घबराकर सीएमओ दौड़कर नगर पालिका कार्यालय में जाकर छुप गए।
पूरे जिलें में मामला जमकर चर्चाओं में बना हुआ है।
नगर पालिका की दो महिला पार्षद वार्ड क्रमांक 6 की श्रीमती दीपा मुकेश सूर्यवंशी और वार्ड क्रमांक 4 की श्रीमती संतोषी दुर्गा वंशकार ने आरोप लगाते हुए बताया कि जो पट्टा वितरण का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है वह शासकीय कार्यक्रम है और इसमें उन लोगों (पार्षदों) को ही नहीं बुलाया गया है। उन्होने बताया कि उसमें जो जरूरतमंद झुग्गी झोपड़ी वाले लोग हैं उन्हें पट्टा नहीं दिया जा रहा है बल्कि बिल्डिंग वालों को दिया जा रहा है। दोनों महिला पार्षदों ने बताया कि वे मांग करते हैं कि जरूरतमंदों को पट्टा दिया जाए।
कार्यक्रम में नहीं बुलाने से आक्रोशित महिला पार्षद श्रीमती संतोषी दुर्गा वंशकार और श्रीमती दीपा सूर्यवंशी पट्टा की मांग कर रहे लोगों के साथ मुख्य मार्गो से नारेबाजी करते हुए कार्यक्रम स्थल बारात घर पहुंचे जहां उन्होंने सड़क पर बैठकर जमकर प्रदर्शन किया और मांग की कि जरूरतमंदों को आवासीय पट्टा दिया जाए।
दोनों महिला पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष प्रीति नितिन तिवारी और सीएमओ रोशन बाथम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एसडीएम की भी नहीं सुनी..
धरना प्रदर्शन कर रहीं दोनों महिला पार्षदों को समझाने मौके पर अमरवाड़ा एसडीएम हेमकरण धुर्वे और जिला भाजपा महामंत्री टीकाराम चंद्रवंशी पहुंचे।
उन्होने प्रदर्शनकारियों को समझाइश देने का प्रयास किया लकिन वे नहीं माने और नारेबाजी लगातार करते रहे।
छिदंवाडा सांसद बोले- मैं ही शासन हूं
कार्यक्रम में जब सांसद विवेक बंटी साहू पहुंचे तो धरना दे रहे महिला पार्षद दीपा सूर्यवंशी और संतोषी बंशकार को समझाने विधायक कमलेश प्रताप शाह के साथ धरना स्थल पर पहुंचे।उन्होने समझाया और उन्हें आश्वासन दिया कि सोमवार को कलेक्टर के साथ मुलाकात करके पट्टा दिया जाएगा।
सांसद ने आश्वासन दिया कि कलेक्टर के पास से भी मामला नहीं सुलझता है तो मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास चलेंगे, इसके बाद सांसद दोनों पार्षदों को कार्यक्रम में ले गए।
इस बीच पार्षद और उनके पति बोलते रहे कि शासन ने उनको नहीं बुलाए तो सांसद विवेक बंटी साहू उन्हें कमरे में ये कहते हुए ले गए कि मैं ही शासन हूं।
फिर उखड़ गए दोनों महिला पार्षद!
सांसद ने किसी तरह दोनों असंतुष्ट महिला पार्षदों और उनके पतियों को मनाया लेकिन मंच से दोनों पार्षदों का नाम नहीं लिया गया जिससे दोनों महिला पार्षद और उनके पति उखड़ गए।
उन्होने इसके लिए फिर सांसद से शिकायत की कि ‘देखिए बंटी भाई, आपके कहने पर आए थे और अब हमारा नाम भी नहीं लिया जा रहा।’
नपाध्यक्ष पति विवाद की जड़!
सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका अध्यक्ष प्रीति तिवारी का पति नितिन तिवारी इस पूरे मामले में विवाद की जड़ हैं।
वह लंबे समय से स्थानीय भाजपा में विवाद का कारण बना हुआ है।
सूत्र बताते हैं कि नगर पालिका के हर काम में वह अडंगा डालता है।
‘दक्षिणा’ लेकर दिए पट्टे!
पट्टा वितरण कार्यक्रम को लेकर जब विवाद शुरू हुआ तो आश्चर्यजनक बातें सामने आईं ।सूत्र बताते हैं कि दोनों असंतुष्ट महिला पार्षदों ने आरोप लगाए कि ‘दक्षिणा’ लेकर नगर पालिका अध्यक्ष और उनके पति ने पट्टे दिए जाने के लिए नाम सूची में शामिल किए हैं।
एक-एक पट्टे के लिए 10 से 50 हजार तक ‘दक्षिणा’ ली गई है।
बहरहाल मामला जो भी हो लेकिन कहा जा रहा है कि नगर पालिका अमरवाड़ा की अध्यक्ष प्रीति तिवारी, उनके पति नितिन तिवारी और सीएमओ रोशन बाथम के कारण शासकीय कार्यक्रम न सिर्फ चर्चाओं में आ गया बल्कि अपनी गरिमा भी खो बैठे
रिपोर्ट-ठा.रामकुमार राजपूत
पंचायत दिशा समाचार