
मनमर्जी से आ-जा रहे स्कूल में शिक्षक…
सरकारी स्क्लों में मास्टरों (शिक्षकों) की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है..
मास्टरों की मानमानी का खामियाजा भविष्य गढ़ने पहुंचने वाले बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। शिक्षकों के स्कूल आने-जाने का समय भी निर्धारित नहीं है। शिक्षक अपने हिसाब से स्कुल आ जा रहे हैं। वहीं कुछ शिक्षक विभागीय कार्यों का हवाला देकर दूरी बना ली है। शिक्षा विभाग ने ता
छिंदंवाडा– सरकारी स्क्लों में शिक्षकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। शिक्षकों की मानमानी का खामियाजा भविष्य गढ़ने पहुंचने वाले बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। शिक्षकों के स्कूल आने-जाने का समय भी निर्धारित नहीं है। शिक्षक अपने हिसाब से स्कूल आ जा रहे हैं। वहीं कुछ शिक्षक विभागीय कार्यों का हवाला देकर दूरी बना ली है। शिक्षा विभाग ने तामझाम के साथ नये शिक्षा सत्र की शुरुआत की थी। इसके पहले जिला शिक्षा अधिकारी ने संस्था प्रमुखों की बैठक लेकर शिक्षकों का समय पर स्कुल आने की हिदायत दी थी। जिसके बाद भी स्थिति नहीं सुधर रही है। कई शिक्षक ऐसे हैं जो मुख्यालय में रहने के बजाय अन्य जिलों से आना जाना करते हैं। विभाग को भी इसकी जानकारी है। लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसके चलते लापरवाह शिक्षकों के हौसले बुलंद हैं।
मुख्यालय से बनाई दूरी :
सबसे खराब स्थिति अमरवाड़ा ब्लॉक

अमरवाड़ा विकासखंड की है। जहां शिक्षक अपनी मर्जी से आना जाना करते हैं। लेकिन जिलें में बैठे जिला शिक्षा अधिकारी कभी ऐसे शिक्षक/ शिक्षिकाओं पर कोई कार्यवाही नहीं करते है । या कहो साहब को आफिस के काम से ही फुर्सत नहीं मिलती है। इसलिए शिक्षक की लापरवाही चरम पर है। और शिक्षक सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसा ही मामला आज अमरवाड़ा ब्लॉक के तेंदनीमाल मा.शाला में देखने को मिली है। जंहा शिक्षक/शिक्षिकाएं अपनी मर्जी से आना जाना करते है। स्कूल जब चाहें बंद कर दिया जाता है।ऐसा ही देखने को मिला जंहा तीन बजें स्कूल बंद मिला एक भी शिक्षक स्कूल में नहीं थें। स्कूल में ताला लगा हुआ था। इस दौरान बड़ी संख्या में शिक्षक नदारद मिले थे। वहीं कुछ शिक्षकों के मुख्यालय में नहीं रहने की शिकायतें मिली थी। अमरवाड़ा ब्लाक में ऐसे कई शिक्षक हैं जो जिला मुख्यालय से अपडाउन करते हैं।
13 सालों से एक ही स्कूल में पदस्थ है कई शिक्षक…
छिंदंवाडा जिलें में शिक्षा के हल बेहाल है। यंहा बच्चों के भबिष्य के साथ शिक्षक खिलवाड़ करते दिख रहे हैं। शिक्षक की लापरवाही चरम पर देखी जा सकती है । जिलें के अधिकाशं स्कूलों में पदस्य शिक्षक मुख्यालय में नहीं रहते है सब जिला मुख्यालय या फिर तहसील मुख्यालय से आना जाना करते है ।शिक्षकों की जब मर्जी होती है आते जाते है इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है । अमरवाड़ा ब्लॉक की तेंदनीमाल मा.शाला में कई शिक्षक 13 सालों से पदस्य है एंव अभी तक उनका शिक्षा विभाग की मेहरबानी से कही भी ट्रांसफर नहीं किया गया दुसरा इस शाला में दो महिला शिक्षिका है जो छात्राओं के भबिष्य से खिलवाड़ कर रही है।अपनी मनमर्ची करते हुए कभी भी स्कूल बंद कर दिया जाता है। शिक्षा विभाग के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।
छात्रों का भबिष्य अंधकार में
रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284