कलेक्टर श्री सिंह ने शिक्षा विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग की ली समीक्षा बैठक
परीक्षा परिणामों की समीक्षा: खराब प्रदर्शन वाले स्कूलों के प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश
छिन्दवाड़ा/ कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह ने मंगलवार को शिक्षा विभाग व जनजातीय कार्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में जिले के सभी पीएम श्री स्कूलों के प्राचार्य भी उपस्थित थे। बैठक का आयोजन कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में किया गया था जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.एस.बघेल, डीपीसी श्री जगदीश इड़पाचे, सहायक संचालक जनजातीय कार्य विभाग, सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी, एपीसी और बीआरसीसी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री सिंह ने पीएम श्री स्कूलों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। बैठक के दौरान उन्होंने सभी विद्यालयों के प्राचार्यों और शिक्षकों को मुख्यालय में ही रहने के आदेश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी टीचर या प्राचार्य मुख्यालय से दूर रह रहे हैं उन्हें तत्काल निलंबित किया जाए। उन्होंने सभी पीएम श्री स्कूलों के प्राचार्यों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी शिक्षक स्मार्ट बोर्ड का उपयोग करना सीखें क्योंकि यह आधुनिक शिक्षा के लिए अनिवार्य है। उन्होंने यह पाया कि आईसीटी लैब्स अधिकांश स्कूलों में उपलब्ध हैं लेकिन उनका पूर्ण उपयोग नहीं हो रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए भी उन्होंने उचित निर्देश जारी किए।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह द्वारा पीएम श्री योजना के अंतर्गत चयनित स्कूलों के वर्ष 2023-24 के परीक्षा परिणामों की भी समीक्षा की गई। इस समीक्षा के दौरान गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी गर्ल्स स्कूल अमरवाड़ा, गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल बोहनाखैरी, गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल भैसादंड और गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी लावाघोघरी के खराब प्रदर्शन एवं उनके प्राचार्यों से संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके विपरीत गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल कुंडालीकला और गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल देलाखारी के बेहतर प्रदर्शन के लिए उनकी सराहना की।
कलेक्टर श्री सिंह ने इंस्पायर अवार्ड मानक योजना को 15 सितंबर तक पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने एमपी टास छात्रवृत्ति स्वीकृति से शेष छात्रों की भी समीक्षा की और शत-प्रतिशत स्वीकृति सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए। जिन विकासखंडों में 75 प्रतिशत या उससे कम स्वीकृतियां हुई हैं, उनसे स्पष्टीकरण लेने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। उन्होंने जेईई और नीट की कक्षाएं निरंतर जारी रखने के निर्देश भी दिए ताकि छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उचित मार्गदर्शन और अच्छा माहौल मिल सके। उन्होंने पाठ्य पुस्तक वितरण को शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में शिकायत प्रकरण, व्यावसायिक शिक्षा आदि बिन्दुओं पर भी समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।