मानवता शर्मसार: डॉक्टर ने निभाई लापरवाही, सफाई कर्मी से लगवाए टांके
पंचायत दिशा समाचार
पांढुरना /पांढुर्णा दानपुर एक्सप्रेस से गिरकर घायल हुए एक युवक का इलाज करने में डॉक्टर की लापरवाही का मामला सामने आया है। घटना में युवक गंभीर रूप से घायल हुआ, और उसे सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से स्थानीय अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में भर्ती किया गया।

आपातकालीन वार्ड में डॉ. लीना नागले की उपस्थिति के बावजूद, घायल युवक के सिर से खून का तेज़ी से बहाव हो रहा था। सिर पर गंभीर चोट के बावजूद डॉक्टर ने अपना फर्ज निभाने के बजाय सफाई कर्मी से टांके लगवाने का निर्देश दिया। इस दौरान सफाई कर्मी के हाथ कांपते रहे, लेकिन डॉक्टर ने स्वयं इलाज करने की कोई जिम्मेदारी नहीं ली।

सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उठाए सवाल:
घटनास्थल पर मौजूद सामाजिक कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर लीना नागले से सवाल किया, “क्या आप डॉक्टर हैं या सफाई कर्मी?” इसके बावजूद डॉक्टर ने स्थिति को संभालने का प्रयास नहीं किया और मौके से चली गईं।

प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई सूचना:
घटना की जानकारी एसडीएम नेहा सोनी और बीएमओ दीपेंद्र सलामे को दी गई। एक घंटे बाद डॉ. निलेश धाड़से मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक घायल युवक के सिर से अत्यधिक खून बह चुका था। यह देरी युवक की स्थिति को और गंभीर बना सकती थी।
प्रशासनिक तंत्र पर सवाल:
इस घटना ने प्रशासनिक तंत्र की गंभीर खामियों को उजागर किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों का ऐसा असंवेदनशील और लापरवाह रवैया कई बार देखा गया है। अस्पतालों में सुधार की सख्त आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।
यह घटना एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने के साथ-साथ प्रशासनिक तंत्र पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। सरकार और संबंधित विभागों को ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार सुनिश्चित करना चाहिए।







