Home CITY NEWS स्कूल में बच्चों से धुलवा रहे मध्याह्न भोजन के बर्तन

स्कूल में बच्चों से धुलवा रहे मध्याह्न भोजन के बर्तन

स्कूल में बच्चों से धुलवा रहे मध्याह्न भोजन के बर्तन

छिंदंवाडा– शिक्षा के मंदिर में जिन छोटे-छोटे बच्चों के हाथो में कलम होना चाहिए उन हाथों से बच्चों से से स्कूल प्रबंधन द्वारा बकायदा बर्तन धुलवाए जा रहे हैं। बच्चों को यह करना ठीक तो नहीं लग रहा, लेकिन स्कूल में यह उनकी मजबूरी है। इतना ही नहीं जब मीडिया ने बर्तन दोनों के फोटो-वीडियो कैद किए तो प्रभारी प्रधानपाठक कहते है कि ये सभी स्कूल में होता है

। जी हां! यह मामला है
तामिया के प्रतापगढ़ बादला स्थित माडल स्कूल का। जहां बुधवार को देखने में आया कि स्कूली बच्चों से मध्याहन भोजन के बाद बर्तन धुलवाए जा रहे हैं। मध्याहन भोजन प्रदान करने व बर्तन धुलवाने की जिम्मेदारी समूह की होती है, लेकिन स्कूली बच्चों के अध्यापन सहित समग्र देखरेख की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की है। लेकिन यहां पर स्कूल प्रबंधन बच्चों को शोषण से बचाने की बजाए खुद शोषण करते नजर आ रहे हैं। यहां पर दोपहर का भोजन करने के बाद छोटे बच्चों से बकायदा बर्तन साफ करवाए जा रहे थे। वही बच्चों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि प्रधानपाठक सर टीचर हम को मजबूर बर्तन धोने को कहते हैं। हमने कई बार ,प्रधानपाठक से मना कर दिया है। परंतु प्रधानपाठक सर खुद हमसे जबरन दबाव बनाकर बर्तन साफ धुलवाने को मजबूर करते है और हम से बर्तन धुलवाते है।

मीनू के मुताबिक नहीं मिलता भोजन…

स्कूल में मीनू के मुताबिक भी बच्चों को भोजन नहीं दिया जा रहा है। अपनी मनमर्जी अनुसार विद्यालय के बच्चों भोजन उपलब्ध करवाते हैं। वही विद्यालय मेनू अनुसार बोर्ड नही लगा दिखा है। प्रतापगढ़ बादला स्कूल के बच्चों को बुधवार को गोभी की सब्जी और रोटी दी। जबकि मीनू में आज कुछ और था। वहीं स्व सहायता समूह द्वारा बुधवार के दिन भोजन में बच्चों को स्कूल में पत्ता गोभी की सब्जी और रोटी दी गई। जब बच्चे भोजन कर लेते हैं तब प्रभारी द्वारा पिलास्टिक का एक बड़ा तप पानी से भरकर रखवा देते हैं। जिसमे 1 से 8 तक के समस्त बच्चे अपने छोटे छोटे हाथों से कापी पेन पकड़ने वाले हाथो में प्रभारी द्वारा बच्चो के ऊपर दबाव बनाकर उसे खाने के बर्तन धोने के मजबूर कर रहे हैं।

बच्चों से बर्तन धुलवाना गलत है, आपने बताया है यदि बच्चों से बर्तन धुलवाया जा रहे हैं तो वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
बी
ईओ