बेखौफ चल रहे इस अवैध गोरख धंधे में माफिया ग्रुप काट रहे चांदी जिम्मेदार कौन ?
रेत का अवैध व्यापार चल रहा है धड़ल्ले से उक्त व्यापार पिछले काफी समय से चल रहा है माफिया काट रहे चांदी
छिंदवाड़ा – जुन्नारदेव गुढी़ अंम्बाडा समूचे क्षेत्र में रेत का यह अवैध व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है इस अबैध व्यापार से माफिया एवं मंथली लेने वाले अधिकारियों की चांदी हो रही है, रेत का अवैध व्यापार क्षेत्र में काफी समय से चल रहा है पूर्व में तो यहां रेत माफिया रात के समय में रेत का अवैध उत्खनन करते थे ,किंतु अधिकारियों का जैसे ही आशीर्वाद मिला उक्त रेत का अबैध व्यापार दिन में चलने लगा है। माफिया ट्रक से ले ट्रैक्टर से इस क्षेत्र में रेत की सप्लाई कर रहे हैं, माफिया के हौसले बुलंद है, ,रेत माफिया से मंथली ले रहे अधिकारियों पर कार्यवाही हो इसके बाद ही इस व्यापार पर अंकुश लग सकता है ,
जुन्नारदेव, परासिया,अंबाडा क्षेत्र कोयलांचल से संबध रखता है इस क्षेत्र में पिछले 7 से 8 दशकों से कोयले की भूमिगत से ले ओपन कास्ट खदानें संचालित की जा रही है, जिसमें 10 से 20 हजार श्रमिक ने इन खदानों में कार्य किया हैं, इस
क्षेत्र में ,खान श्रमिक से लेकर किसान एवं व्यापारी और अन्य विभागों में पदस्थ अधिकारी से लेकर कर्मचारी सभी समृद्धशाली है,छोटे बड़े निर्माण कार्य होते हैं । खान श्रमिक से ले व्यापारी किसान एवं अन्य विभागों में नौकरी कर रहे अधिकारी कर्मचारी जो समृद्धशाली है ,वह समय-समय पर अपने-अपने घरों में छोटे बड़े निर्माण कार्य कराते रहते हैं।
रेत है बेहद जरूरी….
निर्माण कार्य छोटा हो या बड़ा उस कार्य को करने एवं करवाने में रेत बेहद जरूरी है, कहने का आशय है कि बिना रेत के निर्माण कार्य होना ही नहीं इस बात को क्षेत्र सहित आस पास निवास रत 5 से 6 माफिया ने अधिकारियों को मंथली देकर उन्हें सेट कर लिया हैं, इस क्षेत्र के आसपास एवं दूर दराज की नदी नालों से रेत निकलकर क्षेत्र में बिक्री करने लगे । इस क्षेत्र में रेत का अवैध व्यापार बड़े पैमाने पर चल रहा है।