पंचायत दिशा समाचार
छिंदवाड़ा / छिंदवाड़ा /पांढुर्ना जिलें में संचालित छात्रावास में अधीक्षक के द्वारा लापरवाही की आम बात हो गई है ऐसा ही मामला आज देखने को मिला जंहा पांढुर्ना जिलें में जनजातीय विभाग द्वारा संचालित छात्रावास अधीक्षक आपने कुछ साथी के साथ नदी किनारे मछली पकड़ने वाले के साथ खड़े दिखे , वायरल फोटो में पांढुर्ना के अधीक्षक रमेश कुमरे देख रहे है आखिर अधीक्षक अपना काम छोड़कर आखिर नदी किनारे क्या कर रहे है या जाँच का बिषय है कि आखिर पांढुर्ना के अधीक्षक छात्रावास का काम छोड़ नदी किनारे मछली पकड़ने वाले के साथ क्या कर रहे हैं

नदी किनारे मछली पकड़ते लोगों के साथ पांढुर्ना के अधीक्षक रमेश कुमरे इस फोटो कि हम पुष्टि नहीं करते यह वायरल फोटो है
ये अधीक्षक पांढुर्ना जिला मुख्यालय के संचालित आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास में 10/ 15सालों से एक ही एक ही छात्रावास में पदस्थ है आखिर विभाग ने ऐसे अधीक्षक को इतने साल से क्यों नहीं हटाया गया है आखिर नियम है की तीन सालों से अधिक समय तक एक शिक्षक के कैसे अधीक्षक बनाकर इतने सालों से रखा गया और उसे 3 साल बाद आखिर क्यों नहीं उन्हें मूल शाला से हटाकर उसे पढ़ने के लिए स्कूल वापस किया गया, जिलें के जनजातीय विभाग में इन दिनों खुलकर धज्जियां उड़ा रहे उड़ा रहे हैं छात्रावास में पदस्थ अधीक्षक..?

अधीक्षक रमेश कुमरे ने क्या कहा…
जब इस बिषय में अधीक्षक रमेश कुमरे से इस वायरल फोटो की बात किया तो उन्होंने बताया की हम लोग धरती आबा के काम से नांदनवाडी गये है मछली पकड़ रहे लोगों को देख कर वंहा रुक गये थे पता नहीं किसने फोटो निकल कर डाला दिया है जबकि हम धरती आबा के काम से नांदनवाडी गये थे….

लेकिन ये सोचने का बिषय है कि आखिर पांढुर्ना के अधीक्षक अपना काम छोड़ मछली पकड़ने वाले को देखने के लिए क्यों रुक … ये सब जाँच का बिषय है…







