सरकार व प्रशासन की मिलीभगत से लुट रहे जिले के किसान- मनीष पाण्डेय
–मंडियों में गेहूं, मक्का और कपास उत्पादक किसान परेशान
छिन्दवाड़ा:- प्रदेश की भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री सहित देश के कृषि मंत्री खुद को किसान हितैषी होने का दावा कर रहे तब मंडियों में किसानों से लूट हो रही। भाजपा सरकार व प्रशासन की अनदेखी से साफ हो रहा है कि इस लूट में सरकार और उसका प्रशासनिक तंत्र भी शामिल है। उक्त उदगार जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जिला कांग्रेस महामंत्री एवं छिंदवाड़ा ग्रामीण कांग्रेस के प्रभारी मनीष पाण्डेय ने व्यक्त किए।
जिला कांग्रेस महामंत्री मनीष पाण्डेय छिंदवाड़ा ग्रामीण कांग्रेस के जीवन पटेल, सुखपाल पटेल, अजय पटेल, कुलदीप पटेल, संतोष पटेल, सोहन उसरेठे, जिला पंचायत सदस्य मनोज वानखड़े, किसान कांग्रेस के पुष्पेंद्र चौधरी, रामजी पटेल, यश कराड़े ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि ,डॉ. मोहन यादव सरकार ने 175 रुपए बोनस के साथ गर्व से घोषणा की थी कि, किसानों का गेहूं 2700 रुपए क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा लेकिन मंडियों में किसानों का गेहूं 2300 रुपए से 2500 रुपए के बीच ही खरीदा जा रहा है।आदिवासी अंचल व पहुंचविहीन ग्रामीण क्षेत्रों में तो अधिकतम 2200 रुपए में गेहूं खरीदा जा रहा है। किसानों से प्रति क्विंटल रू 300 से रू 500 तक की लूट हो रही है और सरकार व प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है।
कांग्रेस नेता मनीष पाण्डेय ने कहा कि सिर्फ गेहूं उत्पादक किसान ही नहीं बल्कि संतरांचल सौसर-पांढुर्ना के कपास उत्पादक किसान भी मंडियों में लुटने को मजबूर है।
सरकार ने कपास का समर्थन मूल्य 7521 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया किन्तु शुरुआती कुछ दिनों को छोड़ किसानों को 6000-6500 रुपए क्विंटल से ज्यादा भाव नहीं मिल रहा है। इसमें भी कपास फसल में नमी का बहाना बताकर भाव कम कर दिए जा रहे है। जाहिर है कि एक क्विंटल पर यह लूट रु 1000 से 1500 रुपए पहुँच जा रही है। मप्र के कार्न कैपिटल के नाम से प्रसिद्ध छिंदवाड़ा के मक्का उत्पादक किसान भी इस लूट का शिकार हो रहे हैं। मक्के का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2225 रुपए क्विंटल होने के बावजूद उन्हें 2000 से 2150 के बीच मक्का बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
जारी बयान में कांग्रेस के नेताओं ने आगे कहा कि यह लूट सिर्फ मंडी में बिचौलिए ही नहीं कर रहे। सरकारी खरीदी केन्द्रों की निष्क्रियता व बदनीयन भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। यह लूट राजनीतिक संरक्षण में हो रही। भाजपा सरकार इस लूट के लिए जिम्मेदार है। सरकार से किसानों को उसकी फसल का वाजिब दाम दिलाने की मांग करते हुए,किसान हितैषी ताकतों को मिलकर इस लूट का विरोध करने की अपील करते हुए प्रशासन को चेतावनी दी है कि, भोले भाले किसानों से यह लूट जल्द ही बंद नहीं हुई तो कांग्रेस उग्र आंदोलन को मजबूर होगी।
अहिंसा प्रेमी समाज पर लगातार हो रहे प्रहार के खिलाफ कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन
-महामहिम राष्ट्रपति के नाम प्रस्तुत किया ज्ञापन

छिन्दवाड़ा:- देश व सम्पूर्ण विश्व में अहिंसा प्रेमी के रूप में पहचानी जाने वाली जैन समाज पर देश के अलग-अलग हिस्सों में हमले हो रहे हैं। इतना ही नहीं उनके धार्मिक स्थल को गैरकानूनी ढंग से तोड़ा जाना बेहद चिंताजनक व असंवैधानिक भी है। जैन समाज को जिस तरह से निशाना बनाया जा रहा है वह कानून व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह लगा रही हैं। उक्त उदगार व्यक्त करते हुए कांग्रेस धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए व्यक्त किए।
कांग्रेस धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष आनंद बक्षी के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल के द्वारा छिन्दवाड़ा अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। प्रस्तुत ज्ञापन में उल्लेख किया है कि जैन मुनि शांति दूत के रूप में पहचाने जाते हैं, वे जीव हत्या व विद्रोह सहित हिंसा की लगातार खिलाफत करते हैं। किन्तु बड़े ही दुख का विषय है कि मप्र में तीन जैन मुनियों पर हमला निंदनीय है। मुंबई में जैन मंदिर को असंवैधानिक रूप से तोड़ा जाना जैन समाज की धार्मिक आस्था पर प्रहार है।
कांग्रेस धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि मंडल के द्वारा पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत किया गया जिसमें उल्लेख किया है कि मुंबई के कांबलेवाडी में वर्षों पुराने श्री पार्श्वनाथ मंदिर को बीएमसी द्वारा गिरा दिया गया। इसी मंदिर के जीर्णोद्धार की अनुमति भी बीएमसी के द्वारा ही दी गई थी। मंदिर तोड़ने को लेकर जो नोटिस जारी किया गया उसके खिलाफ जैन समाज ने याचिका दायर की जिसके पश्चात 17 अप्रैल को सुनवाई की तारीख दी गई, किन्तु तारीख के पूर्व ही मंदिर को तोड़ दिया वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। असंवैधानिक कार्रवाई से सम्पूर्ण जैन समाज आहत है, क्योंकि उनकी धार्मिक आस्था पर सीधे चोट की गई है। प्रस्तुत ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ ने यह मांग की है कि सम्पूर्ण प्रकरण की जांच कर अविलम्ब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर जैन समाज को न्याय दिलाएं।
ज्ञापन प्रस्तुत करते समय कांग्रेस धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष आनंद बक्षी, सुजीत जैन, आशीष त्रिपाठी, नंदन जैन, रूपल वाकलीवाल, चेतन जैन, अनिकेत त्रिपाठी, पुष्पक बक्षी व धीरज सूर्यवंशी सहित अन्य उपस्थित रहे।