बारिश में तिरपाल ढक कर करते है अंतिम संस्कार..
जमकुंडा गांव में पक्का श्मशान घाट नहीं,जुन्नारदेव विकासखंड का मामला..
By admin
24 August 2024
रिपोर्ट -ठा.रामकुमार राजपूत
छिदंवाडा (म.प्र ) – मध्यप्रदेश में आज भी कई गांव ऐसे जंहा आज भी लोग किसी की मृत्यु हो जाने पर बारिश में तिरपाल लगाकार उसका अंतिम संस्कार करते है । आज भी जिले में कई गांव ऐसे हैं, जहां बिजली, पानी, सड़क, चिकित्सा की सुविधा तो नहीं है, साथ ही शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए पक्के श्मशान घाट भी नहीं है। ऐसे में शव का अंतिम संस्कार नदी या तालाब किनारे करना पड़ता है। जिले के विकासखंड जुन्नारदेव की ग्राम पंचायत जामकुंडा में भी पक्का श्मशान घाट नहीं है। पंचायत में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। सबसे ज्यादा परेशानी शव का अंतिम संस्कार करने में बारिश की सीजन में होती है। शुक्रवार को गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई। शव का अंतिम संस्कार करने नदी किनारे गए तो मूसलाधार बारिश शुरू हो गई।
ऐसे में कुछ लोग तिरपाल व प्लास्टिक ढककर खड़े रहे और शव का अंतिम संस्कार किया। तेज बारिश की वजह से कई बार आग भी बुझ गई। ऐसे में डीजल डालकर शव को जलाया गया। गांव वालों ने कई बार पक्का श्मशान घाट बनाने की मांग की है, लेकिन अब तक स्वीकृति नहीं मिली है। गांव में सर्व समाज के लोग रहते हैं। हजार की आबादी वाली इस पंचायत में पक्का श्मशान घाट नहीं होना काफी चिंतनीय है। बारिश की सीजन में किसी की मौत हो जाने पर अंतिम संस्कार करने में काफी दिक्कत होती है।