में पति के द्वारा रात में सरकारी राशन ले जाता है आपने धर छात्राओं ने लगाया आरोप…

छात्राओं ने लगाया आरोप शौचालय का नहीं करने देती उपयोग…

अनुसूचित जनजाति कान्या छात्रावास की छात्राओं ने अधीक्षिका करुण गुप्ता पर आरोप लगाया की मेडम हम लोगों को शौचालय का उपयोग भी नहीं करने देती है जबकि हमारे छात्रावास के भवन में दोनों छात्रावास एक साथ संचालित होते है । जिसके हम इन शौचालय का उपयोग करते है लेकिन मेडम हमें ना गर्म पानी लेने देता है ना ही शौचालय का उपयोग करने देती है जिसके कारण ठंड में भी हमें ठंडे पानी से नहाना पड़ता है जिसके कारण हम बीमार हो जाती हैं। जिसके कारण हम लोग आज एसडीएम सर से शिकायत करने आयें है क्योंकि हमारे विभाग के सहायक आयुक्त इन पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं करते है। हमारे द्वारा कई बार शिकायत करने पर भी आज तक करुण गुप्ता पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

जनजातीय कार्यविभाग के अधिकारी नहीं पहुंचे जाँच करने..

जनजातीय कार्यविभाग के क्षेत्र संयोजक के पास करुण गुप्ता की शिकायत होने के बाद भी जाँच नहीं कर रहे की 15 दिनों से अधीक्षिका को हटा दिया है लेकिन कभी क्षेत्र संयोजक ने देखा नहीं और दुसरे अधीक्षिका को चार्ज नहीं दिलाया गया है, अधिकारियों को लगता है आदिवासी छात्राओं की चितां नहीं है ।इसलिये तो दर्जनों छात्राएं की एसडीएम कार्यालय में शिकायत होने बाद भी इन पर कार्रवाई नहीं हुई थी, अब हटाए गए हैं तो उन्हें कर मुक्त नहीं कर पा रहे हैं या कहो तत्कालीन अधीक्षिका को इन अधिकारियों का कोई डर नहीं है

आदिवासी कन्या छात्रावास की अधीक्षिका करुण गुप्ता पर छात्राओ ने लगाया गंभीर आरोप, एसडीएम तक पहुंची लिखित शिकायत..

एसडीएम कार्यालय पहुंची छात्राओं ने करुण गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाते हुए एसडीएम को लिखित शिकायत किया है एवं करुणा गुप्ता को तत्काल चौरई कन्या आश्रम से हटाने की गुहार लगाई।

छात्राओं ने बताया अधीक्षिका करुण गुप्ता देती है जातिगत गाली गलौच के अलावा फ्री में रहना-खाना की बात को लेकर उलाहना देती है..
आदिवासी कान्या छात्रावास अधीक्षिका पर छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि करुण मेडम की मनमानी से सभी छात्राएं भयभीत हैं। जब से करुण मेडम आई है ।तब से हमें परेशान कर रही है। हमें हॉस्टल से निकालने की धमकी दी जाती है।एंव जातिगत गाली गलौज देती है एवं तुम्हें फ्री में रहना- खाना मिल रहा है ऐसा बार-बार कहती हैं। और उलाहना देते रहती है..।

नियम विरुद्ध हुई थी अधीक्षिका के पद करुण गुप्ता की पेंस्टिग…

छिंदंवाडा जिलें के इन नेतागिरी कर कुछ शिक्षक/ शिक्षिका जातीय कार्यविभाग के अधिकारी पर दबाव बनाकर पोस्टिंग कर लेते हैं और बाद में शासन के दिशा निर्देशों की खुलकर धज्जियां उड़ाते हैं ऐसे ही मामला चौरई आदिवासी कान्या छात्रावास में देखने को मिला जहां करुणा गुप्ता शिक्षिका का जिनकी अभी परिवीक्षा अवधि चल रही है।उन्हे नियम विरूद्ध तरीकों से एक साल पहले आदिवासी कान्या छात्रावास चौरई की अधीक्षिका बना दिया गया था लेकिन छात्राओ की शिकायत के बाद उन्हें हटाकर उनकी मूलशाला हर्रई विकासखंड मेझ भेंज दिया गया, क्योंकि उनकी पोस्टिंग ही गलत हुई थी शासन के नियम होते हैं कि 3 साल की परीवीक्षा अवधि में कोई भी शिक्षक/ शिक्षिकाओं को उनके मूल शाला से नहीं हटाया जा सकता है । लेकिन सवाल उठता है कि आखिर कैसे परिवीक्षा अवधि में चल रही शिक्षिका करुण गुप्ता को उसकी मूल शाला से हटा कर अधीक्षिका बना दिया गया था। दर्जनों छात्राएं ने विगत महिने पहले अधीक्षिका करुण गुप्ता के खिलाफ चौरई एसडीएम कार्यालय में छात्राओं ने अधीक्षिका द्वारा प्रताडऩा के लगाया था गंभीर आरोप । जिसके सहायक आयुक्त ने कार्रवाई करती हूं उन्हें मूल शाला वापस कर दिया

सहायक आयुक्त ने बताया उन्हें मूल साल वापस किया गया..

इस मामले में जब हमने बात किया तो सहायक आयुक्त सतेन्द्र सिंह मरकाम ने बताया कि करुण गुप्ता का अटैचमेंट समाप्त करते हुए उन्हें उनकी मूल साल वापस कर दिया गया है यदि तीन दिन के अंदर वह मूल सालों में जॉइनिंग नहीं करनी तो उन विभागीय कार्रवाई होगी है

रिपोर्ट -ठा. रामकुमार राजपूत

मोबाइल -8989115284