महिला पुलिस कर्मियों की व्यावसायिक दक्षता और व्यक्तिगत विकास हेतु कार्यशाला का आयोजन
पुलिस अधीक्षक श्री अजय पांडे के नेतृत्व में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अवधेश प्रताप सिंह के निर्देशन में महिला पुलिस कर्मियों की व्यावसायिक दक्षता और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 05/01/2024 को होटल गैलेक्सी, जिला छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश में एक दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में महिला पुलिस कर्मियों को उनके पेशेवर कौशल को निखारने और व्यक्तिगत विकास में मदद करने वाले विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया।

कार्यशाला का उद्देश्य और पृष्ठभूमि
कार्यशाला का उद्देश्य महिला पुलिस कर्मियों को उनके कार्यक्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना और उनके व्यक्तित्व को सशक्त बनाना था। इसमें मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक सशक्तिकरण के साथ-साथ रचनात्मकता और नवाचार पर भी जोर दिया गया।
प्रमुख वक्ता
कार्यक्रम में प्रतिष्ठित वक्ताओं ने भाग लिया और अपने बहुमूल्य विचार और अनुभव साझा किए।
- श्री सचिन अतुलकर जी, पुलिस महानिरीक्षक एवं पुलिस उप महानिरीक्षक, छिंदवाड़ा रेंज: उन्होंने नेतृत्व और कर्तव्यनिष्ठा पर प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। उन्होंने महिला पुलिस कर्मियों को अपने कार्यक्षेत्र में कुशलता और समर्पण के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।
- श्रीमती अनिता राजपाली, भोपाल से: उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और व्यक्तिगत विकास पर व्याख्यान दिया, जिसमें योग और ध्यान की तकनीकों को विशेष रूप से शामिल किया गया।
- श्रीमती रश्मि जी, : उन्होंने संवाद कौशल, सार्वजनिक संबोधन, और रचनात्मकता के महत्व पर प्रकाश डाला, जो महिला पुलिस कर्मियों के लिए कार्यक्षेत्र में बेहद उपयोगी साबित होगा।
विशेष उपस्थित
कार्यशाला में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई:
पुलिस अधीक्षक श्री अजय पांडे, जिन्होंने कार्यशाला के महत्व और इसके सकारात्मक प्रभाव पर बल दिया।
एडिशनल एसपी श्री अवधेश प्रताप सिंह, जिन्होंने कार्यक्षेत्र की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए
डीएसपी रामेश्वर चौबे, रक्षित निरीक्षक आशीष तिवारी, सउनि केशव इंगले, राजेंद्र सिंह,प्रधान आरक्षक सिराज खान,रामेश्वर तिवारी,राहुल ठाकुर,अजीत सिंह भदौरिया
का योगदान रहा ।
कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण: श्रृजन सत्र
कार्यशाला में “श्रृजन” नामक सत्र का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य महिला पुलिस कर्मियों की रचनात्मकता और नवाचार क्षमता को बढ़ावा देना था।
सत्र के मुख्य बिंदु:
रचनात्मक सोच और नवाचार का विकास।
समस्याओं का रचनात्मक समाधान।
टीम वर्क में सहयोग और संवाद को बढ़ावा देना।
अन्य प्रमुख सत्र
- नेतृत्व कौशल: प्रभावी नेतृत्व और टीम प्रबंधन के लिए तकनीकें।
- तनाव प्रबंधन: मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने और कार्यक्षेत्र में संतुलन के उपाय।
- आत्म-सुरक्षा तकनीक: आधुनिक आत्मरक्षा कौशल का व्यावहारिक प्रशिक्षण।
- डिजिटल दक्षता: तकनीकी उपकरणों का कुशल उपयोग।
प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया
महिला पुलिस कर्मियों ने इस कार्यशाला को अत्यंत प्रेरणादायक बताया। प्रमुख वक्ताओं और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन ने उनकी सोच और दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद की।
भविष्य की योजना
इस सफल आयोजन को देखते हुए, आयोजकों ने घोषणा की कि इस तरह की कार्यशालाओं को नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा और “श्रृजन” विषय को अन्य जिलों में भी विस्तारित किया जाएगा।