मानव नहीं मशीनों से बन रहे आरईएस के तालाब
जिले में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग मनरेगा का कार्यो में व्यापक स्तर पर घोटालों को अंजाम दे रहे
परासिया ब्लाक के मारई में 70 लाख के तालाव निर्माण मेंं मजदूरों की जगह मशीनों से काम
आरईएस उपयंत्री के जिम्मे है। जिसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है।
- छिदंवाडा(पंचायत दिशा)-जिले में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग मनरेगा का कार्यो में व्यापक स्तर पर घोटालों को अंजाम दे रहे परासिया ब्लाक के मारई ग्राम पंचायत में 70 लाख का तालाब निर्माण में आरईएस उपयंत्री के जिम्मे है। जिसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। परासिया ब्लॉक के मारई में आरईएस विभाग जो तालाब निर्माण करा रहा है उसमें मजदूरों सिर्फ कागजों में काम कर रहे है । वहीं एसडीओ एवं जिले प्रभारी कार्यपालन यंत्री की सांठगाठ से अपने चहेते ठेकेदार से निर्माण कार्यो कराया जा रहा है। आरईएस के ईई कविता पटवा भले ही जाँच की बात करें लेकिन पूरा काम दर्जनों मशीनें से हो रहा है ।अधिकारियों के संरक्षण में मनरेगा जो कि कार्य मांग आधारित योजना थी जिसमे मुख्यमंत्री डाँ मोहन यादव द्वारा हर ग्राम में रोजगार देने एवं अमृत सरोवर का कार्य को प्राथमिकता से किया जाना था। लेकिन इन तालाब में गुणवत्ताहीन काम हो रहा है वहीं मैदानी हकीकत यह है कि अधिकारियों ने मनरेगा को अपने फायदे की योजना बना दिया है। निर्माण कार्य में ठेकेदारके द्वारा बड़ी बड़ी मशीनों डंपरों से कार्य किया जा रहा है, जो मनरेगा नियमों के विपरीत है।
पूरे जिले भर में काम चल रहा है, तालाब निर्माण के लिए 25 से अधिक इंजीनियर लगे हुए हैं।जबकि मनरेगा के तालाब में मशीनों से कार्य नहीं कराया जा रहा है। लेकिन जिलें में बन रहे तालाब में मशीनों से काम चल रहा है और अधिकारी आपने एसी आफिस से बाहर नहीं निकल रहे है ।सिर्फ उन्हें आपनी कमीशन से मतलब है
ठा. रामकुमार राजपूत
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