फार्जी मस्टर से बिना काम कराए खेत तालाब के नाम पर हजारों रुपए निकाल कर जेब भर ली
सरपंच और सचिव द्वारा योजनाओं की राशि का बंदरबांट हो रहा है
जिम्मेदार फर्जी मजदूर तैयार कर उनके खातों में राशि डालते हैं, फिर उन्हें कमीशन देकर वापस लेते हैं
By admin
13 August 2024
पंचायत दिशा समाचार
छिदंवाडा (म.प्र)-
छिदंवाडा म.प्र -अमरवाडा जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों ने आपदा को अवसर में बदलने कोई कसर नहीं छोडी। पूरे जनपद क्षेत्र मे फर्जी कामों का अंबार है। अधिकतर ग्राम पंचायतों मे फर्जी मस्टर भरे जा रहे हैं, जानकारी होने के बावजूद इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। रोजगार सहायक और सब इंजीनियरों के द्वारा भी जमकर धांधली एवं मनमानी की जा रही है।
जनपद की ग्राम पंचायतों में सरपंच और सचिव के द्वारा शासन के 2 लाख 66 हजार रुपए की योजनाओं के अभी तक 70 हजार रुपए बंदरबांट कर राशि हड़प ली है। ग्राम पंचायत बाकी में जीता जागता इसका उदाहरण सामने आया है। जंहा सरपंच/ सचिव ने खेत तालाब योजना से रामफली पति सहपाल की निजी भूमि में स्वीकृत तालाब की राशि में फर्जी मजदूरों के नाम से राशि का आहरण कर लिया गया है। और धरातल में कोई काम नहीं हुआ है। अब इस बार ग्राम सरपंच ने सब इंजीनियर और सीईओ कि मिलीभगत सेे खेत तालाब योजना की राशि मस्टर लगाकर निकाल ली, जबकि एक भी काम नहीं कराया।
क्या है खेत तालाब योजना
38 गुणा 38 मीटर और 3 मीटर गहरे खेत की बंधान बनाई जाती है। जिसमे वर्षा जल संचयन हो सके और धरातल का वाटर लेवल भी बन सके। इस योजना में किसान अपने आधे खेत मे यह तालाब बनवा लेता है और आधे खेत में कृषि करता है।
यह इनके आय का भी जरिया बन जाता है। जिससे मछली पालन जैसे व्यवसाय भी किये जा सकते हैं। किसान खरीफ कि फसल तो आधे खेत मे लगा लेता है, वहीं रबी की फसल पूरे खेत में लेता है। आधे हिस्से मे भरे हुए पानी से पूरे खेत मे सिंचाई भी हो जाती है।
फर्जी मजदूरों को राशि के मिलते हैं 25 %
पंचायतों में जिम्मेदारों द्वारा कुछ चहेते फर्जी मजदूर बना लिए गए। इन मजदूरो ने बिना काम किए 70 हजार रुपए डकार ली। यह राशि रोजगार सहायक ने इंजीनियर के मिलीभगत से इनके खाते मे डाली और बदले मे दोनों ने 75 प्रतिशत कमीशन भी लिया। इन लोगों को अपने खाते से राशि निकालकर वापस करने के लिए मात्र 25 प्रतिशत राशि ही मिलती है।
इन फर्जी मजदूरों के नाम हुआ भुगतान
संरपंच ने गांव के लोगों के खातें में जो पैसा डाले वो गांव में रहते ही नहीं है । संरपच सचिव ने फर्जी श्रमकार्ड बनाकर पहले मजदूर बनाया। इसके बाद इनको भुगतान करना चालू किया।
इस जमीन पर खेत तालाब दिखाकर निकाल ली राशि
सरपंच और सचिव द्वारा योजनाओं की राशि का बंदरबांट हो रहा है जिम्मेदार फर्जी मजदूर तैयार कर उनके खातों में राशि डालते हैं, फिर उन्हें कमीशन देकर वापस लेते हैं।
ठा.रामकुमार राजपूत
पंचायत दिशा समाचार
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