राहुल गांधी ने कहा 21वीं सदी में भी एक चक्रव्यू तैयार किया जा रहा .
सरकार चक्रव्यूह बनाएगी तो हम उसे तोड़ेंगे ..?
By admin
30 july 202 4
पंचायत दिशा समाचार- आपको बता दें, संसद में 29 जुलाई को मानसून सत्र के छठे दिन की कार्यवाही जारी है जिसमें बजट को लेकर चर्चा हो रही है। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए 40 मिनट तक भाषण दिया और कई मुद्दों को लेकर सरकार का घेराव भी किया। इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें कई बार टोका भी था। राहुल गांधी ने भाषण के दौरान चक्रव्यूह का जिक्र किया। जिसे लेकर संसद में हंगामा शुरू हो गया। आइए जानते हैं किन मुद्दों को लेकर राहुल गांधी ने सरकार का घेराव किया ?
चक्रव्यूह का क्यों किया गया जिक्र ?- जब सदन में बजट को लेकर चर्चा चल रही थी, तभी राहुल गांधी ने कहा कि चक्रव्यूह का दूसरा नाम पदम व्यूह होता है। जिसका मतलब होता है। सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भी एक चक्रव्यूह तैयार किया जा रहा है। जिसका निशान पीएम अपनी छाती पर लगाए घूमते हैं। वह चक्रव्यूह भी 6 लोगों द्वारा तैयार किया गया था और यह भी। जिसमें पीएम और अन्य पार्टी के नेताओं के साथ अडाणी- अंबानी का नाम भी शामिल किया। जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें टोका और सदन में हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद उन्होंने कहा कि जो अभिमन्यु के साथ हुआ वही देश के युवाओं के साथ हो रहा है। साथ ही चक्रव्यूह के प्रकारों के बारे में भी जिक्र करते हुए कहा कि सरकार द्वारा बेरोजगारी चक्रव्यूह, पेपर लीक चक्रव्यूह बनाए जाते हैं और इसमें युवाओं और देश की भोली भाली जनता को फंसाया जाता है।
केंद्रीय बजट को बोला हलवा- बजट पर मुख्य तौर से चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने इसे हलवा नाम दिया। साथ ही कहा कि यह 20 अफसरों ने तैयार किया है, यानी की यह बजट का हलवा 20 लोगों में बंटा है। हमारे देश में आदिवासी, दलित और ओबीसी की संख्या ज्यादा है। इस बजट को तैयार करने में एक भी दलित, ओबीसी और आदिवासी को शामिल नहीं किया गया। बाकी मुद्दों पर सरकार का घेराव करते हुए उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने अग्निवीरों की पेंशन के लिए एक रूपये तक की घोषणा नहीं की। रोजगार की बात की लेकिन सिर्फ मरहम के लिए। साथ ही यह भी कहा कि बजट में किसानों की मांग को शामिल नहीं किया गया। महिलाओं को कोई खास लाभ नहीं मिला और पेपर लीक का कहीं भी जिक्र नहीं था।
शिव की बारात और चक्रव्यूह के बीच है लड़ाई-
राहुल गांधी ने कहा कि देश का युवा अभिमन्यु नहीं अर्जुन है। चक्रव्यूह को तोड़ फैंकेगा। चक्रव्यूह का विपरीत शिव की बारात होती है। जिसमें कोई भी आ सकता है, नांच सकता है, सपने देख सकता है। अगर सरकार चक्रव्यूह बनाएगी तो हम उसे तोड़ेंगे और मनरेगा व आजादी शिव की बारात की तरह काम करेंगे।
देश में डर का माहौल, सत्ता में आने पर कराएंगे जाति जनगणना और देंगे एमएसपी की कानूनी गारंटी बजट चर्चा में हिस्सा लेते हुए नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सदन के अंदर सरकार पर जोरदार हमला बोला