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जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त के आदिवासी छात्रों के राशन में हेराफेरी करने वाले अधीक्षक को किया बहाल..

जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त के आदिवासी छात्रों के राशन में हेराफेरी करने वाले अधीक्षक को किया बहाल..

प्रसून गौतम को बना दिया कपुरदा छात्रावास का अधीक्षक..

सहायक आयुक्त जनजातीय कार्यविभाग धोटाल एंव गबन करने वालें के दे रहे अभयदान …
छिदंवाडा (म.प्र) – मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिलें में संचालित छात्रावास एंव आश्रम शालाओं में इन दिनों अधीक्षक छात्रों के हक को छीन रहे है । इन आदिवासियों के बच्चों को मिलने वाली योजना में हेराफेरी कर रहे है ।लेकिन जिलें में बैठे सहायक आयुक्त इन हेराफेरी करने वालें पर अभयदान दे रहे है ।कई छात्रावास के अधीक्षक खूब मनमानी कर रहे है । कहीं छात्रों का राशन में हेराफेरी कर रहे है तो कई छात्रावास की मरम्मत में आयें पैसे में सुंध लगा रहे है । जी हां ये पढ़कर आप अचरज में पढ़ गए होंगे लेकिन छिंदवाड़ा के चौरई में अनुसूचित जाति बालक छात्रावास से छात्रों की राशन की चोरी का मामला सामने आया है. आश्चर्य करने वाली बात यह है कि राशन सामग्री की चोरी का आरोप हॉस्टल सुपरिटेंडेंट पर लगा है। आरोप है कि अनुसूचित जाति बालक छात्रावास के अधीक्षक प्रसून गौतम ने अवैध रूप से छात्रों की भोजन सामग्री को अपने घरों पर रखा था, जिसके बाद प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया था। सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य सत्येन्द्र सिंह मरकाम ने बताया कि चौरई के अनुसूचित जाति बालक छात्रावास के छात्रावास अधीक्षक शिक्षक प्रसून गौतम ने अपने आवास में 7 बोरी चावल और 27 बोरी गेहूं अवैध रूप से रखीं थी. जबकि यह राशन हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के उपयोग के लिए था और इसे छात्रावास में ही होना चाहिए था, लेकिन ये राशन अधीक्षक और प्राथमिक शिक्षक के आवास पर मिला. जिससे बाद राजस्व अनुविभागीय अधिकारी चौरई के आदेश पर दोनों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.लेकिन नेताओं एंव अधिकारी से सांठगांठ करने के बाद सहायक आयुक्त ने आदिवासी बच्चों के राशन में हेराफेरी करने वाले छात्रावास अधीक्षक को अभयदान दे दिया और उन्हें कपुरदा छात्रावास का अधीक्षक बना दिया गया।

इन दिनों जिलें के आदिवासी विभाग में खुलेआम भ्रष्टाचार चल रहा है लेकिन जिलें में बैठे उच्च अधिकारी ऐसे भ्रष्टाचार करने वाले पर कार्यवाही ना करके उनको आशीर्वाद दे रहे है ।जिससे उनके हौसले बुंलद होते जा रहे है । जबकि यह राशन छात्रावास में रहने वालें छात्रों के उपयोग के लिए था।और इसें छात्रावास में ही होना चाहिए था, लेकिन ये राशन अधीक्षक के आवास पर मिला था ।जिसके बाद राजस्व अनुविभागीय अधिकारी चौरई के आदेश पर कड़ी कारवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि गबन करने वालें अधीक्षक ने जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त को चढ़वा देने के बाद ऐसे छात्रों के राशन चोरी करने वाले को दुसरे अनुसूचित जाति छात्रावास कपुरदा में बहाल कर दिया । और जाँच में हेराफेरी करके उसे फिर अधीक्षक बना दिया गया। क्या ऐसे भ्रष्टाचार करने वालें अधीक्षक दुसरे छात्रावास में भ्रष्टाचार नहीं करेगा ये बडा सवाल है। आखिर कब ऐसे दोषी अधीक्षक को अभयदान देते रहेगे सहायक आयुक्त महोदय..?