Home CITY NEWS पत्नी की जगह पति बन बैठे लघु उपज वन समिति के साहब...

पत्नी की जगह पति बन बैठे लघु उपज वन समिति के साहब , पत्नी की जगह कर रहें नौकरी…

पत्नी की जगह पति बन बैठे लघु उपज वन समिति के साहब , पत्नी की जगह कर रहें नौकरी…

छिदंवाडा– वो कहावत है न कि “जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे को”, छिदंवाडा जिलें से आए एक मामले पर यह लाइन बिलकुल सटीक बैठती है। मध्य प्रदेश के छिंदंवाडा जिले में अफसरशाही किस कदर हावी है इसकी एक बानगी जिले के अमरवाड़ा के वनविभाग में देखने को मिली। जहां वनविभाग के लधु वनोउपज समिति अमरवाड़ा की प्रबंधन माया चौहान कभी आफिस में नहीं आती है ।उनकी जगह उनका पति दिनेश चौहान नौकरी करता है। जबकि सरकार ने नौकरी माया चौहान को दी है ।लेकिन वनविभाग के एसडीओ से सांठगांठ कर पत्नी की जगह उसका पति नौकरी करता है । यंहा वनविभाग के अधिकारियों की लापरवाही देखी जा सकती है ।आखिर इतने दिनों से कैसे सरकार की आँखों में धूल डाल रहे ऐसे अधिकारी..

पत्नी की जगह पति कर रहा नौकरी…

दरअसल पूरा मामला अमरवाड़ा लधु वनोउपज सहकारी समिति अमरवाड़ा का है। जंहा देखने को मिला कि लधु वनोउपज समिति प्रबंधन माया चौहान की जगह उसका पति दिनेश चौहान सरकारी दफ्तर में नौकरी कर रहा है ।जो प्रतिदिन काम काज कर रहा था। उनकी पत्नी तो महिनें में एक दो बार आकर सिर्फ खानापूर्ति करती है। सूत्रों से मिली जानकारी को जब पड़ताल की गई तो मामला सही निकला क्योंकि लधु वनोउपज समिति प्रबंधक की कुर्सी पर दिनेश चौहान बैठा था। जब इस बिषय में पूछा गया कि अब कौन हो तो उनकी बोलती बंद.हो गई फिर कहा की मेरी पत्नी यंहा की प्रबंधक है । ये खेल लम्बे समय से चल रहा है। जिसकी जानकारी वनविभाग के एसडीओ साहब को भी है ।उन्हें की मेहरबानी से ये सब काम चल रहा है । लेकिन ये कही ना कही वनविभाग के अधिकारी की लापरवाही है। अब मामला तूल पकड़ता देख दिनेश चौहान का कहना है में यंहा आज बैठा हुँ । आज मेरी पत्नी नहीं आई थी इसलिए में बैठ गया सूत्रों की जानकारी के अनुसार लधु वनोउपज आफिस अमरवाड़ा का पूरा काम नरेंद्र चौहान ही संभलता है यहां के चपरासी से लेकर बाबू तक इन्हीं को अधिकारी मानते हैं ।और ये देखा भी गया है कि आफिस का काम लधु वनोउपज प्रबधंक माया चौहान प्रबंधन की जगह उनका पति काम कर रहा था।

लधु वनोउपज के आफिस में रोज बैठकर काम देखते है दिनेश चौहान..

केन्द्र और राज्य सरकार जंहा महिला आरक्षण की बात करती है लेकिन आज भी ऐसे कई सरकारी दफ्तर है जंहा महिला अधिकारी / कर्मचारियों की जगह उनके पति नौकरी कर रहे है ।जबकि भारत सरकार महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व की बात करती है लेकिन हकीकत कुछ और है। ऐसा ही देखने को मिला अमरवाड़ा के लधु वनोउपज कार्यालय अमरवाड़ा में जंहा समिति प्रबंधक माया चौहान की जगह उनका पति दिनेश चौहान उनकी कुर्सी में बैठकर कामकाज देख रहे है ।लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ऐसे मामलों पर कोई कार्यवाही नहीं करते देख रहे है।
आखिर कब तक वनविभाग के अधिकारी आँखों बंद कर सब देखते रहेगा या फिर ये ही वनविभाग कुंभकरण की तरह नींद से नहीं जाग पाएगा..?

रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284