अभिभावकों की गुहार, बच्चों पर रहम करो सरकार! …बच्चों को दिया जा रहा घटिया पोषण आहार
वहीं पातालकोट के भारिया जनजाति के बच्चों को 1 साल से आंगनवाड़ी में नहीं मिल रहा खाना
छिंदवाड़ा /मध्यप्रदेश के सरकार आंगनबाड़ियों में राज्य सरकार की ओर से पोषण आहार योजना चलाई जा रही है। इस पोषण आहार को बाकायदा पकाकर दिया जा रहा है। सरकार बच्चों को अच्छा पोषण आहार देने बात कहती हे लेकिन छिंदवाड़ा जिले में पहला मामला तामिया विकासखंड में पातालकोट के कारेआम आंगनवाड़ी में भारिया जनजाति के बच्चों को 1 साल से आंगनवाड़ी में खाना नहीं मिल रहा हे वही दूसरा मामला बिजौरी पंचायत की राजथरी आंगनवाड़ी के बच्चों को घटिया क्वालिटी का पोषण आहार दिया जा रहा हे हालांकि, मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार के राज में बीते कुछ दिनों से बच्चों को दिए जाने वाले पोषण आहार में कीड़े मिलने की कई घटनाएं सामने आई हैं। आरोप है कि घटिया दर्जे का पोषण आहार देकर बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसे में अभिभावकों ने गुहार लगाते हुए कहा है कि कम से कम बच्चों पर तो सरकार रहम करे इसके बावजूद मध्यप्रदेश सरकार इस पर मौन बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि पोषण आहार योजना के तहत आंगनवाड़ी में बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाता है। दूसरी तरफ योजना के तहत भोजन पकाने का कार्य महिला बचत समूह की , जरूरतमंद महिलाओं और गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा किया जाता है। इस योजना के लिए आवश्यक गेहूं,चावल केंद्र सरकार से नि:शुल्क प्राप्त होता है। हालांकि, राजथरी ग्राम आंगनवाड़ी में बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार में घटिया क्वालिटी का भोजन मिलने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इन घटनाओं को लेकर जहां बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, वहीं उनके अभिभावकों में भी गुस्से की लहर है।
जानकारी के मुताबिक तामिया विकासखंड के राजथरी आंगनवाड़ी में भोजन बनाने वाले स्वसहायता समूह के पास न तो फूड लाइसेंस हे नहीं ही खुद स्वासहायता समूह मासूम बच्चों को खाना दे रहे हे हालांकि, घटना का पता तब चला जब राजथरी ग्राम के कुछ ग्रामीणों में सीएम हेल्पलाइन 181 में बच्चों घटिया खाना देने के कारण उल्टी दस्त की शिकायत लगाई हे। बताया गया कि घटिया दर्जे का खाना मासूम बच्चों को दिया जाता हे वही कुछ ग्रामीणों ने बताया हे कि राजथरी आंगनवाड़ी में पदस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सीमा उईके कभी कभी आंगनवाड़ी में उपस्थित नहीं रहती हे वही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सीमा उईके द्वारा समूह बनकर रसोइया की पेमेंट अपनी बहन के खाते में डलवाकर शासन को चुना लगा रही हे सरकारी लापरवाही के कारण सामने आ रही इन घटनाओं ने नागरिकों में भारी गुस्सा दिखाई दे रहा है। साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर हमले किए जा रहे हैं।