कैलाश पर क्यो प्रसन्न है सहायक आयुक्त सत्येंद्र सिंह मरकाम….
कैलाश ने कैसे बदला एक महिने में पाँच बार अलग अलग छात्रावास अधीक्षक का प्रभार..
हर्रई ब्लॉक का दबंग अधीक्षक की उपाधि कैसे प्राप्त किया कैलाश ने…
छिंदवाड़ा / मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिलें में जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में इन दिनों अधीक्षक की दबंगई देखने को मिल रही है, जिलें के छात्रावास अधीक्षक नेतागिरी करते नजर आ रहे है, उन्हें ना ही जिलें के कलेक्टर का डर है और ना ही विभाग के सहायक आयुक्त का कोई भय है, क्योकि उन्हें सत्ताधारी नेताओं और विधायक का उन पर इन दिनों आशीर्वाद ज्यादा देख रहा है, इसलिए छात्रावासों की निगरानी की जगह नेतागिरी कर रहे है इनकी बात को जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त भी नही काट सकते है.. ऐसे ही मामला हर्रई विकासखंड में देखने को मिला जहां सुरलाखापा में पदस्थ अधीक्षक कैलाश सूर्यवंशी ने अलग अलग छात्रावासों में जंहा इच्छा हुई बहा पर अधीक्षक बन गया, इनकी बात को टालने की हिम्मत सहायक आयुक्त में भी नहीं थी, इसलिए तो ये महाशय आपनी पत्नी और खुद को जंहा का छात्रावास अधीक्षक बनने की इच्छा होती है, बन जाते हैं, सूत्रो की जानकारी के अनुसार सत्ताधारी दल के विधायक का इनके ऊपर इन दिनों खूब आशीर्वाद झलक रहा है, इसलिए हर्रई ब्लॉक में यदि कोई शिक्षक यदि अधीक्षक बनता है तो सबसे पहले इनसे मिलते हैं फिर लेनदेन क्लियर होने के बाद ही यह महाशय जिसे चाहे उसे छात्रावास का अधीक्षक बना देते हैं, इसलिए हर्रई ब्लॉक के लोग ने इन्हें दबंग अधीक्षक कि उपाधि दी है,
प्रधानमंत्री जनमन योजना में लापरवाही करने के अधीक्षक कैलाश सूर्यवंशी निलंबित,

हर्रई के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत हर्रई के आदेश कमांक 1790 दिनांक 24.08.2024 द्वारा श्री कैलाश सूर्यवंशी अधीक्षक, (मूलपद सहायक शिक्षक) आदिवासी बालक छात्रावास सुरलाखापा की नियुक्ति पी०एम०जनमन योजना अंतर्गत समस्त प्रकार की जानकारी संकलित किये जाने हेतु रजिस्टर संधारित कर जानकारी वरिष्ट कार्यालय को प्रेषित किये जाने हेतु ग्राम प्रभारी के रूप में ग्राम चिलक विकासखंड हर्रई में लगाई गई है। श्री कैलाश सूर्यवंशी दिनांक 13.10.2024 को अद्योहस्ताक्षरकर्ता एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी हर्रई के संयुक्त निरीक्षण में अनुपस्थित पाये गये। साथ ही श्री कैलाश सूर्यवंशी के द्वारा ग्राम रजिस्टर का संधारण नहीं किया गया जिससे पी०एम० जनमन योजनाओं के संपूर्ण जानकारी संकलित नहीं हो पायी है। कार्यालय कलेक्टर छिन्दवाड़ा के आदेश कमांक / 6287/वि०लि०-1 (९)/2024 छिन्दवाड़ा दिनांक 12.10.2024 के द्वारा पी०एम० जनमन योजनाओं से जुडे जिले के समस्त विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश एवं मुख्यालय छोडने पर प्रतिबंध लगाया गया है। जिसके पश्चात भी श्री कैलाश सूर्यवंशी दिनांक 13.10.2024 को ग्राम सर्वे कार्य से अनुपस्थित पाये है। श्री सूर्यवंशी द्वारा ग्राम रजिस्टर का सधाारण नहीं किया गया जिससे पी०एम० जनमन योजना का लक्ष्य अपूर्ण है। श्री कैलाश सूर्यवंशी का कृत्य मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1965 के विरूद्ध होकर कदाचरण की श्रेणी में आता है तथा पदीय दायित्वों के प्रति उदासीनता को प्रदर्शित करता है।
अतः श्री कैलाश सूर्यवंशी, अधीक्षक, (मूलपद सहायक शिक्षक) आदिवासी बालक छात्रावास सुरलाखापा विकासखंड हर्रई को मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 के उपनियम (2) में दिये गये प्रावधानों के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में श्री सूर्यवंशी का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी जुन्नारदेव नियत किया जाता है,लेकिन फिर अधीक्षक ने नेताओं की मेहरबानी से बिना किसी जाँच के उनको बहाल कर दिया गया
सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग के फिर नेताओं के फरमान पर कैलाश सूर्यवंशी को बहाल कर दिया गया

जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा के पत्र क्रमांक5877/स्था/जाकावि/2024 जिन्द छिन्दवाड़ा, दिनांक 14/11/2024 4996/शिका/जजाकावि/2024 छिन्दवाडा दिनांक 16.10.2024 द्वारा श्री कैलाश सूर्यवंशी कार्यालयीन आदेश क्रमांक अधीक्षक आदिवासी बालक छात्रावास सुरलाखापा विकास खंड हर्रई को कार्य के प्रति लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के कारण निलंबित किया गया। श्री सूर्यवंशी द्वारा उक्त आदेश के विरुद्ध इस कायालय में अभ्यावेदन प्रस्तुत किया गया। श्री सूर्यवंशी द्वारा प्रस्तुत अभ्यावेदन से संतुष्ट होते हुए उन्हें निलंबन से बहाल किया जाकर प्राथमिक शाला कुण्डाली (मबई) में पदस्थ किया जाता है। इनके निलंबन अवधि को समस्त प्रयोजनों के लिये मान्य किया जाकर जांच प्रकरण समाप्त किया जाता है।
दबंग अधीक्षक कैलाश सूर्यवंशी को फिर दिया गया उत्कृष्ट आदिवासी बालक छात्रावास का अधीक्षक का प्रभार….

सहायक आयुक्त जनजाति कार्बोक्स छिंदवाड़ा ने फिर दिया एक आदेश कि कैलाश सूर्यवंशी को आदिवासी उत्कृष्ट बालक छात्रावास हर्रई का अधीक्षक बनाया जाता है दिनांक 22-08-2024 पत्र
क्रमांक /3837 छात्रावास / आवि/2024 : प्रशासनिक एवं छात्रावास संचालन की दृष्टि से श्री कैलाशचन्द्र सूर्यवंशी अधीक्षक सीनीयर आदिवासी बालक छात्रावास सुरलाखापा को आगामी आदेश पर्यन्त उत्कृष्ट बालक छात्रावास हर्रई विकासखण्ड हर्रई में अधीक्षक के पद पर कार्य करने हेतु आदेशित किया जाता है एवं अधीक्षक श्री काशीराम डेहरिया अधीक्षक उत्कृष्ट बालक छात्रावास हर्रई विकासखण्ड हर्रई को उनकी मूल संस्था माध्यमिक शाला रातामाटी विकासखण्ड हर्रई में शिक्षको की कमी को दृष्टिगत रखते हुए माध्यमिक शाला रातामाटी विकासखण्ड हर्रई अध्यापन कार्य करने हेतु आदेशित किया जाता है।
कैलाश सूर्यवंशी ने कैसे बनाएं शिक्षक विहीन शाला के शिक्षक को अधीक्षक…

सहायक आयुक्त जनजाति कार्यवाहक के द्वारा फिर कैलाश सूर्यवंशी के कहने पर एक शिक्षक विहीन शाला से रवि डेहरिया को सुरलाखापा का अधीक्षक बना दिया गया और दिनांक
दिनांक 22-08-2024 पत्र
क्रमांक / 3839छात्रावास / आवि/2024 :- प्रशासनिक एवं छात्रावास संचालन की दृष्टि से श्री रवि डेहरिया प्राथमिक शिक्षक प्राथमिक शाला सगोनिया विकासखण्ड हर्रई को आगामी आदेश पर्यन्त आदिवासी बालक छात्रावास सुरलाखापा मे अधीक्षक पद पर कार्य करने हेतु आदेशित किया जाता है।
उत्कृष्ट सीनियर आदिवासी बालक छात्रावास के अधीक्षक काशीराम डेहरिया ने नहीं दिया प्रभार….

कैलाश सूर्यवंशी का उत्कृष्ट सीनियर आदिवासी बालक छात्रावास हर्रई में अधीक्षक के पद पर आदेश तो करा लिया लेकिन वहां पर पदस्थ अधीक्षक काशीराम डेहरिया ने उन्हें प्रभार नहीं देकर कोर्ट से स्टे लेकर आ गये तो फिर कैलाश चंद सूर्यवंशी ने फिर नेतागिरी करते हुए पुनः सुरलाखापा आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास के अधीक्षक बन गए और अपने द्वारा लाए अधीक्षक रवि डेहरिया को परतापुर का अधीक्षक बनवा दिया
कैलाश सूर्यवंशी ने सुरलाखापा अधीक्षक रवि डेहरिया को परतापुर अधीक्षक बना दिया…

सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग ने फिर एक नया आदेश दिनाक 18/11/24 को प्रशासनिक एवं छात्रावास व्यवस्था तहत श्री रवि डेहरिया प्राथमिक शिक्षक, प्राथमिक शाला छिन्दा सकूल केन्द्र भूमका विकासखंड हर्रई जिला छिंदवाड़ा को आगामी आदेश पर्यन्त आदिवासी बालक छात्रावास परतापुर विकास खंड हर्रई जिला छिन्दवाडा में अधीक्षक के पद पर कार्य करने हेतु आदेशित किया जाता है।
कैलाश सूर्यवंशी ने फिर अपना आदेश बदला और बन गए फिर एक नए छात्रावास अधीक्षक…
कैलाश सूर्यवंशी ने लगता है सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा को अपनी उंगली में नाचते देखा जा सकता है क्योंकि कैलाशचंद्र सूर्यवंशी की जब इच्छा होती है और जहां उनकी इच्छा होती है उनको वहां का अधीक्षक बना दिया जाता है देखें यह आदेश
कैलाश चंद सूर्यवंशी बने फिर अंग्रेजी माध्यम बालक आश्रम हर्रई केअधीक्षक….

सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा आदेश
दिनांक 08/01/2025 पत्र
क्रमाक /86 / छात्रा/आवि/2024 प्रशासनिक एवं आश्रम संचालन की दृष्टि से श्री कैलाशचन्द्र सूर्यवंशी, प्राथमिक शिक्षक आदिवासी बालक आश्रम शाला अंग्रेजी माध्यम हर्रई विकासखण्ड हर्रई के अधीक्षक के पद पर कार्य करने हेतु आगामी आदेश पर्यन्त आदेशित किया जाता है। संस्था में नवीन अधीक्षक पदस्थ होने के फलस्वरूप श्री शंकरलाल मांझी प्राथमिक शिक्षक एकीकृत माध्यमिक शाला भैंसकला को उनकी मूल संस्था हेतु कार्यमुक्त किया जाता है।
आदिवासी अंग्रेजी माध्यम बालक आश्रम शाला में पत्नी शक्ति सूर्यवंशी की जगह अब कैलाश चंद सूर्यवंशी बन बैठे अधीक्षक, पत्नी शक्ति सूर्यवंशी को बना दिया उत्कृष्ट कन्या सीनियर छात्रावास अधीक्षिका हर्रई
हाथ की कठपुतली बनाया सहायक आयुक्त सत्येंद्र सिंह मरकाम जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा को कैलाश सूर्यवंशी ने…?
जनजाति कर विभाग के सहायक आयुक्त सत्येंद्र सिंह मरकाम ने फिर कैलाश सूर्यवंशी के आगे अपना मस्तक टेक दिया और उनके कहने में उनकी पत्नी को उत्कृष्ट सीनियर कन्या छात्रावास हर्रई का अधीक्षक बना दिया गया…आदेश कमांक / 14-2-/ सा. स्था/ जजाकावि/2024 दिनांक 09/01/25
को प्रशासनिक एवं आश्रम संचालन की दृष्टि से श्रीमती शक्ति सूर्यवंशी माध्यमिक शिक्षक बालक माध्यमिक शाला हर्रई को आगामी आदेश पर्यन्त उत्कृष्ट आदिवासी कन्या छात्रावास हर्रई में अधीक्षक के पद पर कार्य करने हेतु आदेशित किया जाता है। संस्था में नवीन अधीक्षक पदस्थ होने के फलस्वरूप श्रीमती सुनीता धुर्वे प्राथमिक शिक्षक प्राथमिक शाला कोकनपिपरिया विकास खंड हर्रई को उनकी मूल संस्था हेतु कार्यमुक्त किया जाता है।
कैलाश चंद्र सूर्यवंशी जैसे शिक्षक कैसे आदिवासी बच्चों के भविष्य के साथ कैसे खिलवाड़ कर रहे हैं तो फिर कैसे हो सकता है उन का भबिष्य उज्जवल,और जिले के सहायक आयुक्त को कैसे अपने हाथ की कठपुतली बनाकर रखा है जिसके कारण जब चाहे जैसे चाहे उसे छात्रावास के अधीक्षक बना देता है और सूत्रों की जानकारी के अनुसार हारी ब्लॉक मैं संचारित छात्रावास में उनकी मर्जी के बगैर कोई अधीक्षक नहीं बनता है,
अधीक्षक बनने वाले शिक्षकों से खुलकर होता है पैसों का लेनदेन…?
छिंदवाड़ा जिले के हर्रई विकासखंड में इन दोनों एक शिक्षक की दबंगई चल रही है वह जब चाहे जहां चाहे वहां पर अधीक्षक का पद पा लेता है, उसे रोकने वाला कोई नही है, सूत्रों कहते है कि सत्ताधारी विधायक का इन के ऊपर हाथ है इसलिए जिले में बैठे सहायक आयुक्त भी इन पर कार्रवाई करने से डरते हैं और इस कारण उनकी हर बात को मानना पड़ता है, जबकि केंद्र एवं राज्य सरकार शिक्षा को बढावा देने के सरकार कई योजनाएं चला रही है लेकिन ऐसे शिक्षक और ऐसे अधिकारी के कारण आज भी ग्रामीण इलाकों में हालात बदतर हैं..बच्चे पढ़ना तो चाहते हैं लेकिन सुविधाओं के अभाव में सपने चूर चूर हो जाते हैं…जबकि जिले के
आदिवासी अंचल हर्रई में शिक्षा का स्तर बेहद कमजोर है यहां पर आश्रम शालाओं में शिक्षकों की मनमानी चरम सीमा पर हैं ऐसा ही नजारा हर्रई क्षेत्र के आदिवासी आश्रम/ छात्रावास में देखने को मिला जायेगा,जहां कई दिनों तक आश्रम अधीक्षक लापता रहते है । जहां सरकार इन आदिवासियों के उत्थान की बात करती है। लेकिन छिदंवाडा जिलें में जमीनी हकीकत कुछ और है ।यहां सिर्फ कागजों में आदिवासियों के नाम पर योजनाएं चल रही हैं । अधिकारी /कर्मचारी यहां इन योजनाओं को पलीता लगा रहे यदि ऐसा ही चलते रहा तो कैसे होगा इन आदिवासियों के बच्चे के सपने पूरे कैसे होगा इनका विकास
सरकारी रिकॉर्ड हिसाब से आदिवासियों के लिये छात्रावास एवं स्कूल तो खुल गया है लेकिन आदिवासी के लिए किसी ने नहीं सोचा…हालात तो ये भी है कि 5 क्लास के बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र एक अतिथि शिक्षक है…इसलिए इन आदिवासियों के बच्चे का भबिष्य आज भी अंधकार में है
अधिकतर देखा जाता है कि सरकारी स्कूल में बच्चे कम होते हैं और टीचर ज्यादा लेकिन इस स्कूल में ना तो शिक्षक है और ना ही छात्र फिर इन आदिवासियों के लिये आने वाली योजना कहा है इनकी गुहार कौन सुनेगा