Home CITY NEWS छिंदवाड़ा : धान खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार, कहीं अधिक तौल तो कही...

छिंदवाड़ा : धान खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार, कहीं अधिक तौल तो कही गुणवत्ताहीन हैं खरीद रहे धान

छिंदवाड़ा : धान खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार, कहीं अधिक तौल तो कहीं गुणवत्ताहीन खरीद रहे धान

40,500 की जगह 41,200 तक तौली जा रही बोरी

प्रशासन के नियमों का उल्लंघन करते नज़र आए खरीदी केन्द्र प्रभारी.

एक केंद्र में ऑपरेटर ने लगा दिया भाड़े का ऑपरेटर

रिपोर्टर –ठा. रामकुमार राजपूत

छिंदवाड़ा ज़िले के चौरई तहसील में धान खरीदी केंद्रों में जमकर धांधली चल रही है ,इस भ्रष्टाचार के खेल को उजागर करने के लिए
(पंचायत दिशा समाचार की टीम ) ग्राउंड ज़ीरो में पहुंचती है
तो किसान ये साफ कहते नजर आ रहे है कि तौल तो किसानों से हर बोरी में 41,200 ही ली जा रही है
और नमी का झांसा देकर किसी केंद्र में 42 किलो तक तुलाई धड़ल्ले से चल रही है।

जबकि मोहन सरकार के सख्त आदेश है कि किसी भी केंद्र में किसानों से पैसे न लिए जाए न ही तुलाई का कोई पैसा लगेगा, फिर भी खरीदी केंद्रों में बैठे खरीदी प्रभारी और नोडल अधिकारियों की सहमति से वेयर हाउस में चल रही खरीदी केंद्रों में न तो निःशुल्क सेवाओं के बैनर पोस्टर लगे है , इतना ही नहीं झिलमिली केंद्रों में जिला स्तर और राज्य स्तर के अधिकारियों के नंबर तक नहीं डाले गए….सिर्फ बैनर पोस्टर को शोभा की सुपारी के समान टांग दिया गया है…..

ग्राउंड ज़ीरो

केस 1
सोयवीन प्लाट चौरई – के वेयरहाउस

इधर सेवा सहकारी समिति झिलमिली की खरीदी चल रही है जहां किसानों से 40.600 की जगह 41.200 बजन लिया जा रहा है, धान भी गुणवत्ता हीन है जिसमें मोटी और कचरा साफ देखा जा सकता है

इसके बाबजूद भी कागजों में किस तरह हेरफेर किया गया और भोपाल भेजने वाली जानकारी भी भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से कागजों में किस तरह मिलावट कर दी गई इसकी बानगी आप देख सकते है।

फूंड विभाग के आधिकारी को जानकारी देने पर भी जिम्मेदार विभाग के कोई अधिकारी नहीं पंहुचे, यंहा बड़े पैमाने में गुणवत्ता हीन धान खरीदी जा रही है ,जब कुछ सवाल ऑपरेटर से किए तो वह भी घबरा गया और गोलमोल जवाब देता रहा ,इधर भी किसान परेशान है क्योंकि तौल भी अधिक और कमीशनबाजी का सिलसिला इधर भी नज़र आया।

खरीदी प्रभारी झिलमिली – माही वर्मा

केस 2
बिछुआ ब्लॉक की करेर सेवा सहकारी समिति में भरी हेरफेर,

बिछुआ ब्लॉक की सेवा सहकारी समिति में भी भरी हेरफेर चल रहा है. यंहा के प्रबंधक भी नियम की अनदेखा कर खरीदी कर रहा है..

सरकार खरीदी केंद्र बनाती है लेकिन इसका फ़ायदा मझौली के अधिकारी इस कदर कर उठा रहे है, कि किसानों को डरा धमकाकर ज्यादा धान खरीदी रहे है, यंहा पर व्यापारी से सौदेबाजी करके खरीदी कर रहे है … समिति प्रबधक आपना काम दुसरे व्यक्ति से काम करा रहे है और अपने गुर्गों के माध्यम से पूरी खरीदी चला रहा है,
जब मीडिया ने खरीदी प्रभारी से पूछा कि एक बोरी में कितनी तुलाई ली जा रही है,तो जवाब ही नहीं देते बना ,ऊपर से घटिया किस्म की धान भरी जा रही है।

है,इधर भी न तो पानी पीने की सुविधा, किसानों से हर बोरी में 500 ग्राम ज्यादा और क्विंटल में करीब डेढ़ किलो अधिक तौल ली जा रही है, खरीदी प्रभारी का कहना है कि नीचे से लेकर ऊपर तक पैसा जाता है,
वही जब सभी केंद्रों की तुलाई जानकारी ली तो लगभग लाख कुंटल खरीदी हुई हे जिसमें अधिकारियों ,खरीदी प्रभारी ,नोडल अधिकारी वेयरहाउस कॉरपोरेशन, सर्वेयर का कहना है कि 40 किलो 600 ग्राम तुलाई हो रही है वहीं किसानों का कहना है की 41 किलो 200, 300 ,400 ग्राम तक तोल ले रहे हैं अब देखा यह जाए कि लगभग एक कुंटल में सवा किलो धान किसान से अतिरिक्त ली जा रही है ऐसे में 1लाख 50 हजार कुंटल खरीदी हो चुकी जिसमें एक कुंटल में सवा किलो धान किसान से अतिरिक्त लिया गया ऐसे में लाख धान खरीदी में लगभग 1500 कुंटल धान किसानों से अतिरिक्त ले ली गई जिसकी लागत लगभग 34 लाख रुपए है आखिर जब सारे अधिकारी साफ और सही धान तौल रहे हैं तो अतिरिक्त 500 से 700 ग्राम तक अधिक क्यों ले रहे हैं जिसमें लाखों रुपए की वसूली किसानों से कर ली गई*

सीधा सवाल छिंदवाड़ा जिला प्रशासन के ऊपर उठ रहा है कि अधिकारी क्या देख रहे है,किसान लुट रहा है, नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए किस तरह भ्रष्टाचार चरम पर है आप देख सकते है।