Home CITY NEWS शिक्षा विभाग के नियम को ठेंगा दिखा रहे प्राइवेट स्कूल….

शिक्षा विभाग के नियम को ठेंगा दिखा रहे प्राइवेट स्कूल….

शिक्षा विभाग के नियम को ठेंगा दिखा रहे प्राइवेट स्कूल

बच्चों के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़,

छिंदवाड़ा /शिक्षा विभाग के नियमों को धता बता प्राइवेट स्कूल अपनी मनमानी कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई की बात तो करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर होता कुछ नहीं है। ऐसे में गरीब परिवारों के बच्चों के भविष्य के साथ जमकर खिलवाड़ हो रहा है। ऐसा ही एक मामला सांवरी और उमरानाला में शिक्षा विभाग की अनुमति बगैर स्वीकृति के बेखौफ हाई स्कूल संचालित कर रहे है। इन स्कूलों ने शिक्षा विभाग से कोई स्वीकृति नहीं ली है। इस तरह प्राईवेट स्कूल संचालक सैंकड़ों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। ऐसा नहीं है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी एंव प्रशासन को इन स्कूलों के बारे में जानकारी नहीं है। सब जानकारी होने के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी चंद पैसों के लिए सेकंड बच्चों के भविष्य के खिलवाड़ करते देख रहे है,और शिक्षा विभाग के बीआरसी एंव विकासखंड शिक्षा अधिकारी के द्बारा आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। सूत्रो की जानकारी के अनुसार सांवरी के आशीर्वाद पब्लिक स्कूल, उमरानाला के विवेकानंद ज्ञान मंदिर, स्टेप फॉरवर्ड स्कूल को शिक्षा विभाग से महज मिडिल स्कूल संचालन की स्वीकृति मिली है। इसके बावजूद यह तीनों स्कूलों में हाईस्कूल भी बेखौफ संचालित कर रहे है। इसके बाद भी इन स्कूल माफिया संचालकों को प्रशासन या शिक्षा विभाग का कोई खौफ नहीं है। ऐसा लगता है कि शिक्षा विभाग और प्रशासन ने इन माफिया को खुली छूट दे रखी है। जो बच्चों से शुल्क, गणवेश, कार्यक्रमों और अन्य माध्यमों से मोटी शुल्क वसूल रहे है। इस तरह अभिभावक भी बच्चो को बेहतर शिक्षा देने में इन माफिया के हाथों लुटने मजबूर है। इस मामले में शिकायकर्ता ने इन स्कूलों की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में भी की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इन तीनों स्कूलों में तकरीबन 150 से अधिक बच्चे 9वी और 10वी कक्षा में अध्ययनरत है। जबकि नियमानुसार शिक्षा विभाग की स्वीकृति के हाईस्कूल का संचालन नहीं किया जा सकता।

स्टेप फॉरवर्ड स्कूल को शिक्षा विभाग से महज मिडिल स्कूल संचालन की स्वीकृति मिली है। इसके बावजूद यह तीनों स्कूलों में हाईस्कूल भी बेखौफ संचालित कर रहे है। इसके बाद भी इन स्कूल माफिया संचालकों को प्रशासन या शिक्षा विभाग का कोई खौफ नहीं है। ऐसा लगता है कि शिक्षा विभाग और प्रशासन ने इन माफिया को खुली छूट दे रखी है। जो बच्चों से शुल्क, गणवेश, कार्यक्रमों और अन्य माध्यमों से मोटी शुल्क वसूल रहे है। इस तरह अभिभावक भी बच्चो को बेहतर शिक्षा देने में इन माफिया के हाथों लुटने मजबूर है। इस मामले में शिकायकर्ता ने इन स्कूलों की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में भी की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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।दरअसल सांवरी के आशीर्वाद पब्लिक स्कूल, उमरानाला के विवेकानंद ज्ञान मंदिर, स्टेप फॉरवर्ड स्कूल को शिक्षा विभाग से महज मिडिल स्कूल संचालन की स्वीकृति मिली है। इसके बावजूद यह तीनों स्कूलों में हाईस्कूल भी बेखौफ संचालित कर रहे है। इसके बाद भी इन स्कूल माफिया संचालकों को प्रशासन या शिक्षा विभाग का कोई खौफ नहीं है। ऐसा लगता है कि शिक्षा विभाग और प्रशासन ने इन माफिया को खुली छूट दे रखी है। जो बच्चों से शुल्क, गणवेश, कार्यक्रमों और अन्य माध्यमों से मोटी शुल्क वसूल रहे है। इस तरह अभिभावक भी बच्चो को बेहतर शिक्षा देने में इन माफिया के हाथों लुटने मजबूर है। इस मामले में शिकायकर्ता ने इन स्कूलों की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में भी की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने क्या कहा…

विकासखंड शिक्षा अधिकारी मोहखेड से इस बिषय पर दूरभाष पर चर्चा में कहा कि यदि कोई ऐसे स्कूल पाए जाते तो उनके जल्द ही जांच कराए जाएंगे और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर उनकी मान्यता निरस्त की जाएगी, लेकिन अभिभावकों द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई है तो विभाग क्या कर रहा है, आखिर प्राइवेट स्कूलों की क्यों नहीं होती नियमित जांच ये एक बडा सवाल है आखिर कब तक लूटते रहेंगे अभिभावक..?

रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत

मोबाइल नंबर -8989115284