सरकार की गलत नीतियों के कारण, खाद के संकट से जूझ रहा किसान- ओकटे
–किसान महंगे दामों पर खरीद रहे खाद
–किसानों को सोसाइटियों से नकद में दिया जाए खाद
–किसान कांग्रेस ने खाद के लिए विशेष पैकेज की मांग की है
छिन्दवाड़ा:- मप्र में छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र उन्नत कृषि प्रधान जिला है, क्योंकि मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी एवं जिले के पूर्व सांसद माननीय नकुलनाथ जी ने सर्वप्रथम कृषि क्षेत्र में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता के लिए जलाशय, तालाब व स्टॉप डैम का निर्माण कराया। उन्नत किस्म के बीज व खाद की व्यवस्था कराई। किसानों को प्रशिक्षित कराया। सोयाबीन उत्पादन में छिन्दवाड़ा अव्वल रहा फिर मक्का उत्पादन से कॉर्न सिटी बनकर पूरे प्रदेश में उभरा। कृषि क्षेत्र में छिन्दवाड़ा व पांढुर्ना जिले की चमकती हुई पहचान और किसानों के चमकते हुए चेहरे भाजपा के शासन काल में फीके पड़ने लगे हैं। छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र में यूरिया खाद के संकट पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री विश्वनाथ ओकटे एवं किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री पुष्पेन्द्र सिंह चौधरी ने उक्त उदगार संयुक्त बयान में व्यक्त किए।

श्री ओकटे व श्री चौधरी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा कि माननीय कमलनाथ जी एवं माननीय नकुलनाथ जी के कार्यकाल में किसानों को कभी खाद की कमी नहीं हुई। छिन्दवाड़ा के लिए भरपूर खाद पहले ही पहुंचा जाया करती थी, किन्तु भाजपा के राज में किसान लगातार खाद के लिए दर-दर भटक रहा, उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही, यह भाजपा सरकार की गलत नीतियों का परिणाम है। इसीलिये किसानों को कभी बरसते पानी में खाद के लिए कतार में खड़ा रहना पड़ता है तो कभी किसान सुबह से ही कतार में खड़ा है फिर भी उसे यूरिया खाद नहीं मिल रही, जबकि वर्तमान में मक्का फसल पर यूरिया डालने की नितांत आवश्यकता है तभी पैदावार अच्छी प्राप्त होगी। अगर समय पर यूरिया नहीं मिला तो मक्का फसल का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होगा जिससे किसान पुन: आर्थिक संकट की गर्त में समा जाएगा और इसके लिए पूर्णत: भाजपा की सरकार जिम्मेदार होगी। जिन किसानों पर सोसाइटियों का ऋण है उन किसानों को परमिट पर सोसाइटियों से खाद नहीं मिलती, उन्हें सोसायटियों से नकद में खाद दी जाए। सांसद कोरी बयानबाजी छोड़ें और किसान हित में ठोस कदम उठाते हुए यूरिया खाद की पर्याप्त व्यवस्था करें, क्योंकि किसान भाजपा के नेताओं के आश्वासन और घोषणाओं को सुन-सुनकर थक चुके हैं।
दोगुने दाम पर खाद खरीद रहा किसान:-
भाजपा की सरकार में किसान इस कदर बेबस और लाचार है कि उसे खुले बाजार से खाद दोगुने दामों पर खरीदनी पड़ रही है। किसान एक बोरी यूरिया खाद 500 रुपए में खरीदने को मजबूर है और इसके लिए भाजपा की सरकार जिम्मेदार है। जिलेभर में खाद की कालाबाजारी के मामले सामने आ रहे हैं, क्योंकि सोसायटी से किसानों को नकद में खाद नहीं मिल रही और इसका फायदा जमाखोर भरपूर उठा रहे हैं। भाजपा के सांसद ने गत दिवस वाहवाही लूटने के लिए कहा था कि खाद की दो रैक जल्द आने वाली है, किन्तु आज तक एक रैक भी नहीं लगी। शायद वे नहीं जानते कि कोरी बयानबाजी से नहीं विशेष प्रयासों से खाद की रैक आती है। सर्वप्रथम सभी सोसायटियों से नकदी में खाद का वितरण प्रारंभ करना होगा, इससे कालाबाजारी भी रूकेगी और अन्नदाता को आसानी से खाद मिल जाएगी।
कुसमैली का सेंटर कर दिया बंद:-
कांग्रेस जिलाध्यक्ष व किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा कि जिले की सबसे बड़ी अनाज कृषि मंडी कुसमैली में खाद का सेंटर संचालित हो रहा था, यहां जिलेभर से किसान अपनी उपज लेकर आते हैं, वे नकद दामों पर खाद ले जाते थे, किन्तु भाजपा की सरकार ने यह सेंटर






