छात्रावास में शराबखोरी और मुर्गा पार्टी करने वाला अधीक्षक अनिल सोंलकी निलबिंत..
सहायक आयुक्त ने छात्रावास में शराब खोरी करने वाले अधीक्षक को क्या निलंबित…
छिंदवाड़ा/ जिले के जनजाति कार्य विभाग द्वारा संचालित आदिवासी जूनियर बालक छात्रावास लहगडुआ में पदस्थ अधीक्षक अनिल सोलंकी को शराब खोरी, मटन पार्टी करना पड़ा भारी… सोशल मीडिया में चल रहे वीडियो को देखते हुए एवं अधिकारियों से मामले की पड़ताल करने के बाद ,मामला की गंभीरता को देखते हुए जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त ने तुरंत ही आदिवासी जूनियर बालक छात्रावास लहगडुआ के अधीक्षक अनिल सोंलकी को निलंबित कर दिया.

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सोशल मीडिया में वायरल वीडियो की पुष्टि हम नहीं करते
छात्रावास में शराबखोरी और मुर्गा पार्टी…
शिक्षा के मंदिर में शराबखोरी और मुर्गा पार्टी करना अधीक्षक को भारी पड़ गया. अधीक्षक का शराब के नशे में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए अधीक्षक को निलंबित कर दिया है.पूरा मामला अमरवाड़ा विकासखंड के आदिवासी जूनियर बालक छात्रावास लहगडुआ के अधीक्षक छात्रावास में शराब खोरी एवं मुर्गा पार्टी करने का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. छात्रावास परिसर में शराब पीने का आरोप भी वायरल वीडियो में गांव के लोग लगा रहे हैं. अधीक्षक की पार्टी का सोशल मीडिया में चल रहा वीडियो सहायक आयुक्त तक भी पहुंच गया और अधिकारी ने वीडियो की पड़ताल करने के बाद अधीक्षक को निलंबित कर दिया है.

पंचायत दिशा समाचार
सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग ने तुरंत किया शराबी अधीक्षक पर कार्यवाही …
छात्रावास अधीक्षक अनिल सोंलकी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा था. इसी दौरान ग्रामीणों ने शराबखोरी और मुर्गा पार्टी के इस वीडियो गांव वाले ने बनकर किसी व्हाट्सएप ग्रुप में डाल दिया था जिसके बाद सहायक आयुक्त को विभाग को कर्मचारी/अधिकारी ने सोशल मीडिया में चल रही है खबर दिखाया. आरोपी अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करते कार्यालय सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग ने . मामले की जानकारी लिया उसके बाद अधीक्षक को निलंबित कर दिया है… ग्रमीण लगातार अधीक्षक की वजह से परेशान थे. अधीक्षक ने छात्रावास को शराबखोरी का अड्डा बना रखा था.
गांव वालों ने भी कई बार किया था शिकायत,लगाए थे गंभीर आरोप…
सूत्रो की जानकारी के अनुसार इस अधीक्षक से ग्रामीणों कभी दिनों से परेशान थे “अधीक्षक आए दिन छात्रावास में शराबखोरी और मुर्गा पार्टी करते थे. गांव वाले ने उन्हें समझाने की कई बार कोशिश की गई, लेकिन वे सुनने को तैयार ही नहीं रहते थे. शिक्षा के मंदिर में इस तरह शराब खोरी किया जाएगा तो छात्रावास में रहने वाले बच्चों पर इसका क्या असर पड़ेगा.







