जुन्नारदेव गबनकांड में आखिर कब होगी दोषी अधिकारी/ कर्मचारी पर एफआईआर..?
छिदंवाडा जिला बना भ्रष्टाचारी अधिकारी/ कर्मचारियों का गढ़..
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30 july 2024
(पंचायत दिशा समाचार)-
छिदंवाडा जिला इन दिनों लगता है भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी/ कर्मचारियों का गढ़ बन चुका है ।ऐसा ही मामला जून्नादेव विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बीते दिनों जबलपुर वित्तीय विभाग के टीम जाँच करने पहुंची थी।जंहा एक करोड़ 32 लाख का गबन समाने आया था।जिसके बाद वित्तीय विभाग के रिकार्ड जब्त कर जबलपुर पहुँचकर आपनी फाईल रिपोर्ट तैयार कर ली है ।गबन कार्ड की फाईल सोमवार के छिदंवाडा कलेक्टर कार्यालय पहुँच गई है । संभवत: कलेक्टर शीलेंद्र सिंह गबन कांड के आरोपी के खिलाफ आज एफआईआर करने के आदेश कोषालय विभाग एंव जनजातीय विभाग को दे सकते है ।गौरतलब है कि 7 माई को जबलपुर वित्तीय विभाग की टीम ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय जुन्नारदेव में वित्तीय लेनदेन की जाँच करने पहुंची थी।
एमआई खान एंव तौसिफ खान पर लगे थे आरोप .
गबन कांड में तत्कालीन विकासखंड शिक्षा अधिकारी एमआई खान सहित लिपिक तौसीफ खान पर गबन के आरोप लगें थे।इसके अलावा 16 लोगों को आरोपी बनाया था।जिसमें 4 शासकीय कर्मचारी एंव 1२ गैरशासकीय व्यक्ति है जो गबन कांड के आरोप है।
क्या है पूरा मामला..?
जून्नादेव बीईओ कार्यालय में बर्ष 2008 से लेकर 2021 तक वित्तीय लेनदेन की जाँच करने जबलपुर वित्तीय विभाग जबलपुर की टीम थी जंहा पर जाँच के दौरान कई अनियमितता मिली थी।दरसल तत्कालीन बीईओ एमआई खान और लिपिक तौसिफ खान ने मिलीभगत कर शासन को एक करोड़ 32 लाख का चूना लगाया था। जिसमें तौसिफ खान ने नाम जोडकर आपने रिस्तेदारों के नाम खातें में जोडकर उन्हें रकम पहुँचाई थी।
मृत शासकीय कर्मचारियों के खा गयें पैसे
जाँच के दौरान समाने आया था।कि तत्कालीन बीईओ एमआई खान और लीपिक तौसिफ खान ने 6 मृत एंव 14 सेवानिवृत्त कार्मचारी की मेहनत की कमाई आपने रिस्तेदार के खातें में ट्रासफर कर दी इसकी जानकारी मृतक के परिवार वालें एंव सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी नहीं हुई थी।
इससें पहले भी तीन बीईओ पर दर्ज हो चुका है प्रकरण…
छिदंवाडा जिलें में तीन विकासखंडों में जबलपुर वित्तीय विभाग की रिपोर्ट के आधार पर अब तक जिला प्रशासन ने तीन बीईओ पर कार्यवाही कर निलंबित कर चूका है ।तथा गबन कांड में सह आरोपियों पर भी एफआईआर दर्ज की जा चूकी है । छिदंवाडा ,मोहखेड़ ,तामिया तीनों विकासखंड में बीते साल वित्तीय लेनदेन से जुडी अनियमिताएं मिलने के साथ साथ लाखों रुपये का गबन मिला था।जिसके बाद गबन करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों पर जिला प्रशासन ने तत्काल एक्शन लेते हुए एफआईआर कराई थी ।