Home CITY NEWS हर्रई विकासखंड के दबंग शिक्षक ट्रांसफर होने के बाद भी नहीं छोड़...

हर्रई विकासखंड के दबंग शिक्षक ट्रांसफर होने के बाद भी नहीं छोड़ रहे हैं स्कूल….

सांकेतिक चित्र

हर्रई विकासखंड के दबंग शिक्षक ट्रांसफर होने के बाद भी नहीं छोड़ रहे हैं स्कूल….

पंचायत दिशा समाचार
छिंदवाड़ा /जिलें के आदिवासी विकासखंड हर्रई में इन दिनों कुछ दबंग शिक्षक ट्रांसफर होने के बाद भी स्कूल नहीं छोड रहे है जबकि मध्य प्रदेश शासन जनजाति कार्य विभाग मंत्रालय भोपाल के द्वारा जारी स्थानांतर नीति कलम 6 में दर्शित आदेश क्रमांक एक दिनांक के अनुसार निम्नालिखित शासकीय सेंवको का स्वैच्छिक/प्रशासनिक/ पारस्परिक आधार पर उनके नाम के सम्मूख कंलाम क्रमांक 8 में दर्शाय गई संस्था में तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर आगामी आदेश तक अस्थाई रूप से पदस्थ किया गया है, तदा्नुसार सूची अनुसार शासकीय सेवकों को इस कार्यालय से आज दिनांक 03/07/2025 नवीन पदस्थापना कार्यालय/संस्था हेतु कार्य मुक्त किया जाता है.. ऐसा आदेश विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने निकला था लेकिन किसी भी शिक्षक ने नवीन पदस्थापना में जॉइनिंग नहीं किया है…

विकासखंड शिक्षा अधिकारी आदेश को ठेंगा दिखा रहे शिक्षक..?

विकासखंड शिक्षा अधिकारी हर्रई का आदेश होने के बाद भी दबंग शिक्षक ट्रांसफर पर नहीं जा रहे हैं लेकिन विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश कलंबे ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई न करके उन पर मेहरबानी देखा रहे है इसलिए तो आज तक एक भी शिक्षक ने नवीन पदस्थापना वाली जगह पर आपनी जॉइनिंग नही दियें है उसके बाद भी विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने आज तक ऐसे शिक्षकों को सस्पेंड नहीं किया गया है जो उनके आदेश को नहीं मान रहे हैं और अपनी नवीन शाला में जॉइनिंग नहीं दे रहे हैं जबकि 3 जुलाई को इनका स्थानांतरण हो चुका है लेकिन आज तक भी नवीन पदस्थापना वाली जगह पर इन्होंने जॉइनिंग नहीं दिया है…..

शिक्षकों को कर दिया कार्य मुक्त फिर भी ट्रांसफर पर जाने के लिए तैयार नहीं है शिक्षक

विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने आखिर क्यों नहीं भेजी जानकारी सहायक आयुक्त को ऐसे शिक्षकों जानकारी….

छिंदवाड़ा जिले में संचालित जनजाति कार्य विभाग इन दोनों भगवान भरोसे चल रहा है इन आदिवासी अंचल में पढ़ रहे गरीब आदिवासी बच्चों की शिक्षा पर ग्रहण लगाए बैठे है, और जिलें में बैठे सहायक आयुक्त महोदय भी कभी इन क्षेत्र के स्कूलों में जाकर भी नहीं देखते है कि कहा कितने शिक्षक है या शिक्षक है या नहीं….
हर्रई विकासखंड में कई स्कूल में एक भी शिक्षक नही…!
जी हाँ हम बात कर रहे है जिले के आदिवासी अंचल हर्रई की जंहा आज भी कई स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है और स्कूल अतिथि शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रही है लेकिन इस ओर ना कभी क्षेत्रीय विधायक का ध्यान जाता है और ना ही सहायक आयुक्त महोदय इस ओर ध्यान जाता होगा..! उन्हें तो सिर्फ शिक्षकों के ट्रांसफर करने से फुर्सत नहीं मिलती है,उनके पास किसी का आदेश आता है और बिना देखे कर देते है शिक्षकों का ट्रांसफर वह यह भी नहीं देखे कि कौन सी शाला में शिक्षक को ट्रांसफर करने के बाद वह शिक्षक विहीन स्कूल हो जाएगा..?

शिक्षक भारी पड़ रहे हैं सहायक आयुक्त एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी पर…?
इन दोनों जनजाति कार्य विभाग द्वारा संचालित स्कूलों के शिक्षक सहायक आयुक्त एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी के आदेश को भी मानने से मना कर रहे हैं,क्योंकि ऐसा ही मामला हर्रई में देखा जा रहा है जंहा शिक्षकों का ट्रांसफर 3 जुलाई को विकासखंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से शिक्षकों की ट्रांसफर सूची निकली लेकिन एक भी शिक्षक जिनका ट्रांसफर हुआ था उन्होंने आज तक उनकी नवीन शाला में जॉइनिंग नहीं दी हैं इससे यही लग रहा है कि इन शिक्षकों पर सहायक आयुक्त एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी के आदेश का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है इसलिए तो आज भी हर्रई विकासखंड के जिन शिक्षकों का ट्रांसफर हुआ है वो आपनी नवीन पदस्थापना वाली जगह पर नहीं गयें है…

शिक्षक विहीन शाला होने के बाद भी जिला मुख्यालय के आसपास ट्रांसफर कर रहें सहायक आयुक्त…!

जनजाति कार्यवाहक द्वारा संचालित ग्रामीण अंचल में आज भी ऐसे कई स्कूल है जहां एक भी शिक्षक नहीं है उसके बाद भी शिक्षक शहरी क्षेत्र में आने के लिए चढ़ावा देते है और जिला मुख्यालय के आसपास अपना ट्रांसफर या अटैचमेंट कर लेते हैं लेकिन शिक्षकों को नहीं दिखता कि यदि हम ग्रामीण क्षेत्र से चले जाएंगे तो इन आदिवासी गरीब बच्चों को पढ़ाएगा कौन जबकि केंद्र एवं राज्य सरकार आदिवासी समाज के बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आज विभिन्न योजनाएं चल रही हैं लेकिन फिर भी इन योजना को पलीता जिले में बैठे अधिकारी एवं शिक्षक लग रहे हैं…. लेकिन क्षेत्रीय विधायक भी आपत्ति नहीं लेते जबकि आज इन्हीं आदिवासी गरीब समाज के भरोसे वह विधायक बने बैठे हैं

रिपोर्ट -ठा. रामकुमार राजपूत

मोबाइल –8989115284