जनजातीय कार्यविभाग सहायक आयुक्त को रास आ रहा सुभाष बाबू का काम….
अटैचमेंट समाप्त करने के आदेश के बाद भी आपने ही मुख्यालय में अटैचमेंट शिक्षक सुभाष देशपांडे को नहीं लौटे रहें पढ़ाने …सहायक आयुक्त..?
सुभाष देशपांडे सहायक शिक्षक को रास आ रहा बाबू का काम..बर्षों से सहायक आयुक्त कार्यालय में अटैचमेंट….
By admin
24,2024
पंचायत दिशा समाचार
छिदंवाडा- जनजातीय कार्यविभाग छिदंवाडा जिला मुख्यालय में बर्षों से सिल्लेवानी बालक आश्रम में पदस्य सहायक शिक्षक सुभाष देशपांडे अटैचमेंट मेंं बाबू बना बैठा है। अटैचमेंट समाप्त करने के आदेश निकलने के बाद भी जिला मुख्यालय में मठाधीश बन बैठा सहायक शिक्षक का आखिर अटैचमेंट समाप्त क्यों नहीं किया जा रहा है। जबकि आज जिले के आदिवासी ग्रामीण अंचलों में ऐसी कई स्कूल है जंहा एक भी शिक्षक नहीं है ।उसके बाद भी शिक्षक सुभाष देशपांडे को बाबू बनाकर रखना कही ना कही इसमें बडा खेल है। आश्चर्य की बात यह भी है कि महाशय आदिवासी बालक आश्रम सिल्लेवानी पदस्थ है। वहां भी तीन शिक्षक अतिशेष में बैठे है जो कभी कभी ही आश्रम शाला में साइन करने जाते है ।ये सब खेल जनजातीय कार्यविभाग में बर्षों से चल रहा है।इसी कारण आज आदिवासी अंचलों के स्कूल शिक्षक विहीन हो रहे है । इन स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता काफी खराब है। हालात यह हैं कि , अकेले जनजातीय कार्यविभाग में अटैचमेंट में सेकडों शिक्षक शहरी क्षेत्र में पदस्थ है। ऐसे शिक्षकों को वापस उनकी मूलशाला आखिर क्यों नहीं वापस किया जा रहा है ।ये बडा सवाल है । शिक्षकों को वापस भेजने के लिए विगत दिनों कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने भी आदेश जारी किया था, लेकिन लगता है जिलें में बैठे जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त सतेन्द्र सिंह मरकाम कलेक्टर महोदय का भी आदेश नहीं मन रहे है ।उनके आदेश भी बेअसर साबित हो रहा है ।?
जनजातीय कार्यविभाग में शिक्षक के पद पर पदस्थ होने के बाद कुछ शिक्षकों ने जुगाड़ से अपना अटैचमेंट जिलें मुख्यालय में करा लिया है। ऐसे में शिक्षक वेतन तो उनकी मूलशाला से ही ले रहे हैं, लेकिन कार्य दूसरे जगह में कर रहे हैं। जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त ऐसे शिक्षकों के अटैचमेंट को समाप्त करने के आदेश तो जारी कर चुके हैं, लेकिन धरातल में कुछ नहीं, सूत्रों का कहना है कि सिल्लेवानी से आया सहायक शिक्षक भी अटैचमेंट में सहायक आयुक्त कार्यालय में पदस्थ है जो वर्तमान में कार्यालय में बाबू का काम कर रहा है। वो अटैचमेंट से आयें शिक्षकों से मलाई बटोर रहा है। जबकि आदेश है कि अटैचमेंट समाप्त कर तुरंत ही ऐसे शिक्षकों को उनकी मूल पाठशाला में वापस कियें जायें लेकिन अभी भी कई शिक्षक अटैचमेंट में जिला मुख्यालय में ही पदस्थ है।
एक-एक शिक्षक के भरोसे कई ग्रामीण अंचलों के स्कूल..
आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कई विद्यालय हैं जो कि एक-एक शिक्षक के भरोसे चल रहे है ,कई स्कूल तो शिक्षक विहीन है, इसके कारण यहां पर पढ़ने के लिए आने वाले छात्रों के भविष्य पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। लेकिन इसके बाद भी जनजातीय कार्यविभाग इस आदेश को हवा में उड़ाने में जुटा हुआ है।
सवाल: सहायक आयुक्त कार्यालय में आदेश के बाद भी सुभाष देशपांडे सहायक शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य कर रहे हैं?
जवाब: हां यह सही बात है। छिदंवाडा मुख्यालय में सुभाष देशपांडे शिक्षक हैं जो सहायक आयुक्त कार्यालय में गैर शैक्षणिक कार्य कर रहे हैं।
सवाल: शिक्षकों की अनुपस्थिति से क्या बच्चों की शिक्षा पर असर नहीं पड़ रहा?