प्रत्येक जनजातीय हितग्राही को मिले शासन की योजनाओं का लाभ- मंत्री डॉ.शाह
छिन्दवाड़ा/ प्रदेश के जनजातीय कार्य, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ.कुँवर विजय शाह ने आज कलेक्टर कार्यालय छिंदवाड़ा के सभाकक्ष में प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान के अंतर्गत छिन्दवाड़ा, नरसिंहपुर, बालाघाट एवं सिवनी जिले की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की भी समीक्षा की गई। मंत्री डॉ. शाह ने सभी जिलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी पी.वी.टी.जी. हितग्राही चिन्हांकित 9 विभागों की योजनाओं के लाभ से छूटना नहीं चाहिए। प्रत्येक जनजातीय किसान को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिलना सुनिश्चित हो। कोई पात्र छूटा तो जिम्मेदार अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही निश्चित रूप से की जाएगी।

पूरी संवेदनशीलता के साथ हो रहा है कार्य – प्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ जनता के प्रति समर्पित भाव से कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, हर घर रोशन हो, हर व्यक्ति शिक्षित और आत्मनिर्भर हो, सबका अपना पक्का आवास हो, स्वच्छ पेयजल और सुगम पहुंच मार्ग हो, सबका स्वास्थ्य उत्तम हो।

भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में पीएम जनमन और धरती आबा अभियान – मंत्री डॉ.शाह ने कहा कि अंतिम छोर पर मौजूद अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने के अंत्योदय के विजन की दिशा में प्रधानमंत्री के प्रयासों के अनुरूप विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए ही प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा पीएम-जनमन अभियान का आरंभ भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में 15 नवंबर 2023 को भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर किया गया। यह अभियान 9 मंत्रालयों के माध्यम से 11 महत्वपूर्ण हस्तक्षेपों पर केंद्रित है। पीएम जनमन के बाद उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में उनके नाम से एक और अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2024 को धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के नाम से की, जिसका उद्देश्य सभी आदिवासी बहुल गांवों को संतृप्त करना है। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य शासन के चिन्हित 16 विभागों की चिन्हित 25 हितग्राही मूलक, व्यक्तिगत अधोसंरचना एवं सामुदायिक अधोसंरचना संबंधी योजनाओं में जनजातीय हितग्राहियों का शत प्रतिशत सैचुरेशन करना है। खुशी की बात है कि छिंदवाड़ा जिले में 50 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या वाले 511 ग्रामों का चयन धरती आबा में किया गया है। जिसमें 12 छात्रावास स्वीकृत भी हो चुके हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि दोनों अभियान आप सभी के सक्रिय सहयोग और समर्पण से ही सफल हो सकेंगे, इसीलिए पूरे समर्पित भाव से इनके क्रियान्वन के लिए कार्य करें और प्रधानमंत्री श्री मोदी की आधुनिक भारत की संकल्पना को साकार करें।
धरती आबा अभियान के तहत छिंदवाड़ा जिले में 12 छात्रावासों के निर्माण को मिली त्वरित स्वीकृति – बैठक में बताया गया कि अक्टूबर 2024 से प्रारंभ धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत इतने कम समय में सर्वे उपरांत प्रेषित प्रस्ताव के अनुसार छिंदवाड़ा जिले के 6 विकासखंडों में 12 छात्रावासों के निर्माण की स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है, जिनमें प्रत्येक की लागत 400 लाख रुपए है। जिनमें विकासखंड अमरवाड़ा के अंतर्गत शासकीय उमावि सिंगोड़ी के लिए 02, विकासखंड बिछुआ के अंतर्गत सीएम राइज स्कूल खमारपानी के लिए 02, विकासखंड हर्रई के अंतर्गत सीएम राइज स्कूल हर्रई के लिए 02, विकासखंड जुन्नारदेव के अंतर्गत सीएम राइज स्कूल दमुआ के लिए 02, विकासखंड परासिया के अंतर्गत शासकीय उत्कृष्ट उमावि पेंचवेली परासिया के लिए 02 और विकासखंड तामिया के अंतर्गत सीएम राइज स्कूल तामिया के लिए 02 छात्रावासों के निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हुई है।
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