Home POLITICAL जबरन भाजपाई बनाने का भाजपा ने जिले में चलाया अभियान- ओक्टे

जबरन भाजपाई बनाने का भाजपा ने जिले में चलाया अभियान- ओक्टे

दबाव डालकर भाजपा बढ़ा रही कुनबा, बिगड़ रही जिले व प्रदेश की फिज़ा

छिन्दवाड़ा:- सत्ता का दुरूपयोग करना भाजपा की आदत बन चुका है। अनीति के मार्ग पर चलते हुये पार्टी के नेता खुलेआम लोगों को भाजपा की सदस्यता लेने हेतु मजबूर किया जा रहा। जनविरोधी, विकास विरोधी, युवा विरोधी व किसान विरोधी भाजपा की सदस्यता लेने से अगर कोई इनकार कर रहा है तो उसे डराया व धमकाया जा रहा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण गत दिवस पांढुर्ना जिले से सामने आया, अगर प्रदेश की बात करें तो शाजापुर जिले के मक्सी में एक युवक की मौत हो गई। सदस्यता अभियान के लिये भाजपा इस हद तक गिरेगी किसी ने कभी सोचा भी नहीं था। उक्त उदगार आज जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से व्यक्त किये।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि जिले में भाजपा अपनी सांख व जनाधार बचाने के लिये आम लोगों को निशाना बना रही यह बात तो साफ हो चुकी है। भाजपा के स्थानीय जिम्मेदार व अन्य नेता सदस्यता अभियान के जरिये दिल्ली में अपने अंक बढ़ाने के लिये “जबरिया सदस्यता दिलाओ” अभियान चला रहे। भाजपा आम लोगों को पकड़कर भाजपाई बनाने पर उतारू हो चुकी है, उनके इस उतावलेपन की वजह से अराजकता का माहौल उत्पन्न हो गया है। दंगे व फसाद की स्थिति निर्मित हो चुकी फिर भी भाजपा नेताओं के कलेजे को ठण्डक नहीं पहुंची, क्योंकि वे सत्ता के मद में चूर है, जनता की जान जाने से ज्यादा महत्वपूर्ण उनके लिये सदस्यता अभियान है जिसकी वजह से शाजापुर जिले के मक्सी में एक युवक की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य लोग गम्भीर रूप से घायल है। पुलिस की जांच में भी यही तथ्य सामने आये हैं कि मक्सी में भाजपा के सदस्यता अभियान के दौरान हुये विवाद की वजह से तलवारें खिंच गई, फायरिंग हो गई।

जबरन बनाये जा रहे भाजपाई:-

श्री विश्वनाथ ओक्टे ने अपनी जारी प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा कि शासकीय योजनाओं के हितग्राहियों पर भाजपा जमकर दबाव बना रही। पांढुर्ना जिले में भाजपा के नेताओं ने बहनों पर दबाव बनाया कि उन्हें भाजपा की सदस्यता लेनी पड़ेगी अन्यथा योजना से नाम काट दिया जावेगा। भाजपा यह जान लें कि योजनाओं का संचालन जनता के टैक्स के पैसों व सरकार जो हर माह लोन ले रही है उससे संचालित हो रही ना कि किसी भाजपा के नेता के घर से ना ही भाजपा के फंड से। जबकि इसके विपरित श्री कमलनाथ व श्री नकुलनाथ ने जाने कितने लोगों का व्यक्तिगत व्यय पर इलाज करा रहे हैं, युवाओं को शिक्षा व रोजगार से जोड़ा है, किन्तु उन्होंने व कांग्रेस के किसी भी पदाधिकारी व कार्यकर्ता ने जनता पर कांग्रेस की सदस्यता लेने का दबाव नहीं बनाया। आज भाजपा के लोग जिस तरह स्कूल व कॉलेजों में पहुंचकर युवाओं को जबरन भाजपाई बना रहे, यह भाजपा के दबाव की राजनीति का असली चेहरा है अभी शेष चेहरे सामने आने शेष है।

प्रदेश में पंद्रह माह की श्री कमलनाथ जी की सरकार में व पांच वर्ष के श्री नकुलनाथ जी के कार्यकाल व इसके पूर्व जिले में कभी ऐसी घटना सामने नहीं आई। श्री कमलनाथ जी की किसान ऋण माफी योजना का लाभ समानता से सभी को प्राप्त हुआ, किन्तु कांग्रेस ने कभी किसी पर यह दबाव नहीं डाला कि उन्हें कांग्रेस की सदस्यता लेनी पड़ेगी। श्री कमलनाथ जी की सरकार में सौ रुपये में सौ यूनिट बिजली सभी को समान रूप से निर्बाध्य प्राप्त हुई, किन्तु किसी भी कांग्रेसजन ने आम जनता पर यह दबाव नहीं बनाया कि उन्हें सौ रुपये में सौ यूनिट बिजली दी जा रही है तो वह कांग्रेस की सदस्यता गृहण करें। ऐसा इसीलिये नहीं क्योंकि नेताद्वय व कांग्रेस की विचारधारा जनसेवा की है ना कि स्वयं की।