Home CITY NEWS नेतागिरी तो कहीं जुगाड़ से बैठे अतिशेष शिक्षकों पर अब लटकी तलवार…

नेतागिरी तो कहीं जुगाड़ से बैठे अतिशेष शिक्षकों पर अब लटकी तलवार…

नेतागिरी तो कहीं जुगाड़ से बैठे अतिशेष शिक्षकों पर अब लटकी तलवार…

क्या जनजातीय कार्य विभाग की गाइड लाइन के सख्त पालन से ही होगी ग्रामीण शालाओं में पोस्टिंग..?

छिंदवाड़ा. जिलें के आदिवासी विकासखण्डों के स्कूलों में लगातार रिटायरमेंट से कई स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली होते जा रहे हैं तो वहीं बड़ी संख्या में अतिशेष शिक्षक भी जिला मुख्यालय समेत आसपास के स्कूलों में नौकरी कर रहे हैं। ये शिक्षक बर्षों से नेतागिरी के बल या फिर किसी जुगाड़ से बैठे हैं। इन पर इस वर्ष 2024-25 की जनजातीय कार्य विभाग की गाइड लाइन अब तलवार बनकर लटकी है। कहा जा रहा है कि यदि इस गाइड लाइन का ईमानदारी से पालन हो जाए तो ग्रामीण स्तर के अधिकांश स्कूलों को पर्याप्त शिक्षक मिल जाएंगे। लेकिन क्या जिलें में बैठे सहायक आयुक्त ऐसा करेंगे!
जनजातीय कार्य विभाग की जानकारी के अनुसार हाईस्कूल, हायर सेकण्डरी स्कूल प्राचार्य से लेकर माध्यमिक शाला प्रधानपाठक और शिक्षकों के कुल 5924 पद स्वीकृत है। पिछले साल इनमें से 2249 शिक्षकों के पद रिक्त बताए गए थे। अपवाद स्वरूप प्राथमिक शिक्षकों के 1444 पदों के विरूद्ध 1541 कार्यरत होने से 127 अतिशेष शिक्षकों की संख्या सामने आई थी। हर साल 50 से सौ शिक्षक रिटायर हो रहे हैं। फिर पिछले दो साल से नए माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति भी हुई है। इससे इन आंकड़ों में कुछ फेरबदल संभावित है लेकिन कमोवेश स्थिति औसत रूप से यहीं बताई गई है।
इस बार जनजातीय कार्य विभाग की गाइड लाइन में अतिशेष शिक्षकों का चिन्हांकन कर उन्हें रिक्त पदों पर भेजना है। इसकी कवायद करने की कोशिश फिर इस बार होगी। जिसमें विभागीय अधिकारी कितने सफल हो पाएंगे, यह देखना होगा

स्कूलों में नहीं मिल पा रहे विषय शिक्षक…

हालत यह है कि जुन्नारदेव, तामिया, हर्रई और बिछुआ विकासखण्ड के स्कूलों के बच्चों को विषय शिक्षक नहीं मिल पा रहे हैं। इससे उनका भविष्य दांव पर है। बताते हैं कि यह समस्या केवल छिंदवाड़ा जिले की नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की है। सरकार शिक्षकों की भर्ती नहीं कर रही है। इससे रिक्त पदों की पूर्ति नहीं हो पा रही है।

बीइओ ने अतिशेष शिक्षकों की जानकारी मांगी
जनजातीय कार्य विभाग की गाइड लाइन सामने आने के बाद सहायक आयुक्त ने तामिया, जुन्नारदेव, बिछुआ और हर्रई के बीइओ से रिक्त पद और अतिशेष शिक्षकों की जानकारी मांगी है। इसके आधार पर इन अतिशेष शिक्षकों को रिक्त पदों पर समायोजन किया जाएगा।

कुछ मेडिकल में तो कुछ ले आए स्थगन..

पिछले माह सहायक आयुक्त ने जिला मुख्यालय की शालाओं और छात्रावासों मेंं पदस्थ 17 सहायक शिक्षकों के तबादले विकासखण्डों की शालाओं में किए थे। इनमें से कुछ मेडिकल लीव पर चले गए। कुछ न्यायालयीन स्थगन लेकर आ गए। कुछ ने अभी तक संबंधित स्कूल ही ज्वाइन नहीं किया है।
इससे शिक्षकों की अध्यापन के प्रति घटती रुचि को देखा व समझा जा सकता है।

आखिर क्यों स्कूलों में नहीं मिल पा रहे विषय शिक्षक…

रिपोर्ट-
ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284